एक स्टेटमेंट में पबजी कॉर्पोरेशन ने कहा है:
“हाल ही में हुई गतिविधियों को देखते हुए पबजी कॉर्पोरेशन ने फ़ैसला किया है कि वह अब इंडिया में पबजी मोबाइल की फ्रैन्चाइज़ टेनसेंट से वापस ले रहा है. अब आने वाले समय में पबजी कॉर्पोरेशन गेम के सारे पब्लिशिंग राइट्स देश के अंदर ही रखेगा.”पबजी कंपनी ने ये भी कहा कि प्लेयर्स के डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी उसके लिए बहुत खास है. वह भारत सरकार के बैन करने वाले निर्णय को समझती है और रेस्पेक्ट करती है. कंपनी ने आगे कहा कि वह उम्मीद करती है कि भारत सरकार के साथ मिलकर कुछ ऐसा इंतजाम हो, जिससे गेम वापस आ सके और सब खिलाड़ी फिर से खेल के मैदान में कूद पड़ें.
ये गेम पब्लिशर क्या होता है?
पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट का डेवेलपर तो पबजी कॉर्पोरेशन ही है मगर इसका पब्लिशर टेनसेंट था. मिली जानकारी के अनुसार अब या तो पबजी खुद गेम पब्लिश करेगा या फिर किसी और कंपनी को ढूंढेगा. मगर ये पब्लिशर होता क्या है?
पट्ट से हेडशॉट.
अगर आप कोई किताब लिखते हैं तो उसे छपवाने के लिए आपको एक पब्लिशर के पास जाना होता है. क्यों? क्योंकि आप सिर्फ एक राइटर हैं और पब्लिशर को मार्केट का सही अंदाजा होता है. आपकी किताब का कवर कैसा होना चाहिए, उसको कहां डिस्ट्रीब्यूट करना है, कैसे मार्केटिंग करनी है और इन सब पर कितना पैसा खर्च करना है; ये सारी चीजें पब्लिशर करता है. ठीक यही हाल गेम पब्लिश करने का भी है. गेम डेवेलपर ने गेम बना दिया मगर बाक़ी का सारा झंझट पब्लिशर के मत्थे होता है.
क्या पबजी ने गेमलॉफ्ट के साथ पार्टनरशिप कर ली?
सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट चल रही हैं, जिनका कहना है कि पबजी ने मशहूर गेमिंग कंपनी गेमलॉफ्ट के साथ पार्टनरशिप कर ली है. मगर ऐसा कोई भी अनाउंसमेंट ना पबजी कॉर्पोरेशन ने किया है और ना ही ऐसी कोई खबर गेमलॉफ्ट की तरफ से आई है.
सोशल मीडिया पर चल रहा एक फ़ेक ट्वीट.
पबजी की गेमलॉफ्ट संग पार्टनरशिप जैसी कई सारी खबरें इधर-उधर उड़ रही हैं. बीते दिनों हमने पबजी खेलने वाले बच्चों से बात की थी, उन सबके पास इसी तरह की कुछ ना कुछ खबर थी. मगर फिलहाल पब्लिशर को लेकर तो कोई पक्की खबर नहीं आई है. पबजी चाहे खुद गेम पब्लिश करे या फिर कोई पब्लिशर ढूंढे, देर सवेर पता ही चल जाएगा. तब तक अफवाहों से दूर रहें.
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