The Lallantop

Tesla और Tesla के बीच 'मुर्गे पर लड़ाई' और Elon Musk जीत गए 12 लाख रुपये, कैसे हुआ ये खेला...

Amanj Ali ब्रिटेन के ग्रैटर मैनचेस्टर में Colorado's Chicken के नाम से अपनी शॉप चलाते हैं. उन्होंने मई 2020 में वहां के Intellectual Property Office (IPO) में "Tesla Chicken & Pizza" के नाम से एक ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड करवाया था.

post-main-image
टेस्ला की टेस्ला से लड़ाई (तस्वीर: पिक्सेल)

अरबपति Elon musk ने मुर्गा भिड़ंत में 12000 ब्रिटिश पॉन्ड यानी लगभग 12 लाख रुपये जीते हैं. जो आपको लगे हम कोई मसखरी कर रहे या मस्क की टांग खींचने के मूड में हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. दरअसल Tesla के मालिक ने एक कानूनी लड़ाई लड़ी है जिसमें चिकन शामिल है. इस लड़ाई को वो जीत गए और उनको ये पैसा मिला है. मामला जुड़ा है ट्रेडमार्क से. कहानी है Greater Manchester में छोटी सी चिकन शॉप चलाने वाले Amanj Ali और दुनिया के सबसे रईस आदमी के बीच मुर्गा भिड़ंत की. हुआ ये है कि

Amanj Ali ब्रिटेन के Greater Manchester में Colorado's Chicken के नाम से अपनी शॉप चलाते हैं. उन्होंने मई 2020 में वहां के Intellectual Property Office (IPO) में "Tesla Chicken & Pizza" के नाम से एक ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड करवाया था. दो महीने के कूलिंग पीरियड के बाद ये ट्रेडमार्क उनको अलॉट भी हो गया. तब तक मस्क एण्ड कंपनी ने कोई ऐतराज नहीं जताया. मगर फिर एलन बाबा की नींद खुली और...

ये भी पढें: ....और स्मार्टफोन किसी काम के नहीं रह जाएंगे? वाकई में!

Amanj Ali पर ठोक दिया केस 

नींद खुली और जब पता चला कि ट्रेडमार्क तो रजिस्टर्ड हो गया है. तब टेस्ला ने Amanj Ali को कोर्ट में घसीट लिया. कंपनी ने तर्क दिया कि टेस्ला नाम उनकी Intellectual Property बोले तो बौद्धिक संपदा है. इसके जवाब में Amanj Ali ने कोर्ट से कहा कि उनका मस्क और उनकी कार कंपनी से कोई लेना देना नहीं है, वो तो सिर्फ सर्बियन-अमरीकन खोजकर्ता Nikola Tesla के जबरा फैन हैं. इसलिए उन्होंने ये ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड करवाया है. इसके जवाब में टेस्ला, एलन मस्क का साल 2018 का एक ट्वीट लेकर आ गई. इस ट्वीट में या आज के हिसाब से कहें तो पोस्ट में एलन मस्क ने लिखा था-

वो Los Angeles में टेस्ला कारों के सुपरचार्ज स्टेशन में ड्राइव-इन सुविधा वाला Roller skates & Rock restaurant खोलेंगे

मतलब कंपनी फूड बिजनेस ओपन करने का भी मन रखती है. कंपनी के मुताबिक टेस्ला और उससे जुड़े दूसरे नाम पर उसका ही हक है. इसके साथ कंपनी ने कोर्ट को ये भी बताया कि ये नाम साल 2013 से ही उनके पास रजिस्टर्ड है. फैसला टेस्ला के फ़ेवर में आया और अब Amanj Ali को ट्रेडमार्क वापिस करने के साथ 12 लाख रुपये भी देने होंगे.

हालांकि इस फैसले से वो बिल्कुल खुश नहीं हैं. बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा-

दो साल चली इस लड़ाई ने उनकी काम करने की क्षमता खत्म कर दी है. उनकी नींद उड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि लड़ाई एक छोटे से व्यापारी और दुनिया से सबसे बड़े रईस के बीच थी. नतीजा…

हमारी एक साथी हैं शिवांगी प्रियदर्शी. उनकी एक स्टोरी में सुंदर सी लाइन है-

जब कोई व्यक्ति अपनी महानता के बोझ तले दब जाता है, तो वो बोझ उसके आस-पास के लोगों पर भी आता है

हमारे हिसाब से आस-पास के लोगों पर क्या दूर देश के लोगों पर भी आता है. 

वीडियो: आसान भाषा में: मनुष्य के दिमाग में कंप्यूटर चिप फिट हुई, दुनिया बदल जाएगी?