हरे रंग को आमतौर पर खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. लहलहाती फसलों का हरा रंग आंखों को सुकून देता है. लेकिन जब यही रंग स्मार्टफोन की स्क्रीन पर नजर आने लगे तो चुभने लगता है. रही सही कसर तब पूरी हो जाती है जब स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी इस दिक्कत से पल्ला झाड़ ले. आप शायद समझ चुके होंगे कि हम एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में आजकल बहुत ज्यादा नजर आ रही हरी लाइन्स की बात कर रहे हैं. आपको लगेगा अब क्यों, तो जनाब अब पानी सिर से ऊपर निकल गया है इसलिए बात करना जरूरी है.
स्मार्टफोन यूजर्स के मुंह हो रहे 'लाल', स्क्रीन पर ग्रीन लाइनें देखकर!
Oppo, Vivo, Samsung, OnePlus, Xiaomi, Motorola सबके मोबाइल फोनों में ये समस्या हो रही है.
कहानी कुछ एक डेढ़ साल पहले स्टार्ट हुई. जब कुछ बजट और मिडरेंज स्मार्टफोन्स में स्क्रीन पर एक हरे कलर की खड़ी लाइन दिखना चालू हुई. ट्विटर-फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने बाकायदा मोबाइल कंपनियों के नाम बताकर दावा किया कि उनके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर ग्रीन लाइन या लाइनें दिख रही हैं. कहा गया कि एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद ऐसा हो रहा था.
कहानी खत्म और वापस आते हैं जुलाई 2023 में. क्या वनप्लस, क्या सैमसंग. ओप्पो, वीवो, शाओमी, मोटोरोला, गूगल के OLED/AMOLED स्क्रीन वाले फोन्स में हरी लाइन्स ने हलकान कर रखा है. ट्विटर पर सिर्फ ग्रीन लाइन लिखने की देर है और ऐसे स्मार्टफोन की लाइन लग जाती है. कोई यूजर कंपनी को टैग कर रहा तो कोई किसी कंपनी के सर्विस सेंटर की लंबी लाइन का वीडियो डाल रहा है.
ऐसा माना जा रहा है कि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में अपडेट के बाद ऐसा हो रहा है. कई मोबाइल यूजर्स ने कंपनियों को टैग करते हुए इसकी शिकायत की है. कुछ शिकायतों पर नजर डालते हैं.
अजय बाबू नाम के यूजर ने सैमसंग को टैग करते हुए पोस्ट किया है. उनके मुताबिक कंपनी के सर्विस सेंटर में ग्रीन लाइन वाले इशू को फिक्स करने के लिए रिफ्रेश रेट को 120 हर्ट्ज से कम करके 60 हर्ट्ज कर दिया गया. उन्होंने लिखा,
“मैं जैसे ही इसको 120 हर्ट्ज करता हूं, हरी लाइन वापस आ जाती है.”
कार्तिक नाम के यूजर का शाओमी 11 अल्ट्रा अपडेट के बाद स्क्रीन पर ग्रीन लाइन दिखाने लगा. उनका कहना है कि सर्विस सेंटर ने डिस्प्ले बदलने के लिए 28 हजार रुपये की मांग की, जबकि उनके फोन पर एक खरोंच भी नहीं है.
रोहित सिंह बिष्ट ने जैसे ही अपने Vivo X60 स्मार्टफोन को अपडेट किया, वैसे ही ग्रीन लाइन दिखने लगी. ट्वीट के मुताबिक सर्विस सेंटर विजिट करने पर उनकी वारंटी खारिज कर दी गई.
जीशान नाम के यूजर भी अपने ओप्पो मोबाइल में ऐसी ही समस्या से दो-चार हो रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में ओप्पो को ‘सबसे बेकार’ कंपनी तक बता दिया. जीशान ने ट्विटर पर बताया कि सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद कंपनी ने उनके मोबाइल की स्क्रीन बदलने से इनकार कर दिया.
जॉयसन नाम के यूजर के ट्वीट के मुताबिक, सिर्फ एक महीना पहले खरीदे उनके फोन में ग्रीन लाइन की दिक्कत दिखने लगी है.
इस ग्रीन लाइट से मोबाइल यूजर्स के मुंह लाल हो रहे हैं. आम यूजर्स से लेकर टेक एक्सपर्ट तक परेशान हैं. जाने-माने टेक एक्सपर्ट रंजीत ने ट्वीट किया,
“1-2 साल पुराने एमोलेड स्क्रीन वाले स्मार्टफोन्स में ग्रीन लाइन्स की दिक्कत अब बहुत बढ़ गई है. सभी कंपनियों को कम-से कम तीन साल की वारंटी देनी चाहिए."
रंजीत ने भारत सरकार से भी इस मामले में दखल देने की गुजारिश की है.
एक और टेक एक्सपर्ट अभिषेक यादव के मुताबिक वनप्लस ने फ्री में स्क्रीन को रिप्लेस करना बंद कर दिया है.
हमने भी वनप्लस टीम से इस बारे में जवाब मांगा है. लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई रिस्पॉन्स आया नहीं था. आगे इस दिक्कत पर अगर किसी भी कंपनी का बयान आता है तो हम आपसे साझा करेंगे.
वीडियो: सैमसंग और आईफोन किनारे पड़े रहे, बेस्ट स्मार्टफोन का 'अवॉर्ड' इसे मिल गया!