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boAt ने अपने प्रोडक्ट की तुलना 'एप्पल' से की, यूजर्स-एक्सपर्ट सबने छिलके उतार दिए

boAt ने अखबारों में जो पूरे पन्ने का विज्ञापन दिया है, उसको लेकर सोशल मीडिया उनके छिलके उतार रहा है. कई बड़े टेक एक्सपर्ट ने बोट की मौज ले ली है. अब इस एप्पल में स्वाद है या नहीं खाकर ही जान लेते हैं.

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boAt का नया विज्ञापन.

अंग्रेजी में एक कहावत है "Apples to apples". मतलब तुलना तो बराबर की चीजों में होनी चाहिए. अब ऐसा वाकई में है या नहीं वो अपनी-अपनी समझ, मगर ऐसी ही एक तुलना ऑडियो प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी boAt के लिए खट्टी साबित हो रही है. इतना पढ़कर आपको लगेगा कि क्या बोट (boAt new add) ने अपने प्रोडक्ट की तुलना एप्पल से की है और दाव उल्टा पड़ गया है. आप सही पकड़े हैं, मगर माजरा थोड़ा अलग है. बोट ने अपने प्रोडक्ट की तुलना Apple प्रोडक्ट से नहीं बल्कि खाने वाले एप्पल से की है. लेकिन लागत है जैसे सोशल मीडिया ने ये सेब खाया नहीं. क्योंकि,

boAt ने अखबारों में जो पूरे पन्ने का विज्ञापन दिया है. अब उसको लेकर सोशल मीडिया उनके छिलके उतार रहा है. कई बड़े टेक एक्सपर्ट ने बोट की मौज ले ली है. अब इस एप्पल में स्वाद है या नहीं, खाकर ही जान लेते हैं.

'फैनबॉय नहीं बोटहेड बनो'

दरअसल बोट ने 30 मार्च को अखबारों में एक पूरे पन्ने का विज्ञापन दिया. इसमें एक तरफ ‘कटा’ हुआ सा दिखता (तस्वीर साफ नहीं) एप्पल है तो दूसरी तरफ बोट के ईयरपोड्स. 

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कंपनी ने विज्ञापन में लिखा,

डिफरेंट नहीं बल्कि बेहतर सोचिए.

इसके साथ नीचे एक और लाइन लिखी,

फैनबॉय मत बनो बल्कि बोटहेड बनो.

बोटहेड मतलब जो बोट के प्रोडक्ट को खूब पसंद करते हों. जैसे स्नीकर्स पसंद करने वालों को स्नीकर्सहेड कहा जाता है. बोट ने इसी ऐड को अपने सोशल मीडिया हैन्डल से भी पोस्ट किया और वहां भी लिखा,

फैनबॉयज को ये विज्ञापन थोड़ा कड़वा लगेगा. अब समय आ गया है कि बेहतर फीचर्स ऑफर करने वाले इंडियन ब्रांड को चुना जाए.

बोट ने बड़े स्मार्टली एक बड़े टेक प्रोडक्ट से अपनी तुलना की और उसका नाम भी नहीं लिखा तो हम भी नहीं लिखते. हम भले ना लिखें, मगर ये समझना कोई मुश्किल नहीं की विज्ञापन में किस कंपनी का जिक्र है. यही बात लोगों को पसंद नहीं आ रही.

टेक एक्सपर्ट ईशान अग्रवाल ने बोट को ढंग से सुना दी. उन्होंने विज्ञापन शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट किया,

“यह बुरा है, लेकिन वीडियो विज्ञापन और भी बुरा है. वे सचमुच कहते हैं कि boAt पर ध्वनि की गुणवत्ता और ANC, AirPods से बेहतर है. boAt जैसे ब्रांडों के उपकरण ही लोगों को प्रीमियम सेगमेंट के उत्पादों को समझने में मदद करते हैं. अधिकांश boAt उपयोगकर्ता जो अगला ईयरफोन खरीदेंगे वो boAt नहीं होगा, क्योंकि ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे खरीदारी के एक या दो वर्ष के भीतर उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़ा हो.”

जाने माने यूट्यूबर Pratik Rai ने बोट की अपने ही अंदाज में मौज ले डाली. उन्होंने लिखा, 

"यकीन नहीं है कि यह भारत के विज्ञापन दिशानिर्देशों के साथ कैसे फिट होता है क्योंकि यह गलत विज्ञापन नहीं है. बोट में निश्चित रूप से एक फल की तुलना में बेहतर ANC, बेस और बेहतर बैटरी लाइफ है."

निमिष दुबे ने तो बोट के विज्ञापन की तुलना माइक्रोमैक्स के विज्ञापन से कर दी. कुछ साल पहले इस कंपनी ने भी ‘न्यू आईफोन किलर’ के नाम से ऐसे ही विज्ञापन दिया था.

ये तो कुछ उदाहरण हैं. ट्विटर ऐसे कमेंट्स से पटा पड़ा है. अब बोट ने कौन से एप्पल से तुलना की वो तो वही जाने. मगर सोशल मीडिया को ये पसंद नहीं आया. आपका क्या कहना है?