दूध में जितनी चीनी मिलाएंगे उतनी मिठास बढ़ेगी. लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं कि चीनी का पूरा डिब्बा ही दूध में उड़ेल दिया जाए. कहने का मतलब सब कुछ बैलेंस होना चाहिए. कुछ ऐसा ही सिद्धांत प्रीमियम प्रोडक्ट के साथ भी होता है. आम समझ है कि पैसा ज्यादा लगेगा तो चीज अच्छी मिलेगी. हालांकि हमेशा ऐसा होगा वो जरूरी नहीं. लेकिन आज हम जिस प्रोडक्ट की बात करने वाले हैं उसका बैलेंस एकदम सही है. प्रोडक्ट प्रीमियम है तो रिजल्ट भी वैसा ही है. हम बात कर रहे हैं Jabra ELITE 8 ACTIVE ईयर बड्स की.
Jabra ELITE 8 ACTIVE: ये ईयरबड्स ना टूटेंगे, ना पानी घुसने देंगे और साउंड आएगी चारों दिशाओं से
आवाज की दुनिया में इस नाम से तकरीबन हर किसी का राब्ता होता है. डेनमार्क की ये कंपनी अपने बेहतरीन प्रोडक्टस के लिए जानी जाती है. कंपनी तमाम तरह के प्रोडक्ट बनाती है जिनमें से हमने इस्तेमाल किया ELITE 8 ACTIVE को. कुछ बातें पहले ही बता देते हैं फिर विस्तार से गपियाते.
आवाज की दुनिया में इस नाम से तकरीबन हर किसी का राब्ता होता है. डेनमार्क की ये कंपनी अपने बेहतरीन प्रोडक्टस के लिए जानी जाती है. कंपनी तमाम तरह के प्रोडक्ट बनाती है जिनमें से हमने इस्तेमाल किया ELITE 8 ACTIVE को. कुछ बातें पहले ही बता देते हैं फिर विस्तार से गपियाते.
# कीमत: 14999 रुपये
# वाटर और डस्ट रेटिंग: IP68
# ब्लूटूथ: 5.3
# ऑडियो: डॉल्बी
# 6 माइक्रोफोन्स
ये भी देखें: Jabra Elite 8 Active ईयरबड्स
ELITE 8 ACTIVE की कीमत है 14999 रुपये और इनको कंपनी की वेबसाइट और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ऐमजॉन से खरीदा जा सकता है.
IP68: किसी भी ईयरबड्स में धूल और पानी से बचाने के लिए ये रेटिंग मिलना बड़ी बात है. बड्स पानी प्रूफ, पसीना प्रूफ और डस्ट प्रूफ हैं. भरी गर्मी वाले रेगिस्तान से लेकर भयंकर बारिश वाले इलाके में इनको पहने रहिए. कोई दिक्कत नहीं होने वाली. अगर बड्स जमीन पर जोर से भी गिरेंगे तो भी इनके टूटने और खराब होने के चांस नहीं के बराबर हैं. बड्स का चार्जिंग केस भी IP54 रेटिड है. मतलब बॉक्स भी एकदम हेवी ड्यूटी. ShakeGrip तकनीक की वजह से बड्स दौड़ने-भागने पर भी कानों से गिरते नहीं.
ब्लूटूथ 5.3 मतलब कनेक्टिविटी की कोई टेंशन ही नहीं. जहां आम ईयरबड्स कुछ मीटर पर साथ छोड़ देते हैं वहीं ELITE 8 ACTIVE 30 से 35 फीट तक कनेक्ट रहते हैं. बीच में दीवार या कोई मोटा ऑब्जेक्ट भी आ जाए तो भी कनेक्शन बरकरार रहता है.
Spatial Audio मतलब आवाज सिर्फ कानों के पास से नहीं आएगी बल्कि 360 डिग्री का अनुभव मिलेगा. डोले-शोले बनाते समय या फिर नेटफ्लिक्स पर चिल करते समय आपको एकदम लाइव साउंड का अनुभव मिलेगा. अच्छी बात ये है कि डॉल्बी ऑडियो को ऐप से कंट्रोल भी किया जा सकता है.
6 माइक्रोफोन्स मतलब फोन पर बतियाते समय आपको ये नहीं बोलना पड़ेगा कि सुनाई दे रहा है, मेरी आवाज आ रही है. सब एक दम क्लीयर सुनाई देगा. कंपनी इसको क्लीयर कॉल तकनीक कहती है. बड्स में लगी हुई जाली की वजह से अगर वातावरण में तेज हवा भी चल रही हो तो भी सामने वाले को आपकी आवाज साफ सुनाई देगी.
आठ घंटे का लगातार प्लेबैक और केस के साथ 24 घंटे का जुगाड़. हमें अपने टेस्ट में इसी के अल्ले-पल्ले का बैकअप मिला. अगर आप दिन-दिन भर में नॉर्मल इस्तेमाल करते हैं तो शायद आपको हफ्ते में एक बार ही चार्जिंग का प्रबंध करना पड़ेगा.
अब आप कहोगे, सब बता दिया मगर नॉयस कैंसलेशन की बात क्यों नहीं की. जनाब इतना पैसा देकर अगर वो नहीं मिलेगा तो फिर गई भैंस पानी में. नॉयस कैंसलेशन नहीं बल्कि Adaptive Hybrid Active नॉयस कैंसलेशन मिलेगा. जो पूरी ताकत से ऑन किया तो कानों में सूम-सन्नाटा लगेगा. मजे-ही-मजे. वैसे आसपास के माहौल का ख्याल रखने के लिए Hear Through तकनीक भी है.
प्रोडक्ट अपनी कीमत को हर तरीके से जस्टिफाई करता है. इसका मतलब आपको खरीदना चाहिए. हमारे कहने पर नहीं बल्कि अपनी समझ और जरूरत और जेब के हिसाब से.
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