पैन कार्ड कितना जरूरी दस्तावेज है वो सबको पता है. कार्ड पर लिखे 10 अंक आपकी और हमारी वित्तीय कुंडली के सबसे जरूरी नंबर हैं. लेकिन एक जरा सी लापरवाही इस कुंडली का अंकगणित बिगाड़ सकती है. एक चूक की वजह से कोई भी आपकी आर्थिक कुंडली पढ़ सकता है. पढ़ सकता है तो फ्रॉड भी हो सकता है. हम बात कर रहे हैं पैन कार्ड डिटेल लीक होने की. इसमें भी एक दर्द है. अक्सर डिटेल हमारी गलती से लीक होती है और कभी ठगों की चतुराई के हम शिकार हो जाते हैं. बचने का एक ही तरीका है, सावधानी.
पैन कार्ड नंबरों की जरा सी चूक और आर्थिक कुंडली बर्बाद, ये टिप्स कंगाल होने से बचा लेंगी
पैन कार्ड के जरिये बड़ी धोखाधड़ी संभव है.
थोड़ा पीछे चलें तो टीवी के एक चर्चित क्राइम शो में पैन कार्ड की चोरी और उसके दुरुपयोग पर काफी डिटेल में बताया गया था. रास्ते में मिली फोटोकॉपी से एक बड़े कांड को अंजाम दिया गया था. आज जमाना बदल गया है. डिजिटल का दौर है. इसलिए चोरी भी वहीं होती है. जरिया हैं तमाम तरीके के ऐप्स और वेबसाइट. इंस्टेंट लोन देने से लेकर पे-लेटर के नाम पर चलने वाले ऐप. केवाईसी के नाम पर भी कई ऐप्स पैन कार्ड डिटेल मांगते हैं. हम ये नहीं कह रहे कि हर ऐप फर्जी है, लेकिन ऐसे ऐप्स के कारनामों की लिस्ट बहुत लंबी है. इसलिए ऐप कोई सा भी हो, आपने सावधानी रखनी ही है. यही सबसे बड़ा बचाव है.
क्या-क्या सावधानियां रख सकते हैं?
1. वेबसाइट की वैधता चेक करें: पहला बेसिक कि वेबसाइट https:// से स्टार्ट हो. बाएं कोने में बंद ताले (Padlock) का निशान हो और कंपनी का आधिकारिक लोगो साफ दिख रहा हो.
2. पब्लिक वाईफाई और इंटरनेट कैफे को बिग नो: फ्री का वाईफाई, पब्लिक प्लेस का ओपन नेटवर्क और इंटरनेट कैफे सबसे रिस्क वाली जगह हैं डेटा लीक के लिए. गलती से भी इनका इस्तेमाल पैन कार्ड डिटेल शेयर करने के लिए नहीं करें.
3. प्राइवेसी पॉलिसी गंभीरता से पढ़ें: कई सारी वेबसाइट्स और ऐप्स बहुत चतुराई से जानकारी निकाल लेते हैं. कई सारे फीचर्स पर पहले से 'OK' लिखा होता है. वॉट्सऐप अपडेट के नाम पर खेल होता है. आपको पता ही नहीं चलता और आप बिना कुछ सोचे समझे पैन कार्ड डिटेल तो साझा करते ही हैं, उनके गलत इस्तेमाल के लिए भी हामी भर देते हैं.
4. अंदरूनी सिक्योरिटी ध्यान रखें: आप अपने डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो भी बेफिक्र होने कि जरूरत नहीं. एंटीवायरस से लेकर फायरवॉल हमेशा अप-टू-डेट रखें. इसके साथ लैपटॉप या स्मार्टफोन कंपनी की तरफ से आने वाले सिक्योरिटी पैच को भी समय-समय पर इंस्टॉल करें. घर या ऑफिस के वाईफाई पासवर्ड को भी नियमित रूप से बदलते रहें.
5. बैंक और कार्ड स्टेटमेंट पर नजर रखें: आमतौर पर हम बैंक स्टेटमेंट को बैलेंस चेक करने के लिए देखते हैं. वहीं क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को कितना पे करना है, ये देखने के लिए इस्तेमाल करते हैं. ये बड़ी लापरवाही है. इससे बचें. सभी स्टेटमेंट बारीकी से देखें. अगर पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल हुआ है तो नजर आ सकता है.
6. नोटिफिकेशन ऑन रखें: वैसे तो नोटिफिकेशन की घंटी लगातार बजे तो दिमाग खराब होता है. इसलिए हम इसको बंद रखते हैं. मगर बैंकिंग से जुड़े एसएमएस और मेल कि घंटी हमेशा ऑन रखें. गड़बड़ी होने पर समय से इत्तिला हो जाएगी.
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