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'800 में iPhone, 1500 में Samsung Galaxy', Flipkart सेल के बहाने हो रहा गंदा खेल

आप YouTube पर वीडियो देख रहे हैं और अचानक से फ्लिपकार्ट या एमेजॉन के नाम पर एक बैनर या विज्ञापन पॉप-अप होता है. iPhone अकल्पनीय दाम में नजर आता है. आप क्लिक कर देते हैं... नहीं करना है.

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फ्लिपकार्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा

गांव बसा नहीं, लुटेरे पहले आ गए. मजाक में ही लेना भाइयो-बहनो. ये कहावत ई-कॉमर्स कंपनियों की सेल पर एकदम मुफीद बैठती है. अभी Flipkart Big Billion Day और Amazon Great Indian Festival Sale स्टार्ट होने में थोड़ा समय है, लेकिन ऑनलाइन लूटने वाले पहले से सक्रिय हो गए हैं. सभी को पता है कि सेल में बंपर छूट मिलेगी, टनाटन डील्स भी होंगी. बस इसी का फायदा साइबर अपराधी उठाने के मूड में हैं. फर्जी पोर्टल और वेबसाइट के जरिए हमें और आपको लूटने की तैयारी है. शातिर इतने कि सोशल मीडिया से लेकर ईमेल और एसएमएस में सेंधमारी कर रखी है.

आप यूट्यूब पर वीडियो देख रहे हैं और अचानक से एक फ्लिपकार्ट या एमेजॉन के नाम पर एक बैनर या विज्ञापन पॉप-अप होता है. iPhone अकल्पनीय दाम में नजर आता है. आप क्लिक कर देते हैं... नहीं करना है.

ईमेल से और एसएमएस से लिंक भेजकर अकाउंट खाली करना लगता है पुराना हो गया. अब साइबर अपराधी एकदम लेटेस्ट तरीका लेकर आए हैं. रास्ता है ई-कॉमर्स कंपनियों की सेल. अब सेल है तो इसके विज्ञापन भी खूब होंगे. प्रचार-प्रसार में कोई कमी नहीं रहेगी. फलाना फोन इतने में मिलेगा तो स्मार्ट टीवी पर 90 फीसदी छूट मिलेगी. ये तो हो गए असल वाले, लेकिन फिर आते हैं अपराधी.

सेल के बंपर डिस्काउंट वाले पॉप-अप का फायदा उठाकर खेला हो रहा है. एकदम किसी ई-कॉमर्स कंपनी के इंटरफ़ेस जैसी वेबसाइट या ऐप बनाकर. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्ञान थेरपी नाम के अकाउंट से इसका वीडियो पोस्ट किया गया है. पोस्ट में साफ दिखता है कि कैसे आईफोन मात्र 800 रुपये में और सैमसंग गैलक्सी 1500 रुपये में मिल रहा है. ऐसी कीमत देखकर भला किसका मन नहीं डोलेगा. मगर आपने अपने बावरे मन पर पूरा काबू रखना है. ये बहुत बड़ा स्कैम है.

ये Flipkart नहीं 'Flipkort' है. रिबॉक नहीं ‘रिबुक’ वाला मामला है. इससे दूर रहिए. ऐसी किसी भी लिंक पर क्लिक मत करें. आपको प्रोडक्ट के नाम पर धोखा दिया जा सकता है. आपका अकाउंट खाली किया जा सकता है. मुश्किल भाषा में कहें तो साइबर अपराधी क्या करेंगे, वो उनकी मर्जी. वीडियो देखकर आपको लगेगा कि वेबसाइट तो https:// से स्टार्ट हो रही है. मतलब असली होगी. वेबसाइट असली है, मगर उसके अंदर का माल नकली है. 

बहुत बेसिक सी बात है. सेल में डिस्काउंट होगा, मगर कोई प्रोडक्ट फ्री में या कहें लगभग 100 फीसदी डिस्काउंट पर थोड़े नहीं मिलेगा. हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से ही खरीदारी करें. अगर कुछ भी गड़बड़ लगे तो रुक जाएं. सेल आती हैं और आती रहेंगी. आपका पैसा जो एकबार चला गया तो वापस नहीं आवेगा. रही बात फर्जीवाड़े के दूसरे तरीकों की तो उनके बारे में जानने के लिए आप यहां कर लें.