अगर आपका बजट अच्छा है और आपका काम बस पढ़ाई-लिखाई और ऑफिस तक ही सीमित है, तब तो आपको ऐपल मैकबुक लेने के बारे में ज़्यादा सोचना चाहिए. लेकिन अगर बजट कम है और आप पढ़ाई और काम के अलावा भी अपने लैपटॉप पर कुछ करना चाहते हैं, तब तो विंडोज़ लैपटॉप ही एक चारा हैं. मार्केट में बहुत सारे प्राइस रेंज में अलग-अलग खूबी वाले विंडोज़ लैपटॉप मौजूद हैं. अपनी जरूरत के हिसाब से आप लैपटॉप का चुनाव कैसे कर सकते हैं, हम आपको यही बताएंगे. CPU या प्रोसेसर सबसे पहली चीज़ जो आपको अपने विंडोज़ लैपटॉप में देखनी है, वो है CPU या प्रोसेसर. जैसे स्कूल में सिखाया गया था, इसे आप अपने लैपटॉप का दिमाग भी कह सकते हैं. यहीं से आपका लैपटॉप सोचता समझता है और सारे काम पूरे करता है. ये जितना अच्छा और तेज़ होगा, आपका लैपटॉप उतना ही बेहतरीन होगा. अगर आपको प्रोसेसर और चिप का कुछ ज्ञान नहीं है, फ़िर भी मुमकिन है कि आपने इंटेल के Core i3, i5, i7, i9 प्रोसेसर का नाम तो सुना ही होगा. शायद कभी AMD के चिप के बारे में भी कान में कहीं से कुछ पड़ा होगा. सही चिप के चुनाव के लिए ये जान लीजिए कि कौन सी चिप किसके लिए है:

AMD अपने कंप्यूटर चिप Ryzen नाम से निकालता है.
इंटेल की चिप: Core i3 वाले लैपटॉप सस्ते होते हैं. ये उन लोगों के लिए ठीक है जिन्हें बस पढ़ाई लिखाई, मूवी और हल्का फुल्का लिखने वाला काम होता है. ऑफिस का काम करते में Core i3 वाले लैपटॉप अटकने लग जाते हैं. इसके लिए Core i5 प्रोसेसर वाले लैपटॉप अच्छे रहते हैं. अगर आपको अपने लैपटॉप पर भारी-भरकम गेम खेलने होते हैं, तब तो Core i7 से नीचे वाले किसी लैपटॉप की तरफ़ देखिएगा भी नहीं. अगर आपका काम कुछ ज़्यादा ही खतरनाक है जिसके लिए Core i7 की पावर भी कम पड़ जाएगी, तब तो Core i9 वाला लैपटॉप बचता है आपके लिए. लेकिन हमारी राय में अगर नौबत यहां तक आती है, तब आपको लैपटॉप की जगह i9 चिप वाला डेस्कटॉप कंप्यूटर लेना चाहिए. डेस्कटॉप में लगे हुए पंखे आपकी मशीन को ज़्यादा ठंडा रख पाएंगे और स्पीड भी ज़्यादा आएगी. इनके अलावा भी इंटेल की कुछ चिप हैं मगर वो लेना इतना बेहतर नहीं है.
AMD की चिप: इंटेल की ही तरह इस वक़्त AMD की Ryzen 3, 5, 7 और 9 चिप आती हैं. ठीक इंटेल की चिप की तरह जैसे-जैसे इनका नंबर बढ़ता है, वैसे-वैसे इनकी पावर बढ़ती जाती है. और साथ ही क़ीमत भी.

अपनी जरूरत के हिसाब से लैपटॉप का प्रोसेसर चुनिए.
अब आपको ये तो पता चल गया कि इस्तेमाल के हिसाब से इंटेल की कौन सी चिप लेनी है और AMD की कौन सी चिप लेनी है. मगर अब एक सवाल ये पैदा हो जाता है कि इंटेल और AMD के चिप में से कौन सी बेहतर है. इसका कोई तय जवाब नहीं है. इंटेल और AMD की चिप कई सालों से चली आ रही हैं, बस टाइम-टाइम पर इनका नया मॉडल आया करता है जिसे जनरेशन के नाम से जाना जाता है. किसी साल इंटेल का प्रोसेसर बेहतर होता है, तो किसी साल AMD का. आप चिप का चुनाव करते वक़्त ये देख लीजिए कि आप लेटेस्ट जनरेशन की चिप ले रहे हैं या फ़िर हद से हद पिछली जनरेशन की. RAM आपके लैपटॉप की रैम इसकी मल्टी-टास्किंग की क्षमता को तय करती है, मतलब कि एक वक़्त पर आपका लैपटॉप कितने प्रोग्राम चला सकता है या कितना भारी काम कर सकता है. पहले 4GB रैम काफ़ी हुआ करती थी, मगर अब 8GB से कम में कुछ नहीं होता. अगर आपको लैपटॉप बस थोड़ा-बहुत मनोरंजन और स्कूल की ऑनलाइन क्लास वग़ैरह के लिए लेना है तो आप Core i3 या Ryzen 3 चिप के साथ 4GB रैम वाला लैपटॉप ले सकते हैं. मगर ये ध्यान रखिए कि ये मशीन और कुछ करने में रो देगी. सेफ साइड पर रहने के लिए 8GB रैम लीजिए.

