आप सड़क पर अपनी कार में हैं या चौराहे पर खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे और तभी एक भिखारी आपके पास आता है. ऐसा होना आम बात है. आप उसे कुछ पैसे देना चाहते हैं मगर आपके पास कैश नहीं है. ये भी आम बात है क्योंकि UPI ने बटुए और नगदी, दोनों को जरा दूर कर दिया है. आपकी परेशानी को भिखारी समझ जाता है और बोलता है मेरे पास क्यूआर कोड है. ऐसा होना भी कोई बड़ी बात नहीं क्योंकि देश डिजिटल हो रहा है. आप स्कैन करके पैसा दे देते हैं.
भिखारी को दी भीख वो भी क्यूआर कोड स्कैन करके, आप बुरा फंसने वाले हैं!
QR Code के साथ छेड़खानी करके UPI Scam कोई नई बात नहीं है मगर इस बार मामला जरा अलग है. चौराहे पर भीख मांग रहे भिखारी को जरिया बनाकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. जब तक ठगी का पता चलता है, तब तक आप दूसरा चौराहा क्रॉस कर चुके होते हैं.

मगर शायद आपको नहीं पता है कि आप एक बड़े स्कैम (UPI Scam) का शिकार हो गए हैं या हो सकते हैं. स्कैम का ये तरीका एकदम नया है. जब एसएमएस, ईमेल और फोन पर हमने ओटीपी देना बंद कर दिया तो ठग ये तरीका लेकर आए हैं. बताते हैं क्या है पूरा झोल.
चौराहा-भिखारी-और ठगUPI कोड के साथ छेड़खानी करके ठगी करना कोई नया नहीं. हाल ही में एक मामला सामने आया था जहां पेट्रोल पंप पर क्यूआर कोड बदलकर लाखों रुपये का लेनदेन दूसरे अकाउंट में कर दिया गया था. क्यूआर कोड भेजकर पैसे हड़पना भी आम है. मतलब ठग की तरफ से पहले आपको फोन आएगा कि आपके पैसे लौटाना है. बोला जाएगा कि आपके पापा से उधार लिए थे और अब उनका फोन नहीं लग रहा. आपको क्यूआर कोड भेज रहे, स्कैन कर लो.
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स्कैन किया और खेला हो गया. कुछ-कुछ ऐसा ही तरीका ठगों ने फिर अपनाया है मगर इस बार जरिया सिग्नल पर भीख मांगने वाले लोग हैं. अब इस ठगी में भिखारी भी शामिल हैं या फिर उनको जरिया बनाया गया है, ये बताना अभी मुश्किल है. मगर इस तरीके से ठगी को अंजाम दिया जा रहा है. आप जैसे ही भलमनसाहत में क्यूआर कोड स्कैन करते हैं. आपके अकाउंट से पैसे उड़ जाते हैं.

आपको जब तक पता चलता है तब तक आप दूसरा चौराहा क्रॉस कर चुके होते हैं. इस तरह की ठगी के लिए कार चालकों को खासतौर पर टारगेट किया जा रहा है. क्योंकि उनके लिए उसी जगह वापस आना काफी मुश्किल है. जो आप आ भी गए तो कौन सा वो भिखारी वहां बैठा हुआ मिलने वाला है. जो मिल भी गया तो पता चला कि वो तो किसी और का दिया हुआ क्यूआर कोड लेकर घूम रहा था.
ठग ने उसको ही दिहाड़ी पर रखा हुआ था. ठगी की रिपोर्ट करने से भी कुछ हासिल नहीं होगा. कुल जमा बात ये कि अगर सिग्नल पर कोई भिखारी ऐसे क्यूआर कोड दिखाकर पैसे मांगे तो रहने दीजिए. कैश भी देने की जरूरत नहीं क्योंकि भीख मांगने को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. बाकी आपकी मर्जी.
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