भारत के प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) और हावर्ड यूनिवर्सिटी या कोलंबिया यूनिवर्सिटी जैसे मशहूर विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ने का सपना किसका नहीं होता. कुछ भाग्यशाली ही होते हैं जिनको इन टॉप क्लास शिक्षा संस्थानों में दाखिला मिलता है. ज्यादातर की ये हसरत दिल ही में रह जाती है. लेकिन हम आपके लिए एक ऐसा जुगाड़ लेकर आए हैं जो इन विश्वविद्यालयों से पढ़ने में मदद कर सकता है. ऑनलाइन, घर बैठे आप यहां से सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं. इतना ही नहीं, आप बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों के साथ-साथ एमेजॉन और गूगल जैसी कंपनियों के कई सारे कोर्स में दाखिला ले सकते हैं.
घर बैठे हावर्ड, कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने और सर्टिफिकेट पाने का जुगाड़
IIT की भी पढ़ाई कर सकते हैं.

क्लास सेंट्रल एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो दुनिया भर के कई बड़े संस्थानों के सर्टिफिकेट कोर्स कराता है. वेबसाइट के मुताबिक इसके प्लेटफॉर्म पर 1200 से ज्यादा विश्वविद्यालय, 80 सेवाएं और 1000 से ज्यादा इंस्टिट्यूट जुड़े हुए हैं. वेबसाइट पर 5 करोड़ से ज्यादा विजिट हैं तो 30 लाख लोगों ने साइनअप भी किया हुआ है. कौन सा कोर्स कितना पॉपुलर है, इसको समझने के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध कोर्सेस को रैंकिंग के हिसाब से सेट किया गया है.

भतेरे. बोले तो बहुत सारे. आपकी जरूरत के हिसाब से भी और आपकी पसंद के हिसाब से भी. कहने का मतलब, जैसे आपको बिजनेस का कोई सर्टिफिकेट कोर्स करना है तो किसी यूनिवर्सिटी को चुन सकते हैं, और अगर कोई नौकरी-चाकरी से जुड़ा कुछ देख रहे तो गूगल और माइक्रोसॉफ्ट. अंग्रेजी पढ़नी है तो ब्रिटिश काउंसिल भी यहीं है.

आजकल खुद की प्रतिभा को निखारने का चलन है तो स्किल शेयर जैसे प्लेटफॉर्म भी हैं. एक तरफ आईआईटी मद्रास और आईआईटी खरगपुर जैसे भारतीय संस्थानों के कई कोर्स यहां आपको मिल जाएंगे, तो दूसरी तरफ कोलंबिया यूनिवर्सिटी से लेकर स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी का भी प्रबंध है. सिर्फ उदाहरण के लिए देखें तो अकेले गूगल से जुड़े 1029 कोर्स आप यहां से कर सकते हैं.
अब एक अहम बात. पढ़ाई ऑनलाइन है तो शायद आपको लग रहा होगा सब आसान होगा. जैसे एटीएम से पैसे निकल जाते हैं, वैसे ही प्रिंटर से सर्टिफिकेट बाहर आ जाएगा. बिल्कुल मुगालते में ना रहें. सशरीर उपस्थित होकर परीक्षा देंगे तो शायद टीचर को आप पर रहम आ जाए और वो दो मिनट एक्स्ट्रा दे दे. लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं होने वाला. परीक्षा के लिए इन प्लेटफॉर्म के सॉफ्टवेयर इतने एडवांस हैं कि आपकी हर गतिविधी को रिकॉर्ड करते हैं. बाकायदा टाइम लिमिट है. उससे एक सेकंड ज्यादा नहीं. जो आपने स्क्रीन बदली या फिर माउस इधर-उधर किया तो सब स्टॉप. तरीके से पूरी पढ़ाई करके ही कुछ हासिल होगा. इसलिए पेपर में फर्रा तकनीक अपनाने वाले दाखिले से पहले दो बार सोच लें.
बात करें फीस की तो कई सारे कोर्स तो मुफ़्त हैं और कई सारे कोर्स के लिए आपको फीस भरनी पड़ेगी. अपनी सलाह, पहले फ्री वाले आजमाओ और जब लगे कि सब बढ़िया तो फिर प्रीमियम जिन्दाबाद.
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