ठग तो हॉलीवुड की ममी फिलम के बिच्छुओं जैसे हो गए हैं. कितने भी मारते जाओ, नए पैदा होते जाते हैं. ऐसे में इनको मारने से अच्छा खुद बचा जाए क्योंकि ठग तो नए-नए तरीके निकालते रहेंगे. लेकिन जो हम थोड़ी सावधानी रख लिए तो मुमकिन है की हम बच जाएंगे. बेसिक सावधानी तो आप रखते ही होंगे मसलन SMS या Email पर आई लिंक पर क्लिक नहीं करना या फिर OTP शेयर नहीं करना. पेमेंट लिंक के साथ लिंक नहीं करना या फिर अपने डिवाइस का एक्सेस किसी ऐप को नहीं देना. मगर आज कुछ एडवांस सावधानियों की बात करते हैं.
साइबर ठगों की पूरी कुंडली खुल जाएगी, वो भी बस मोबाइल नंबर और UPI से
सावधानी जो आपको फर्जी जॉब ऑफर से बचा सकती है. सावधानी जो किसी भी साइबर ठग की कुंडली आपके सामने खोल सकती है. सावधानी जो ठग के सोशल मीडिया अकाउंट से लेकर बैंक अकाउंट की पोल-पट्टी खोल सकती है.
सावधानी जो आपको फर्जी जॉब ऑफर से बचा सकती है. सावधानी जो किसी भी ठग की कुंडली आपके सामने खोल सकती है. सावधानी जो ठग के सोशल मीडिया अकाउंट से लेकर बैंक अकाउंट की पोल-पट्टी खोल सकती है.
National Cyber Crime Reporting Portalराष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल का नाम आपने पहले भी सुना होगा. साइबर क्राइम से लेकर वित्तीय ठगी से जुड़े अपराधों की रपट यहीं दर्ज होती है. महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों को भी यहीं रिपोर्ट किया जाता है. मगर इस पोर्टल की एक और खास सर्विस है जिसका जिक्र बहुत कम होता है. इस पोर्टल की मदद से ठगों के बारे में जानकारी भी इकट्ठी की जा सकती है.
कमाल की बात है कि इसके लिए पोर्टल में कई सारे टूल्स भी मौजूद हैं. मसलन मोबाइल नंबर से लेकर ईमेल के ज़रिए ठगी करने वाले संस्थान का पता चल सकता है. UPI आईडी से लेकर बैंक अकाउंट की मदद से भी इनको धरा जा सकता है. इतना ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से भी ठगों का कच्चा-चिट्ठा खोला जा सकता है. फर्जी वेबसाइट और ऐप्स को पकड़ने का भी प्रबंध है.
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आप कहां इस्तेमाल कर सकते हैंउदाहरण के लिए कोई कोई व्यक्ति और संस्थान आपको जॉब ऑफर करता है या फिर किसी सरकारी योजना का लाभार्थी बनवाने की बात करता है. अब अगर वो सही हुआ तो आपसे एक धेला नहीं मांगेगा. जो अगर फ्रॉड हुआ तो कहीं ना कहीं से कुछ तो मांगेगा. जैसे ही ऐसा कुछ हो पोर्टल के Report & Check Suspect सेक्शन में आ जाइए.
# यहां Check Suspect (Mobile) और Check Suspect (Website/apps) का ऑप्शन मिलेगा.
# मोबाइल वाले ऑप्शन में ईमेल, मोबाइल, UPI, बैंक अकाउंट, सोशल मीडिया को चेक करने का जुगाड़ है.
# फर्जी वेबसाइट और ऐप्स का भी पता चलेगा.
हालांकि सब पता चल ही जाएगा, ऐसा भी नहीं है क्योंकि पोर्टल रिपोर्ट हुए डिटेल्स की मदद से ऐसा कर पाता है. फिर भी कुछ मदद तो मिल ही जाती है. जो आप यहां तक जाएं तो Report Suspect पर क्लिक करके ठगों से जुड़ी जानकारी देना मत भूलें. दूसरों का भी भला होगा.
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