Gmail कितने काम का वो बताने जैसी बात ही नहीं रही. अब आप कहेंगे कि हम कुछ ज्यादा ही बढ़ा चढ़ा कर बोल रहे हैं. मगर कह सकते हैं कि बिना जीमेल 'जीवन' थोड़ा मुश्किल टाइप का है. हमारे देश की कुल आबादी से ज्यादा लोग जीमेल का इस्तेमाल करते हैं. माने तकरीबन 180 करोड़ अकाउंट. मतलब भौकाल टाइट होगा और रोला भी होगा. इसी रोले का फायदा कई बार वो उठा लेता है. हमारे इनबॉक्स में अधिकतर बेकार के मेल ज्यादा होते हैं. इसी चक्कर में काम के मेल नीचु चले जाते हैं. इनबॉक्स भरे होने की सबसे बड़ी वजह है सब्सक्रिप्शन वाले मेल.
Gmail का मैजिक बटन और बेकार के ईमेल छूमंतर, Manage Subscriptions का फंडा जानिए
Gmail का इनबॉक्स काम के कम और बेकार के ईमेल से ज्यादा भरा रहता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है सब्सक्रिप्शन वाले मेल. सेल, डिस्काउंट, ऑफर्स के मेल भरे होते हैं. इसी चक्कर में काम के मेल नीचु चले जाते हैं. अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि Manage Subscriptions बटन आ गया है.

क्या हुई, दर्द याद दिला दिया आपका. ये दर्द आपका और हमारा दोनों का है. इनबॉक्स सब्सक्रिप्शन वाले मेल से भरा होता है. इनसे पीछा छुड़ाना भी बहुत मुश्किल है. मगर अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि ऐप इसके लिए सिंगल क्लिक फीचर लेकर आया है.
सब मैनेज करेगा रे तेरा ‘Manage Subscriptions’Google का ये फीचर कितना जरूरी है, उसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि ऐप इसकी तैयारी पिछले एक साल से कर रहा था. अब इस फीचर को धीरे-धीरे जीमेल यूजर्स को रोलआउट किया जा रहा है. इस फीचर की मदद से active email subscriptions को सिंगल क्लिक में दफा किया जा सकेगा. कैसे दबेगा ये बटन, वो जानने से पहले जरा ये जान लीजिए कि ये ईमेल सब्सक्रिप्शन आखिर क्या बला है.
दरअसल जब भी आप किसी ऐप पर या वेबसाइट पर पहली बार विजिट करते हैं तो वहां एक अदद जीमेल की जरूरत होती है. दाएं कोने में एक पॉपअप पुप से आता है जिसमें जीमेल से साइन इन करने का ऑप्शन होता है.
हम भी बिना सोचे उसे क्लिक कर देते हैं. नहीं करो तो पॉपअप बेशर्मों जैसे स्क्रीन पर फूटता ही रहता है. हर ऐप को आपका जीमेल का पता चाहिए होता है. फिर बहाना भले ओटीपी भेजने का हो या ऑर्डर के डिटेल्स. मरता क्या ना करता तो हम जीमेल का पता दे ही देते हैं.
इसके बाद शुरू होता है मेलों की बाढ़ का सिलसिला. हालांकि मेलों जैसा कोई शब्द नहीं है फिर भी लिख रहे क्योंकि इनबॉक्स में इन्ही का कब्जा होता है. सेल, डिस्काउंट, ऑफर्स के मेल भरे होते हैं. कुछ नहीं तो कई बार सिर्फ ये याद दिलाने को मेल मार दिया जाता है कि आपने कई दिनों से हमारी वेबसाइट को विजिट नहीं किया.
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वैसे इनसे निपटने का तरीका है मगर वो बहुत उबाऊ है. एक-एक मेल ओपन करो फिर नीचे जाकर unsubscribe पर क्लिक करो, फिर उनके बेतुके सवालों का जवाब दो. सब्सक्रिप्शन बंद होगा मगर लगेगा जैसे हमारे पर एहसान किया हो. गूगल को भी समझ आया कि भईया ये तो बड़ा दुख है.
इसलिए वो लेकर आया है Manage Subscriptions बटन. इनबॉक्स के लेफ्ट में जहां सारे ऑप्शन होते हैं, वहीं ये बटन मिलने वाला है. सारे सब्सक्रिप्शन इधर नजर आएंगे और क्लिक करके ही unsubscribe.
आगे आपकी मर्जी. जो सब्सक्रिप्शन काम का है वो रख लीजिए और जो स्टोरेज भरने आया है, उसे दफा कीजिए.
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