गूगल की हर साल होने वाली कॉन्फ्रेंस भले खत्म हो गई हो लेकिन फीचर्स का आना अभी भी जारी है. आज बात ऐसे ही एक कमाल के फीचर की. 'Help Me Write' मतलब आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड वो फीचर जो आपके लिखने का तरीका बदल देगा. फिर बात ईमेल लिखने या पत्र लिखने कि क्यों ना हो. आप कहेंगे AI की हेल्प से लिखने में क्या बदलेगा. उतना ही जितना Very Good कि जगह Superb या Awesome लिखने पर बदलता है. माने कि एक व्यवस्थित मेल/पत्र आपका इंप्रेशन ही बढ़ाएगा. मतलब रौला जमाना है तो गूगल हेल्प मी या कहें हेल्प यू हाजिर है.
गूगल बहुत तगड़ा 'Help Me Write' फीचर लाया है, ऐसा मेल लिखेगा कि देखते रह जाओगे!
चैट जीपीटी काम आए ना आए, ये बहुत काम आएगा...

जीमेल और गूगल डॉक्स में. फीचर धीरे-धीरे सभी के लिए रोलआउट हो रहा है. आप बस जीमेल और डॉक्स को अपडेट रखें. फीचर इनेबल होते ही आपको डॉक्स के अंदर इसका आइकन नजर आएगा. बात करें जीमेल की तो जब आप किसी मेल का रिप्लाई करेंगे या फिर नया मेल लिखेंगे तो Create ऑप्शन नजर आएगा. फीचर क्या मिलेंगे वो भी जान लेते हैं.
अंग्रेजी भाषा में मेल लिखते समय कई बार ग्रामर और स्पेलिंग की गलती से मिस्टेक हो जाती है. ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि अंग्रेजी हमारी मात्रभाषा नहीं है. वैसे इसका मतलब ये नहीं कि जिनकी जुबान पर पैदा होते साथ ही अंग्रेजी चढ़ी हुई है वो ग्रामर कि गलती नहीं करते. वो भी करते हैं. ऐसी गलतियों की वजह से एक अंग्रेजी भाषा बोलने वाले देश के पूर्व राष्ट्रपति की कई बार भद्द पिट चुकी है. अब ऐसा आपके साथ नहीं हो इसलिए 'हेल्प मी राइट' हाजिर है. ग्रामर और स्पेलिंग ठीक करने का काम ये खुद कर लेगा.
मेल लिखने का सलीकाज्यादा कुछ बताने की जरूरत नहीं बस वसीम बरेलवी साहेब की गजल की ये दो लाइन बहुत हैं. वो फरमाते हैं,
कौन-सी बात कहां, कैसे कही जाती है ये सलीक़ा हो, तो हर बात सुनी जाती है.
बस इसी सलीके का काम करेगा गूगल का नया फीचर. आसान भाषा में कहें तो अगर आप अपने बॉस को या किसी सुपीरियर को मेल लिख रहे हैं तो अपने आप ही अदब-कायदे वाली भाषा का इस्तेमाल करेगा. जैसे Can लिखने में कोई बुराई नहीं लेकिन Could ज्यादा इंपैक्ट डालता है. नया फीचर यही करेगा.
शब्द विन्यास का भी जुगाड़मान लेते हैं कि आपको पूरा मेल नहीं लिखवाना लेकिन किसी एक शब्द पर आपकी गरारी फंस गई तो भी टेंशन नक्को. शब्द ठीक करने और उसकी जगह और बेहतर शब्द लिखने का काम भी 'हेल्प मी राइट' फीचर करेगा. उदाहरण से समझते हैं Angry कि जगह Furious या bright की जगह Dazzling लिखेंगे तो कितना बढ़िया लगेगा. ये कितना जरूरी फीचर है इसका पता सिर्फ इस बात से लगता है कि कई विद्वान तो Very को अंग्रेजी का सबसे यूजलेस शब्द कहते हैं और इससे बचने की सलाह देते हैं.
तुम, यार, भाई, सुनो जी, सबका खयाल रखेगा तेरा गूगलअमा यार तुम समझ नहीं रहे या आप हैं जो मेरी बात मान ही नहीं रहे. एक कंटाप पड़ेगा तो सुधर जाओगे या आज आपको पिटाई पड़ेगी. सारे वाक्यों से आपको समझ आ रहा होगा कि हम अलग-अलग लोगों से बात करने के बारे में बता रहे हैं. दोस्त से बात करने का अलग तरीका होता है और बॉस से अलग. यही बात मेल लिखने या पत्र लिखने के संदर्भ में कहें तो इसको Tone कहेंगे. 'हेल्प मी राइट' इसी Tone को Fine tune करेगा. आपके कमांड के बाद भाषा अपने आप औपचारिक, अनौपचारिक या दोस्ताना हो जाएगी.
वैसे अभी ये फीचर अपने आरंभिक दौर में है. जैसे-जैसे इस्तेमाल होगा वैसे-वैसे और सीखेगा. इसलिए अगली बार जब कोई ईमेल लिखना हो तो गूगल से कहिए 'हेल्प मी प्लीज' लेकिन थोड़ा विनम्रता से. डांटने का नहीं.
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