एक जमाना था जब घर में AC होना रईसी और लग्जरी माना जाता था. पूरे घर में दूर अगर एक कमरे में भी AC लगा हो तो मोहल्ले से (5 star and 3 star ac ) लेकर दूर के रिश्तेदारों में भी रौला जमा रहता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. AC अब रईसी नहीं बल्कि एक जरूरत जैसे हो गया है. सिर्फ एक कमरे में नहीं बल्कि पूरे घर में AC लगे होते हैं. आजकल तो बोरिंग व्हाइट कलर की जगह रंगीन और डिजाइनर AC भी आने लगे हैं. हवा ठंडी हुई है मगर एक सवाल आज भी पहले जैसा ही गर्म है.
3 स्टार AC लेना ज्यादा किफायती! फिर 5 स्टार का इतना रौला क्यों? पूरा चक्कर नहीं समझा तो 10 साल पछताओगे
AC लेना कौन सा चाहिए. 3 स्टार या 5 स्टार. 1 और 2 स्टार की बात इसलिए नहीं क्योंकि वो अब देखने को ही मुश्किल से मिलते हैं. आम समझ तो यही कहती है कि जितने ज्यादा स्टार उतनी बिजली की बचत. समझ तो सही है. मगर बचत उतनी नहीं जितनी शायद हम सोच रहे हैं. कुछ गुणा-गणित हम बता देते हैं फिर आप आपने हिसाब से टेंपरेचर सेट कर लेना.

AC लेना कौन सा चाहिए. 3 स्टार या 5 स्टार. 1 और 2 स्टार की बात इसलिए नहीं क्योंकि वो अब देखने को ही मुश्किल से मिलते हैं. आम समझ तो यही कहती है कि जितने ज्यादा स्टार उतनी बिजली की बचत. समझ तो सही है मगर शायद बचत उतनी नहीं जितनी हम सोच रहे. कुछ गुणा-गणित हम बता देते हैं फिर आप आपने हिसाब से टेंपरेचर सेट कर लेना.
AC में सलमा -सितारे लगते कैसे हैं1, 2, 3 4 या 5. आपके AC में कौन सा स्टार लगा होगा इसको तय करता सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency). ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, जिसको शॉर्ट में BEE के नाम से भी जाना जाता है, वो इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को रेटिंग देने का भी काम करता है. पंखें से लेकर AC और फ्रिज तक के लिए रेटिंग होती है. इन उपकरणों में 1 स्टार से लेकर 5 स्टार तक की रेटिंग होती है. ये स्टार बताते हैं कि बिजली का कोई उपकरण ऊर्जा बचत को लेकर कितना दक्ष है.

स्टार रेंटिंग का मतलब क्या होता है? दरअसल, ये एनर्जी एफिशियंसी के फॉर्मूले पर काम करता है. ये एसी में कूलिंग आउटपुट और पावर इनपुट पर तय होता है. हर एसी पर एक एनर्जी एफिशियंसी रेश्यो (EER) लिखा होता है. अगर किसी एसी पर 2.7 से 2.9 EER लिखा है, तो वो 1 स्टार रेटिंग वाला एसी होगी. 2.9 से 3.09 होने पर दो स्टार, 3.1 से 3.29 होने पर तीन स्टार, 3.3 से 3.49 होने पर चार स्टार और 3.5 से ऊपर होने पर वो 5 स्टार रेटिंग का एसी होगा. डेढ़ टन का पांच स्टार एसी करीब 1450 वाट पॉवर इस्तेमाल करता है, वहीं इतने ही टन का 3 स्टार रेटिंग वाला एसी करीब 1600 वाट. 8 घंटे रोज के हिसाब से भी जोड़ें, तो मतलब हुआ महीने में 240 घंटे बिजली. इस स्थिति में फाइव स्टार AC में यूनिट की खपत होगी 348 यूनिट्स और थ्री स्टार AC की यूनिट खपत होगी 384 यूनिट्स.
ये भी पढ़ें: ये AC कंपनी लोगों को चूना लगा रही थी? सरकार ने विज्ञापन निकालकर रगड़ दिया
3 स्टार या 5 स्टारएक लाइन में कहें तो 3 स्टार क्योंकि वो पहले का 4 स्टार है. जुलाई 2022 से नई रेटिंग लागू हुई और सभी का एक सितारा कम हो गया. इसलिए आज का तीन पहले का चार था. सबसे पहले कीमत का फर्क देख लीजिए.
एक 5 स्टार और 3 स्टार AC के बीच गिरते-पड़ते 10 हजार का फर्क तो होता ही है. 10 हजार से ज्यादा भी हो भी हो तो कोई बड़ी बात नहीं. मतलब 5 सितारों के चक्कर में आप पहले दिन ही 10 हजार एक्स्ट्रा दे चुके होते हैं.
अब यूनिट में फर्क देखिए. 5 और 3 के बीच सिर्फ 34 यूनिट का अंतर है महीने का. अगर एक यूनिट को 5 रुपये से भी जोड़ें तो 34*5= 170 रुपये महीने का. अब मान साल के 8 महीने भी आपने हचक का ठंडी हवा ली तो 170*8= 1360 रुपये ज्यादा लगेंगे साल भर में 3 स्टार पर.
अब 10 हजार को 1360 से भाग कर लीजिए. हम यहां नहीं लिख रहे क्योंकि दुखी करने वाला नंबर है. 8 साल लगेंगे वसूली में.
इसलिए अगर ठंडी हवा का कार्यक्रम 8 घंटे का है तो 3 सितारे वाला AC ही सही है. इसका मतलब ये नहीं कि पांच को हाथ ही नहीं लगाना. लगाना है अगर आप लगातार AC चला रहे. 12, 18 या 24 घंटे.
वीडियो: कोविशील्ड के बाद अब कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने क्या बता दिया?