1 जुलाई 2024 से मोबाइल ग्राहकों पर एक बंदिश लग गई है (New SIM Porting Guidelines). वे SIM पोर्ट नहीं करवा पाएंगे. 1 जुलाई से मोबाइल नंबर पोर्ट (MNP) करवाने के लिए सात दिन का इंतजार करना होगा. Jio और Airtel ने मोबाइल नंबर पोर्ट करना बंद कर दिया है… वगैरा-वगैरा.
Jio, Airtel ने मोबाइल नंबर पोर्ट करना बंद कर दिया क्या?
दरअसल, मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी को लेकर भी एक जरूरी बदलाव हुआ है. इसके चलते मोबाइल नंबर पोर्ट करना थोड़ा सा मुश्किल होगा. लेकिन इसके पीछे जो शर्तें लगाई गई हैं वो हमारे भले के लिए हैं. भला मतलब साइबर अपराधों पर लगाम लगाने की कोशिश.

पिछले कुछ दिनों से किए जा रहे ऐसे दावों से आप परेशान हैं तो आप अकेले नहीं, हम भी इसी कतार में हैं. ये बात सही है कि गुजरी 26 जून से नया 'टेलिकम्युनिकेशन एक्ट 2023' लागू हो गया है. 9 से ज्यादा सिम कार्ड खरीदने पर जुर्माना और गलत तरीकों से सिम लेने पर 3 साल जेल और 50 लाख तक का जुर्माना जैसे कानून लागू हुए हैं. लेकिन MNP बंद हो गया है, ऐसा कुछ नहीं है.
दरअसल, मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी को लेकर भी एक जरूरी बदलाव हुआ है. इसके चलते मोबाइल नंबर पोर्ट करना थोड़ा सा मुश्किल होगा. लेकिन इसके पीछे जो शर्तें लगाई गई हैं वो हमारे भले के लिए हैं. भला मतलब साइबर अपराधों पर लगाम लगाने की कोशिश.
बदलाव इसलिए क्योंकि इसमें कोई नया नियम जैसा कुछ नहीं है. पहले भी यूजर्स एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में ट्रांसफर हो सकते थे, आज भी इधर से उधर जाना बेहद आसान है. बस 90 दिन की समय सीमा का ध्यान रखना होगा. 90 दिन के बाद आप एयरटेल में तैरो या Jio के साथ जियो, आपकी मर्जी. दूसरी जरूरी बात, Jio या Airtel या कोई और ऑपरेटर पोर्टेबिलिटी के नियम नहीं बनाते. इसका जिम्मा Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) के पास है. हां, पोर्ट के समय कई बार कंपनियां आपको अपने नेटवर्क में रोकने की कोशिश करती हैं, मगर वो बिजनेस का फंडा है. अब नई व्यवस्था क्या है वो भी जान लीजिए.

नई सिम से मतलब नए नंबर से नहीं है. पुरानी सिम के बदले जो 50 रुपये देकर नई सिम लेते हैं, उसकी बात हो रही. ऐसा तब होगा जब आपकी सिम टूट गई, खराब हो गई, खो गई, मोबाइल ही गुम गया, चोरी हो गया, टूट गया. खुद गुस्से में आपने सिम तोड़ दी. बाकी सब कंडीशन जो हमें याद नहीं.
अब जो आप नई सिम लेकर आए तो अगले 7 दिन पोर्ट का किला फतेह नहीं होगा. आपके मन में किले की तरह उठे क्यों का जवाब ये है कि ये सब साइबर ठगी को रोकने के लिए किया गया है.
कई बार साइबर ठग किसी भी तरीके से आपकी सिम निकलवा लेते हैं. इसके बाद तुरंत ही उसको पोर्ट करवा लेते हैं. जिसके बाद उस सिम को असली यूजर को बंद करवाना या फिर से अपने नाम निकलवाना असंभव होता है.
नया नियम इसको रोकने में मदद करेगा.
हैप्पी पोर्टिंग.
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