लैपटॉप की रैम ऐसी दिखती है.
अगर आपका काम Core i5/ Ryzen 5 चिप वाला है तो 8GB रैम से नीचे मत लीजिए. ऐसे ही Core i7/ Ryzen 7 के साथ 16GB रैम लीजिए. अगर आप चाह रहे हैं कि Core i7/ Ryzen 7 लिए बिना ही थोड़ी बहुत गेमिंग या वीडियो एडिटिंग हो जाए, तो आप Core i5/ Ryzen 5 लैपटॉप में ही 16GB रैम लगा सकते हैं. हां बस साथ में ग्राफिक कार्ड भी लगा लेंगे तो अच्छा होगा. इसके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं. बहरहाल जरूरत पड़ने पर आप अपने लैपटॉप की रैम को निकाल कर बेच भी सकते हैं और थोड़े पैसे मिलाकर ज़्यादा रैम खरीद भी सकते हैं. GPU या ग्राफिक जिस तरह CPU सारा गुणा-भाग करता है, ठीक वैसे ही आपकी स्क्रीन पर चलने वाला क्रियाकर्म आपके लैपटॉप की ग्राफिक मेमोरी के हाथ में होता है. ये जितनी ज़्यादा होगी, आप उतनी ही आसानी से विज़ुअल टास्क या दिखाई पड़ने वाले काम कर पाएंगे-- जैसे वीडियो एडिटिंग करना, गेम खेलना वग़ैरह-वग़ैरह. अगर इस तरह के काम आपको करने हैं तो पहली बात आपको Core i3/ Ryzen 3 से ऊपर वाला प्रोसेसर लेना होगा और उसके साथ ही एक ग्राफिक कार्ड भी लेना होगा.
ग्राफिक कार्ड आपके लैपटॉप को मक्खन जैसा स्मूद बना देते हैं. ये क्या है और कैसे काम करता है, ये जानने के लिए आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं. बहरहाल ग्राफिक कार्ड का इतना भौकाल होता है कि एक Core i5 वाला लैपटॉप जिसमें 16GB RAM और बढ़िया ग्राफिक कार्ड हो वो Core i7 के बेसिक लैपटॉप से भी बेहतर होता है. ग्राफिक कार्ड के मामले में Nvidia और AMD कंपनियों का नाम आगे है. ये अलग-अलग पावर वाले होते हैं और उसी हिसाब से इनकी क़ीमत भी तय होती है. बस आप लैपटॉप खरीदते वक़्त देख लीजिए कि आपने जो लैपटॉप लिया है उसमें ग्राफिक कार्ड है कि नहीं और अगर है तो कौन सा है.
इंटेल और AMD दोनों के प्रोसेसर अपने-अपने इंटीग्रेटेड ग्राफिक के साथ आते हैं. इंटेल वाले ग्राफिक को UHD कहते हैं और AMD वाले Radeon नाम से आते हैं. इनमें से आम तौर पर AMD की ग्राफिक यूनिट बेहतर होती है. अगर आपको ग्राफिक मेमोरी अच्छी चाहिए, मगर आपका बजट आपको ग्राफिक कार्ड लेने की इजाज़त नहीं दे रहा, तब आपके लिए AMD का प्रोसेसर अच्छा रहेगा.
स्टोरेज पहले के कंप्यूटर और लैपटॉप में स्टोरेज के लिए हार्ड डिस्क ड्राइव या HDD लगी रहती थीं. ये वो मशीन थी जिसमें आपका सारा डेटा सेव राहत था. मगर ये स्लो थीं, भारी थीं, काफ़ी गर्म हो जाती थीं और आवाज़ भी खूब करती थीं. इनकी जगह ले ली सॉलिड स्टेट ड्राइव या SDD ने. इनके अंदर ऐसी कोई भी कमी नहीं है और इन्हीं की मदद से लैपटॉप पतले और हल्के हो पाए हैं. लैपटॉप लेते वक़्त SDD स्टोरेज वाला लैपटॉप ही लीजिए. भले ही आपका काम चाहे जैसा हो. बस आप जरूरत के हिसाब से देख लीजिए कि आपको 256GB स्टोरेज चाहिए या 512GB चाहिए. और ज़्यादा स्टोरेज में अगर SSD नहीं है तो आप ऐसा लैपटॉप भी देख सकते हैं जिसमें कुछ मेमोरी फास्ट वाली SSD हो और फाइल रखने के लिए अलग से HDD मेमोरी हो. स्क्रीन और साइज़ अगर आपको लैपटॉप लगभग रोज़ ही इधर से उधर करना होता है तो कोशिश करिए कि आप ऐसा लैपटॉप लें जो हल्का हो और छोटा हो. वज़न 1.5kg से कम हो और स्क्रीन साइज़ 14-इंच से कम हो. ये लैपटॉप क़ीमत में थोड़े ज़्यादा होते हैं मगर सहूलत के लिहाज़ से काफ़ी सही होते हैं. इसके साथ ही ये भी ध्यान रखिए कि आपके लैपटॉप की स्क्रीन Full HD तो हो. अगर आपको गेमिंग और वीडियो एडिटिंग का ज़्यादा काम है तो आप महंगा वाला 4K रेसॉल्यूशन स्क्रीन वाला लैपटॉप भी ले सकते हैं.

इस मैकबुक प्रो में दोनों तरफ़ USB-C पोर्ट हैं.
इनके अलावा आप अपनी निजी जरूरत के हिसाब से भी कुछ चीजें देख सकते हैं. जैसे लैपटॉप में मौजूद पोर्ट, कार्ड रीडर, वेब-कैम, टच-पैड का साइज़, कीबोर्ड और स्पीकर. अच्छे लैपटॉप की बिल्ड-क्वालिटी भी अच्छी होती है. आजकल कई लैपटॉप बिल्कुल मैकबुक की ही तरह मेटल के बने होते हैं और इनकी क़ीमत भी बहुत ज़्यादा नहीं है.