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ना iPhone ना सैमसंग, फिर कैसे पता लगाएं स्मार्टफोन की बैटरी कितनी घिस चुकी है?

फोन की बैटरी बदलना जरूरी है क्या? अगर है तो कब और कैसे?

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सांकेतिक तस्वीर. (पिक्सेल)

आपके स्मार्टफोन की बैटरी बदलने की जरूरत है क्या? अगर है तो कब और तीसरा सवाल, कैसे पता चलेगा कि बैटरी की हेल्थ खराब है या नहीं. जो आपको लग रहा हो कि इतने सारे 'क्यों-कैसे' लगाकर स्टोरी का आगाज हो क्यों हो रहा है तो इसके पीछे वजह है यूरोपियन यूनियन (EU). 

दरअसल EU के एक फैसले के मुताबिक साल 2027 से सभी स्मार्टफोन कंपनियों को अपने फोन में रिप्लेस होने वाली बैटरी लगाना पड़ेगी. बोले तो पिच्छु का ढक्कन आसानी से खुलने वाला बनाना पड़ेगा. इसके बाद से चर्चा चल पड़ी है कि बैटरी बदलना जरूरी है क्या? आज बात इसी की.

बैटरी बदलने की जरूरत है क्या?

जवाब है हां. जैसे हर चीज की एक उम्र और एक्सपायरी डेट होती है, वैसे ही बैटरी के साथ होता है. बैटरी भले स्मार्टफोन की हो या कार की. एक समय के बाद उसको बदलना ही पड़ता है. अगर बात करें स्मार्टफोन की तो आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि अगर बैटरी की हेल्थ 75 फीसदी से नीचे आ जाए तो वक्त हो चला है कि उसको रिप्लेस किया जाए. हालांकि एक फैक्ट ये भी है कि बैटरी जब 75 फीसदी क्षमता तक आती है तब तक फोन भी बदलने लायक हो जाता है. माने कि फोन 3-4 साल पुराना हो जाता है.

लेकिन ये कोई थंब रूल नहीं है. बोले तो बैटरी की क्वालिटी से लेकर चार्जिंग की आदतों पर भी काफी कुछ निर्भर करता है. कई बार सिर्फ कुछ महीनों के इस्तेमाल के बाद भी बैटरी बोल जाती है. अब सवाल ये कि पता कैसे चलेगा कि बैटरी का स्वास्थ कैसा है. क्योंकि फोन तो आजकल बैक पैनल से भी बंद होते हैं. जवाब है सॉफ्टवेयर और फोन का इनबिल्ड फीचर. शुरुआत करते हैं iPhone से.

# आईफोन से इसलिए क्योंकि इनके यूजर्स के लिए ये मक्खन काम है. सिर्फ सेटिंग्स का रुख करना है और बैटरी के ऑप्शन पर क्लिक करना है. आगे कुछ बोलने की जरूरत नहीं क्योंकि सब तो स्क्रीन पर नजर आ जाता है. बैटरी का बुखार, सर्दी, खांसी सबकुछ.

# अब चलते हैं सैमसंग स्मार्टफोन की तरफ. आपको लगेगा ये तो एंड्रॉयड है तो अलग से बात क्यों. दरअसल सैमसंग को छोड़कर बाकी फोन्स के लिए कुछ और करना पड़ता है. वो आगे लेकिन पहले सैमसंग.

# सैमसंग यूजर्स सैमसंग मेम्बर ऐप में जाकर बैटरी के बारे में डिटेल में जानकारी ले सकते हैं.

# इसके लिए उन्हे ऐप के अंदर ‘Phone diagnostics card’ में जाना होगा.

# ‘Battery status’ पर क्लिक करते ही सारा डिटेल डिटेल में नजर आ जाएगा.

# अब बात बाकी एंड्रॉयड फोन्स की.

# वैसे तो गूगल प्ले कई सारे बैटरी हेल्थ ऐप्स से भरा पड़ा है लेकिन ‘Accu​Battery’ काफी सही तरीके से जानकारी देता है.

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# प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के बाद आपको अपना फोन एक बार जीरो से सौ फीसदी चार्ज करना होगा. इसके बाद ऐप अपना काम बखूबी करेगा.

वैसे इसके साथ देसी तरीका भी है. जैसे फोन का बहुत जल्दी डिस्चार्ज होना. भयंकर गर्म होना या पीछे का पैनल फूल जाना. अगर ऐसा कुछ भी हो तो सीधे सर्विस सेंटर का रुख करें.

वीडियो: सैमसंग और आईफोन किनारे पड़े रहे, बेस्ट स्मार्टफोन का 'अवॉर्ड' इसे मिल गया!