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iPhone पर Apple की मौज जनता तो जनता, Samsung तक ने ले ली है!

इधर Apple ने iPhone 15 सीरीज को लॉन्च किया उधर Samsung ने दो पोस्ट दागे और iPhone 15 के सबसे बड़े फीचर से लेकर पूर्व CEO Steve Jobs को भी लपेट लिया. Google और टेक एक्सपर्ट के बाद सैमसंग बचा था लेकिन उससे भी रहा नहीं गया.

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सैमसंग ने ऐप्पल के मजे ले लिए (तस्वीर: Quick Meme)

iPhone 15 लॉन्च से पहले Google ने Apple की टांग खींची, फिर इवेंट के बीच में पब्लिक और टेक एक्सपर्ट मौज लेते रहे. इतने सब में Samsung कहीं शांति से बैठा हुआ था. मगर वो तूफान के पहले की शांति जैसा था. इधर ऐप्पल इवेंट (Apple Event 2023) खत्म हुआ, iPhone 15 लॉन्च हुआ, उधर सैमसंग ने तीर मार दिया. तीर भी ऐसे फीचर पर जिसको ऐप्पल ने ऐसे दिखाया जैसे बहुत बड़ा काम कर दिया हो. हकीकत में ऐप्पल ने ऐसा मजबूरी में किया. अब सैमसंग के इस तीर से ऐप्पल को कितनी सी-सी लगी. वो हम आपको बताते हैं.

दोस्त-दोस्त ना रहा 

ऐप्पल और सैमसंग टेक की दुनिया के दो बड़े दिग्गज हैं, लेकिन आपस में लड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ते. क्या टेक का मैदान और क्या कोर्ट. लड़ते ही रहते हैं. लेकिन एक दूसरा पहलू और है. सैमसंग ऐप्पल का बहुत बड़ा सप्लायर है. विशेषकर OLED स्क्रीन का. आज भी अधिकतर आईफोन में वही डिस्प्ले होता है जो सैमसंग सप्लाई करता है. मतलब थोडु-थोडु दोस्ती भी है.

लेकिन इनके आपस में लड़ने का इतिहास भी काफी पुराना है. अभी कुछ महीने पहले ऐप्पल ने अपने प्राइवेसी फीचर से जुड़ा एक विज्ञापन जारी किया था. तब सीधे-सीधे सैमसंग के मजे लिए गए थे. अब बारी सैमसंग की थी और हुआ भी ठीक वही.

सैमसंग के US हैन्डल से iPhone 15 लॉन्च के तुरंत बाद दो पोस्ट किये गए. पहला पोस्ट, 

At least we can C one change that's ✨ magical ✨

मतलब आखिरकार हम एक बदलाव तो देख सकते हैं जो जादुई है. यहां जरा C पर गौर फरमाइए. ये देखने वाला (See) नहीं बल्कि नॉर्मल C लिखा हुआ है. यहां सैमसंग नए आईफोन में आने वाले टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट की बात कर रहा. एक तरफ जहां सैमसंग के फोन्स में सालों से टाइप-सी पोर्ट आ रहा, वहीं ऐप्पल ने पहली बार आईफोन में इसको लॉन्च किया. ये भी हुआ युरोपियन यूनियन के दबाव में.

सैमसंग यहीं नहीं रुका. दूसरा पोस्ट देखिए,

This one REALLY could have used “one more thing”

यहां सैमसंग ने ऐप्पल के CEO Steve Jobs को टारगेट किया. दरअसल स्टीव हर ऐप्पल प्रोडक्ट लॉन्च के बाद इस लाइन को बोलते थे. जहां उनका मकसद ऐप्पल के इनोवेशन को हाईलाइट करना होता था. मगर टाइप-सी तो कोई नई खोज है नहीं. लेकिन ऐप्पल ने अपने इवेंट में इसको बहुत देर में बताया. बताया तो सही लेकिन स्टाइल मारने से पीछे नहीं हटा. आईफोन के बेस मॉडल iPhone 15 और iPhone 15 प्लस में टाइप-सी से डेटा ट्रांसफर स्पीड बहुत कम मिलने वाली है. मतलब यूजर्स के लिए हाथ आया लेकिन मुंह ना लगा वाली बात.

खैर जबसे ऐप्पल ने अपने वंडरलस्ट इवेंट की तारीख बताई है, तभी से हर कोई उनकी मौज ले रहा है. सैमसंग भी इसमें पीछे नहीं रहा, आपका क्या सोचना है हमें कमेंट करके बताएं.