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नए-नवेले iPhone 14 की बैटरी हो रही खराब, चक्कर क्या है?

आईफोन 14 के 'प्रो' और 'प्रो मैक्स' मॉडल की बैटरी क्षमता सिर्फ कुछ महीनों में बहुत गिर गई है.

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आईफोन 14 में बैटरी की दिक्कत (तस्वीर: पिक्सेल)

Sam Kohl,  Joanna Stern, Daniel - टेक जगत में जाने पहचाने नाम. अलग-अलग देश और संस्थानों में काम करते हैं लेकिन आजकल एक ही बात कह रहे हैं - iPhone 14 की खराब बैटरी हेल्थ (iPhone 14 pro and pro max battery issue). साल भर नहीं हुआ है और आईफोन के लेटेस्ट मॉडल, विशेषकर प्रो और प्रो मैक्स मॉडल में बैटरी हेल्थ 80 फीसदी तक गिर गई है. टेक एक्सपर्ट के साथ कई आम यूजर्स ने भी सोशल मीडिया पर अपनी परेशानी साझा की है. 

नया नवेला फोन. लेकिन बैटरी को बुखार आ रहा है. क्या चक्कर है? समझने की कोशिश करते हैं.

बैटरी की हेल्थ खराब है

आमतौर पर आईफोन की बैटरी को लंबा चलने वाला माना जाता है. कई सारे यूजर्स तो सिर्फ इसी वजह से आईफोन खरीदते भी हैं, 5-5 साल से एक ही फोन चलाते. हैं लेकिन पिछले साल लॉन्च हुई आईफोन 14 सीरीज की कहानी अलग है. मतलब अभी तो एक साल भी नहीं हुआ है. लेकिन बैटरी बार-बार 80 फीसदी से नीचे आ रही है. ZONEofTECH के फाउंडर  Daniel का ट्वीट देखिए -

मेरे आईफोन 14 प्रो की बैटरी लाइफ बेहद कम हो गई है. सुबह 8 बजे फोन चार्ज किया, दोपहर 12 तक बैटरी 20% पर आ गई. फोन को दोबारा 80% तक चार्ज किया, लेकिन 4 बजे तक बैटरी फिर 20% पर आ गई.

डैनियल ने अपने फोन का वो स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें नज़र आ रहा है कि उनकी बैटरी की क्षमता 88 फीसदी पर आ गई है. ऐप्पल प्रोडक्टस के इस्तेमाल और न्यूज से जुड़े एक और एक्सपर्ट Sam Kohl ने भी आईफोन की बैटरी को लेकर नाराजगी जाहिर की है. 

सोशल मीडिया पर आईफोन के प्रो और प्रो मैक्स मॉडल की बैटरी हेल्थ को लेकर कई और लोग भी अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. और ये सब अचानक शुरू नहीं हुआ. 

कई और यूजर्स ने जून महीने में ही इसके बारे में बता दिया था. इनके मुताबिक नए फोन में भी 100 फीसदी की जगह 90-95 फीसदी बैटरी मिल रही है. ऐसे यूजर्स की शिकायत के बाद हैंडसेट को रिपलेस किया गया था.

इस मसले पर अभी ऐप्पल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन नए फोन की बैटरी की क्षमता का इतनी जल्दी गिर जाना हैरानी पैदा करता है. स्मार्टफोन में लीथियम इयॉन (Li-ion) बैटरी लगी होती है जिसके कई फायदे हैं. जैसे कि ये बड़ी मात्रा में करंट प्रवाहित कर सकती है. लोअर मैंटेनेंस इसकी खासियत है. साथ में इसकी सेल्फ डिस्चार्ज साइकल भी कम है, सिर्फ 1.5 फीसदी प्रति महीने. ये भी तब होता है जब बैटरी की पूरी जान निकाल दी जाती है. माने कि जीरो तक डिस्चार्ज करना और फिर 100 फीसदी चार्ज करना. हां, हमेशा चार्जर लगाए रखने से नुकसान भी हो सकता है.

कई सारे यूजर्स ने बताया है कि वो फोन 80 फीसदी ही चार्ज करते हैं जो बैटरी हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है. इतना ही नहीं, खुद ऐप्पल ने आईफोन में ‘Optimised Battery Charging’ का फीचर दिया है जो फोन के 80 फीसदी चार्ज होने पर चार्जिंग को बंद कर देता है.

आम तौर पर कितना चलती है कि एप्पल की बैटरी?

ऐप्पल के मुताबिक 500 चार्जिंग साइकिल के बाद बैटरी हेल्थ 80 फीसदी होनी चाहिए. एक साइकिल से मतलब फुल डिस्चार्ज होने से लेकर फुल चार्ज होने तक. यहां भी गणित सीधा-सीधा नहीं है. मान लेते हैं की आप आईफोन पहले सौ फीसदी चार्ज करते हैं और फिर उसको 50 फीसदी होने पर फिर से सौ पहुंचा देते हैं, तो भी एक साइकिल पूरी नहीं होगी. दूसरे दिन फिर 50 से 100 होने पर एक साइकिल होगी. हाँ अगर आप रोज जीरो से सौ चार्ज करते हैं तो एक साइकिल काउंट होगी. अगर इसके हिसाब से देखें और एक दिन में एक साइकिल भी पकड़ें तो 16-17 महीने होते हैं. मगर हर कोई रोज साइकिल पूरी नहीं करता. इसलिए 500 साइकिल होने में अमूमन 2 साल तो लगते ही हैं. अभी तक आईफोन के साथ ऐसा ही देखा गया है. दो साल के बाद बैटरी हेल्थ 80 फीसदी तक आती है.

गौर करने वाली बात ये है कि पुराने मॉडल जैसे 13 और 12 में बैटरी हेल्थ ठीक है. अब ये कोई सॉफ्टवेयर की दिक्कत है या हार्डवेयर की समस्या. ये तो आने वाले समय में पता चलेगा. वैसे ऐप्पल की नई सीरीज iPhone 15 के आने में एक महीने से भी कम बचा है. ऐसे में बैटरी की हेल्थ कहीं नए फोन की सेल्स का स्वास्थ खराब नहीं कर दे! 

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