आज से कुछ 20 साल पहले अगर आपको एक मोबाइल सिम खरीदना हो तो ऑफिस से छुट्टी लेनी पड़ती थी और यारों दोस्तों के सरकारी अधिकारी पापा से सिफारिश भी लगवानी पड़ती थी. ये वो दौर था जब भारत में मोबाइल नंबर मतलब BSNL होता था. हालांकि, ये रौला कुछ साल ही रहा और फिर प्राइवेट प्लेयर्स के आते ही गेम बदल गया. आज अगर एक सिम खरीदना है तो कहीं जाने की जरूरत भी नहीं. गलती से मन में सोच लीजिए और फिर मोबाइल पर उसका विज्ञापन नजर आ जाएगा. मोहल्ले की नुक्कड़ वाली दुकान पर मिनटों में नया नंबर मिल जाएगा.
पता भी नहीं चलेगा और कांड हो जाएगा... नया सिम लेने में हुई ये गलती आपको जेल भिजवा देगी!
मिनटों में नया नंबर लेने वाली जल्दबाजी आपका नेटवर्क (New SIM Fraud) उड़ा सकती है. आपके साथ स्कैम करवा सकती है. आपको अपराधी बना सकती है. आपको नया सिम लेने से रोक सकती है.

लेकिन ये मिनटों में नया नंबर लेने वाली जल्दबाजी आपका नेटवर्क (New SIM Fraud) उड़ा सकती है. आपके साथ स्कैम करवा सकती है. आपको अपराधी बना सकती है. आपको नया सिम लेने से रोक सकती है. इतना पढ़कर अगर डर लगा तो ठीक बात है. लगना भी चाहिए क्योंकि 'जल्दी का काम शैतान' का. क्या करना चाहिए और क्या नहीं, हम बताते हैं.
SIM का बेस है Aadhaarएक नया सिम लेने के लिए सबसे मुफीद साधन है आधार कार्ड. हालांकि, ऐसा कोई नियम नहीं है कि बिना आधार के नया सिम नहीं मिलेगा. मगर सच्चाई भी यही है. दन्न से आधार निकाला फ़न्न से अंगूठा लगाया और काम खत्म. ये अंगूठा आपको ठेंगा दिखा सकता है. अगर आपने सिम किसी ऐसी जगह से लिया है जो आधिकारिक चैनल नहीं है. बोले तो रास्ते में तगड़े ऑफर बताकर सिम बेचने वाला या फिर गांव के किसी कोने में खुली हुई छोटी सी दुकान. हालांकि, हर जगह फर्जीवाड़ा होगा ऐसा नहीं है. मगर कई जगह होगा और होता भी है. कैसे?
जब आप अंगूठा लगाते हैं और प्रोसेस कैंसिल हो जाती है. आप फिर मशीन पर फिंगरप्रिन्ट रखते हैं और फिर प्रोसेस पूरी नहीं होती. आपको नेटवर्क एरर का दरेरा दिया जाता है. यही वो झोल है जब आपके फिंगरप्रिन्ट से सिम इशू हो जाता है. आपको खबर भी नहीं लगती क्योंकि आप अपना सिम लेकर निकल लेते हैं.
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आपके नाम की यही सिम फिर अपराधियों को बेची जाती है. स्कैम में इस्तेमाल होती है. फर्जी दस्तावेज बनाने में इसका इस्तेमाल होता है, तो लोन लेने के लिए भी. लिस्ट बहुत लंबी है इसलिए उस पर नहीं बल्कि इस बात पर फोकस करते हैं कि बचना कैसे है.
सिम लेने के लिए संबंधित कंपनी के आधिकारिक आउटलेट का इस्तेमाल करें. आजकल तो कस्बे और गांव में इनकी उपलब्धता है. वैसे यहां कोई झोल नहीं होगा, इसकी भी कोई गारंटी नहीं क्योंकि कई ऐसे केस सामने आए हैं, जब आधिकारिक चैनल से भी फ्रॉड हुआ. मगर आउटलेट से ऐसा होने की आशंका कम है. दूसरा, अगर कुछ हुआ तो आपके पास एड्रैस तो होता ही है. आपके मन में एक सवाल अभी भी होगा कि आखिर पता कैसे चलेगा कि आपके नाम पर कितने सिम चल रहे हैं? इसका भी उत्तम प्रबंध है जिसके बारे में हमने आपको पहले बताया है. आज भी बता देते हैं.
आपके नाम पर कितने सिम?# Sanchar Saathi पोर्टल ओपन कर लीजिए
# सबसे ऊपर नजर आने वाली लिंक TAFCOP पर क्लिक कीजिए
# यहां अपना मोबाइल नंबर और OTP एंटर कीजिए

# यहां आपके नाम पर रजिस्टर हर नंबर सामने होगा
# अगर नंबर आपका नहीं है तो यहीं से उस नंबर को बंद करने की रिक्वेस्ट दे सकते हैं.
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