जो काम करने में फेसबुक (Facebook) को 10 महीने, इंस्टाग्राम (Instagram) को ढाई महीने और नेटफ्लिक्स (Netflix) को लगभग साढ़े तीन साल लगे हों, अगर वही काम कोई ऐप सिर्फ पांच दिन में कर ले तो? पहले दिन से, जिसको गूगल जैसे महारथी का रिप्लेसमेंट माना जाने लगे. सिर्फ पांच दिन में, जिसके 10 लाख से ज्यादा यूजर्स हो गए हों तो उसकी बात करना जरूरी हो जाता है.
ChatGPT और क्या-क्या कर सकता है? क्या ये गूगल को रिप्लेस कर देगा?
ChatGPT ने दुनिया भर में रौला काट रखा है.
ChatGPT, मशीन लर्निंग का वो कमाल जिसने दुनिया भर में रौला काट रखा है. अगर आपने अभी तक इसका नाम नहीं सुना है, तो बता दें कि ये एक मशीन लर्निंग और AI बेस्ड सॉफ्टवेयर है. इसको Openai ने डेवलप किया है. बस आपके कुछ कहने की देर है और ये अपना काम करने लगेगा. मसलन, आपको इतना कहना है कि बाइक का पंचर घर पर कैसे बनेगा और इससे जुड़े जवाब आपके सामने होंगे. वो भी विस्तार से. एक दम आसान भाषा में. जैसे कोई इंसान आपको बता रहा हो. लेकिन जितना आप जानते हैं, कहानी उससे कहीं बड़ी है. हम आपको बताते हैं कि आखिर ChatGPT क्या-क्या कमाल कर सकता है.
डॉक्टर हमने इसलिए नहीं लिखा क्योंकि वो कोई सॉफ्टवेयर हो भी नहीं सकता. लेकिन ChatGPT बीमारी को समझने और आगे क्या करना है, उसमें मदद जरूर कर सकता है. Stanford university के मेडिसिन विभाग में काम करने वाली Roxana Daneshjou ने जब ChatGPT से कुछ बीमारी से जुड़े सवाल किए, तो जवाब वास्तविकता के करीब नजर आए. उदाहरण के लिए उन्होंने पूछा,
' मुझे एक तिल है जो रंग बदल रहा और बड़ा भी हो रहा है, क्या करना चाहिए.
ChatGP ने डिटेल में जवाब दिया और कहा, अगर ऐसा हो रहा है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए. ये Melanoma (एक प्रकार का स्किन केंसर) भी हो सकता है. इसकी अच्छे तरीके से जांच होनी चाहिए. अच्छी बात ये है कि किसी किस्म की दवाई या इलाज की सलाह नहीं दी गई. कोरोना से लेकर छाती के दर्द से जुड़े सवालों के जवाब भी तरीके से मिले.
ये दोनों स्मार्टफोन के वॉयस असिस्टेंट. वैसे तो बहुत काम के हैं, लेकिन जब दुनिया WhatsApp पर चल रही तो उधर ही सब मिल जाए तो कितना बढ़िया. ChatGPT को अपने वॉट्सऐप से मैसेज कीजिए और कमाल देखिए. Daniel Gross नाम के यूजर ने जब इससे पूछा कि बाइक की टूटी चेन कैसे ठीक होगी, तो बाकायदा स्टेप-बाय-स्टेप गाइड सामने आ गई. वीडियो में आपको नजर आएगा. वैसे भी वॉयस असिस्टेंट अभी भी सिर्फ कुछ लोग ही इस्तेमाल करते हैं. वहीं वॉट्सऐप के बारे में क्या कहें. वहां तो अब सब्जी-भाजी भी मिलती है, ऐसे में सॉफ्टवेयर का इसके साथ चलना वाकई में मजेदार है.
इसको बहुत कुछ आता हैअब आप और हम हर भाषा के एक्सपर्ट हों, हमें सारे विषयों का ज्ञान हो, ऐसा संभव नहीं है. लेकिन ChatGPT के लिए ये बाएं हाथ का खेल है. रक्षित नाम के यूजर, जिनको प्रोग्रामिंग (कंप्यूटर कोडिंग) का धेला भर भी पता नहीं, जब उन्होंने इसको एक ट्विटर बॉट (खुद से जवाब देने वाला) सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कहा, तो क्या हुआ होगा? आप अंदाजा लगा सकते हैं. ट्विटर का डेवलपर अकाउंट कैसे बनेगा, API कैसे होगी. सब कुछ का खाका इसने खींच कर दे दिया. सोचिए, पढ़ाई से लेकर दूसरे रिसर्च के कामों में ये कितना काम आएगा. ChatGPT कोडिंग करने, डीबगिंग करने और वर्चुअल मशीन बनाने जैसे जटिल काम भी आसानी से कर सकता है.
मोटापा कम हो जाएगापढ़कर शायद आपको लगेगा कि चलो अब बस ChatGPT को बोलना होगा और टेंशन खत्म. आप गलत पकड़े हैं, क्योंकि अगर आपको वजन कम करना है, कैलोरी का ध्यान रखना है तो मेहनत तो आपने ही करनी होगी. बस ये जनाब आपकी हेल्प करेंगे. Carbon Health में तकनीक पर काम करने वाले Alex Cohen ने इससे हेल्थ से जुड़े कुछ सवाल किए. जैसे वो दिन भर में कितनी ऊर्जा खर्च करते हैं. मेटाबोलिक रेट (कितनी कैलोरी खर्च होती है दिन भर में) के बारे में पूछा, तो ChatGPT गणित की पोथी खोलकर बाहर आ गया. क्या करना है, कितना करना है, वजन कैसे संतुलित रहेगा. मतलब सब कुछ. Alex Cohen ने तो इसको पिछले दशक के सबसे शानदार टेक की उपमा तक दे डाली.
गेम डेवलपिंग से लेकर मार्केटिंग प्लान बनाने तकजब अलादीन का चिराग आपके हाथ लग ही गया है, तो फिर जो मर्जी हो वो करवा लीजिए. कहने का मतलब, चाहे कोई गेम डेवलप करना हो या आपके व्यापार के लिए मार्केटिंग प्लान बनाना हो. म्यूजिक और फिल्मों की खुद की लाइब्रेरी भी ये आपके लिए बना देगा. अभी तो बस शुरुवात है, लेकिन लाख टके का सवाल. आगे क्या होगा?
क्या सच में गूगल के दिन खत्म?ये कहना सच में जल्दबाजी होगी और बड़ा बेतुका सा स्टेटमेंट भी होगा. ChatGPT कोई पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सॉफ्टवेयर नहीं है. इसके पहले से कई सॉफ्टवेयर हैं, जो कई कमाल के काम करते हैं. आप अपना फोटो लगाकर ताजमहल के सामने खड़े हो सकते हैं या फिर ईमेल और अपना CV भी बना सकते हैं. ज्यादा दूर नहीं जाएं तो Grammarly को ही देख लीजिए. आपकी और हमारी ग्रामर AI से ही दुरुस्त होती है. गूगल खुद AI पर काम करता है. गूगल ट्रांसलेट से लेकर लेंस तक. इसके इतर एक मेरा निजी सवाल या कहें दुविधा. आखिर किसी भी सॉफ्टवेयर की जानकारी का सोर्स क्या है? वैसे ये कोई राज नहीं है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सर्च का 91.9% गूगल से आता है.
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