आज मॉर्निंग वॉक करते समय दोस्त ने नया एंड्रॉयड फोन दिखाया. बोला- कितना आसान हो गया है आजकल नया फोन लेना. मैंने भी कुलबुलाहट में पूछा- कैसे भई? दोस्त बोला करना ही क्या था, नए फोन में पुराने फोन से बैकअप ट्रांसफर किया और फिर पुराने फोन को फैक्टरी रीसेट करके छोटे भाई को पकड़ा दिया. मैंने अपने दोस्त से कहा कि काश ऐसा होता, कि ट्रांसफर भर से आपके फोन का पूरा डेटा हमेशा के लिए खत्म हो जाता तो कितना सही रहता.
बिना डेटा क्लीन किए फोन बेचा तो साइबर ठगों के फंदे में फंस जाएंगे
राह चलते लोगों को पुराने और टूटे-फूटे फोन बेचना खतरे से खाली नहीं.
अब नेशनल क्राइम इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB) ने भी लोगों को खबरदार किया है कि यूँ ही राह चलते किसी को भी अपना टूटा-फूटा या पुराना फोन न बेचें, क्योंकि ऐसा किया तो साइबर ठगों के फंदे में फंस जाएंगे.
और अगर आप समझते हैं कि आपने फोन बेचने से पहले उसे फ़ैक्टरी रीसेट कर दिया है और आप बिलकुल सुरक्षित हो गए, तो ये आपकी ग़लतफ़हमी है. फैक्टरी रीसेट के बाद भी आपके फोन का डेटा रिकवर किया जा सकता है. ऐसे में क्या करना चाहिए कि पुराने फोन से डेटा हमेशा हमेशा के लिए डिलीट हो जाए?
इसका प्रोसेस बहुत आसान है. लेकिन पहले ये जान लेते हैं कि फैक्टरी डेटा रीसेट होने पर क्या होता है?
जब आप अपना फोन यूज कर रहे होते हैं तो उसको जानकारी होती है कि कौन सा डेटा है, कहां रखना है. लेकिन जब फैक्टरी डेटा रीसेट करते हैं तो फोन को ये समझना मुश्किल हो जाता है. फैक्टरी डेटा रीसेट होने पर डेटा इंक्रिप्टिड होकर एक जंक फ़ाइल में स्टोर हो जाता है. इसी जंक फ़ाइल को कोई भी हैकर या एक्सपर्ट आसानी से डिकोड कर सकता है.
डेटा इंक्रिप्टिड है इसलिए साइज छोटा होगा. तो जब आप फोन का स्टोरेज चैक करते हैं तो कुछ खास बदलाव नजर नहीं आता. आपको लगता है कि ये तो फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम का स्टोरेज है और आप निश्चिंत होकर फोन बेच देते हैं.
ये तो समझ लिया कि Factory Data Reset करने पर क्या होता है, लेकिन डेटा को हमेशा के लिए हटाएं कैसे, वो भी जान लेते हैं.
जंक क्लीनरफैक्टरी डेटा रीसेट से पहले प्ले स्टोर से कोई भी ढंग का जंक क्लीनर डाउनलोड कीजिए, जैसे AVG या नोर्टन. उसके बाद जंक क्लीनिंग प्रोसेस को अपने फोन पर पूरी तरह से परफ़ॉर्म कीजिए.
अकाउंट लॉग आउट
जितने भी अकाउंट से लॉगइन कर रखा है उनसे एक-एक करके लॉगआउट कीजिए. जैसे WhatsApp, गूगल, आउटलुक, फ़ेसबुक वगैरा. अगर फोन की कंपनी के क्लाउड अकाउंट पर भी लॉगइन है तो वहां से भी लॉगआउट करिए. फोन की सेटिंग्स में यूजर अकाउंट में आपको अपने सभी लॉगइन किए अकाउंट दिख जाएंगे.
अकाउंट लॉगआउट करने के बाद जितने पासवर्ड सेव किए हैं उनको भी हटा दीजिए. फोन की सेटिंग्स में पासवर्ड मैनेजर में आपको ये मिल जाएंगे.
डिवाइस प्रोटेक्शन डीऐक्टिवेशनआपका फोन अगर एंड्रॉयड 5.0 मतलब लॉलीपॉप से ऊपर का है तो उसमें एंड्रॉयड डिवाइस प्रोटेक्शन होगा. इसे आपको डीऐक्टिवेट करना होगा. सेटिंग में लॉकस्क्रीन सिक्योरिटी या सिक्योरिटी में जाइए और स्क्रीन लॉक को टर्न ऑफ कीजिए.
सिम कार्ड और मेमोरी कार्डफैक्टरी डेटा रीसेट से पहले अपने फोन से सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड निकालना न भूलें, वरना प्रोसेस के दौरान नुकसान हो सकता है.
फैक्टरी डेटा रीसेटइतना सब आपने कर लिया है तो अब आप फैक्टरी डेटा रीसेट के लिए तैयार है. ये करने के बाद फोन के फिर से रीबूट होने का इंतजार करें.
डमी डेटा बनानाफोन रीबूट हो गया तो उसको बिना अपना ईमेल डाले इंटरनेट से कनेक्ट कीजिए और फिर कुछ भी ऐक्टिविटी कीजिए जैसे नेट सर्फिंग, गूगल सर्च, पीडीएफ़ फ़ाइल खोलना. इससे आपके फोन पर नया डेटा बनेगा और अगर गलती से भी कुछ रह गया होगा तो डेटा ओवरराइट हो जाएगा .
गूगल अकाउंट से डिवाइस हटानासब कुछ हो गया है. आप पुराना फोन बेचने या किसी को देने के लिए एकदम तैयार हैं, लेकिन अभी भी आपके गूगल अकाउंट पर ये डिवाइस दिखता रहेगा. तो अपने गूगल अकाउंट में जाइए जहां सेटिंग्स-सिक्योरिटी-योर डिवाइस में आपको फोन दिख जाएगा. यहां से भी साइन आउट कर जाइए.
ये सारे स्टेप्स फॉलो करने पर आपके एंड्रॉयड फोन से डेटा हमेशा के लिए हट जाएगा. लगे हाथ एक बात और जानते जाइए. अपना पुराना फोन किसी भरोसे वाले इंसान या कंपनी को बेचिए. आजकल कई स्मार्टफोन कंपनियां पुराने फोन खरीदती हैं, जहां आपके डेटा के मिसयूज के चांस न के बराबर हैं.
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