कभी किसी का भला करने के चक्कर में आपके साथ बुरा हुआ है क्या? मतलब ठीक वैसे जैसे टीवी पर एक विज्ञापन में दिखाते हैं, एक व्यक्ति जबरदस्ती एक अंधे को सड़क पार करवा देता है. आगे जो हुआ वो आपको याद आ ही गया होगा. अब आपके साथ ऐसा भले नहीं हुआ हो, लेकिन Google के साथ जरूर हो गया. दरअसल गूगल के एक बहुत काम के फीचर ने Samsung के साथ कांड कर दिया. बेचारी सैमसंग की ऐप्स मार्केट में किरकिरी हो गई. कई सारे सैमसंग यूजर्स ने गूगल के चक्कर में सैमसंग ऐप्स डिलीट मार दिए.
Google Play Protect ने Samsung के साथ कांड कर दिया, 'वॉलेट' ऐप यूजर्स को लगा झटका
Android स्मार्टफोन में ऐप्स के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए डेवलप किए गए फीचर Google Play Protect ने सैमसंग के दो जरूरी ऐप्स मैसेज और वालेट को खतरनाक घोषित कर दिया. बाकायदा स्क्रीन पर बोल चेता दिया कि अगर इन ऐप्स का इस्तेमाल किया तो खतरा है.
एंड्रॉयड स्मार्टफोन में ऐप्स के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए डेवलप किए गए फीचर Google Play Protect ने सैमसंग के दो जरूरी ऐप्स मैसेज और वॉलेट को खतरनाक घोषित कर दिया. बाकायदा स्क्रीन पर बोल चेता दिया कि अगर इन ऐप्स का इस्तेमाल किया तो खतरा है भइयो. अब हुआ क्या, वो जानने से पहले जरा गूगल प्ले प्रोटेक्ट को समझते हैं.
क्या है गूगल प्ले प्रोटेक्ट?गूगल ने साल 2017 में अपने प्ले स्टोर और एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए ये फीचर लॉन्च किया था. उद्देश्य, फर्जी ऐप्स पर लगाम लगाना. पूरा प्रोसेस ऑटोमैटिक है. मतलब फीचर गूगल प्ले पर मौजूद ऐप्स को स्कैन करता रहता है. प्ले स्टोर पर लिस्ट होने से पहले, डाउनलोड से पहले और डाउनलोड के बाद भी. बढ़िया फीचर है, लेकिन सैमसंग के साथ झोल कर दिया.
9to5Google के मुताबिक गूगल प्ले प्रोटेक्ट ने सैमसंग के दो ऐप्स मैसेज और वॉलेट को फ्लैग किया और इनको खतरनाक बता दिया. मैसेज तो ठीक है, क्योंकि उसके बदले यूजर्स गूगल मैसेज और दूसरे थर्ड पार्टी ऐप्स इस्तेमाल करते हैं. मगर वॉलेट तो सैमसंग का फ़्लैगशिप ऐप है. उसकी मदद से यूजर्स अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड सेव कर सकते हैं और कई किस्म के डिजिटल भुगतान कर सकते हैं. भारत में भी वॉलेट ऐप खासा लोकप्रिय है. वॉलेट को इंडिया में डिजी लॉकर ऐप से भी कनेक्ट किया जा सकता है. जाहिर सी बात है कि अगर ऐसे ऐप को फर्जी फ्लैग किया जाएगा तो हंगामा होगा ही.
कोढ़ में खाज कि तरह कांड यहीं नहीं रुका. गूगल ने यहां तक कह दिया कि दोनों ऐप यूजर कि निजी जानकारी जैसे कॉल लॉग और तस्वीरें भी चुरा सकते हैं. कई सैमसंग यूजर्स को इससे जुड़े मैसेज भी दिखे. जब बात सैमसंग कम्युनिटी फोरम में पहुंची और तहकीकात हुई तो सच्चाई कुछ और निकली.
असल में गूगल प्ले प्रोटेक्ट ने दोनों ऐप्स को गलती से फर्जी समझ लिया था. बहरहाल दोनों कंपनियों ने साफ किया कि कहीं कोई झोल नहीं है. सैमसंग यूजर्स पूरी मौज के साथ ऐप्स इस्तेमाल कर सकते हैं. वैसे सैमसंग प्रोडक्टस पर तगड़ा डिस्काउंट चाहिए तो यहां क्लिक कर लीजिए.
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