भारत में स्टार्टअप की स्पीड पांचवें गियर में दौड़ रही है. तक़रीबन रोज़ नए स्टार्टअप ओपन होते हैं. कई सारे स्टार्टअप की सक्सेस स्टोरी भी हमारे सामने है. ऐसा नहीं है कि सब सावन के जैसा हरा है. चावल में कई कंकड़ भी मौजूद हैं. बोले तो सफलता के रास्ते में प्रॉफिट अभी भी स्पीड ब्रेकर है. स्पीड ब्रेकर क्या ही कहें, गड्ढा ही समझ लीजिए. ज्यादातर स्टार्टअप अभी घाटे में चल रहे हैं. ऐसे में अगर कोई स्टार्टअप साल भर में 94 करोड़ का प्रॉफिट बनाये तो उसकी बात होनी जरूरी है. भले उस स्टार्टअप के काम से हमें कोई दिलचस्पी नहीं है.
आपकी किस्मत भले ही इस ज्योतिष ऐप से न बदली हो! पर आपके पैसे ने इस ऐप का खजाना भर दिया
Astrotalk ऐप की बात हम कर रहे हैं, जिसने साल 2023-24 में 94 करोड़ का प्रॉफिट (Astrotalk FY24 Profit) बनाया है. ये प्रॉफिट कोई तुक्का नहीं है क्योंकि उसके पहले के साल में भी ऐप ने 27 करोड़ रुपये मुनाफे के तौर पर छापे थे. कंपनी का पिछले साल का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 651 करोड़ रुपए है तो 250 करोड़ की फंडिंग भी है. कैसा है इस ऐप का काम और कैसे कमाए इसने इतने सारे पैसे?
हम बात करने वाले हैं Astrotalk ऐप की जिसने साल 2023-24 में 94 करोड़ का प्रॉफिट (Astrotalk FY24 Profit) बनाया है. ये प्रॉफिट कोई तुक्का नहीं है क्योंकि उसके पहले के साल में भी ऐप ने 27 करोड़ रुपये मुनाफे के तौर पर छापे थे. कंपनी का पिछले साल का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 651 करोड़ रुपये है. 250 करोड़ की फंडिंग है. ऐसे में इनकी कुंडली बांचनी तो बनती है.
5 लाख करोड़ का मार्केटAstrotalk क्या करता है वो बताने की शायद जरूरत नहीं. पिछले साल इंस्टा पर इन्होंने जैसे अपना प्रचार किया, उसके बाद तक़रीबन हर कोई इनके बारे में जानता है. कुछ महीनों के लिए जब भी इंस्टा ओपन करते थे तो इनका विज्ञापन दिखता था. अगर विज्ञापन नहीं दिखता तो कोई ना कोई इंफ़्लूइंसर इनके बारे में बात कर रहा होता था. ऐप ने अपने प्रचार पर मोटा पैसा खर्च किया था. वित्तीय वर्ष 2022-23 में 74 करोड़ रुपये और 2023-24 में 157 करोड़ रुपये. मार्केट में इस बात की चर्चा भी खूब थी कि न्यूयॉर्क बेस्ड Left Lane Capital और Elev8 Ventures से जो 250 करोड़ की फंडिंग मिली थी, उसका बड़ा हिस्सा मार्केटिंग पर ही खर्च किया गया. मगर क्यों? क्योंकि ऐप को ज्योतिष और पूजा के जिस मार्केट में अपनी जगह बनाना थी, उसका बाज़ार साल 2023 में ही 5 लाख करोड़ के पार हो चुका है.
बाज़ार की भाषा में कहें तो spiritual ecommerce का बाज़ार जिसका मेन फ़ोकस है ज्योतिष, रत्न, शादी, पूजा सामग्री वगैरा. हाल ही में इसमें एक और सेगमेंट बहुत तेज़ी से उभरा है. e-puja जिसमें पुजारी दूर बैठकर ऑनलाइन पूजा करवाते हैं. ऐसा भी नहीं है कि Astrotalk इसमें अकेला है. कई और प्लेयर पहले से मैदान में हैं. मतलब मार्केट तो वाकई बहुत बड़ा है बस व्यवस्थित नहीं. माने लोकल प्लेयर अच्छे खिलाड़ी हैं. इसी का फ़ायदा उठाया Astrotalk ने.
2017 में भविष्य देखा?साल 2017 में नोएडा के Anmol Jain और Puneet Gupta ने इस ऐप को स्टार्ट किया था. आज की तारीख़ में ऐप के पास लगभग 45 लाख पेड सेशन हैं महीने के और 60 लाख सेशन फ्री वाले उपलब्ध हैं. हालांकि 45 लाख सेशन का मतलब इतने यूजर या कस्टमर नहीं है बल्कि इसका मतलब यूजर के ऐप पर उपलब्ध एक्सपर्ट से बात करने से है. ऐप पहले-पहल यूजर को कुछ सवाल मुफ्त में पूछने देता है और फिर पैसा देना पड़ता है. ऐप दावा करता है कि यूजर और एक्सपर्ट के बीच की पूरी बातचीत गोपनीय होती है. अब वाक़ई में इस बातचीत से कोई फ़ायदा होता है या नहीं. वो हम नहीं कह सकते. मगर कंपनी का प्रॉफिट तो spiritual tech में खूब चर्चा बटोर रहा है.
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हालांकि ऐप का दामन पूरी तरह से साफ़ नहीं है. मसलन Astroyogi ने ऐप पर ट्रेडमार्क को लेकर केस ठोक रखा है तो इनके एक्सपर्ट को लेकर भी कई बातें होती हैं. उदाहरण के लिए जब एक यूट्यूबर ने इनके एक्सपर्ट से थोड़ा दोस्ती करके बातचीत की तो पता चला कि वो तो इंजीनियर है. जब कहीं काम नहीं मिला तो Astrotalk जॉइन कर लिया. इतने सब के बीच ऐप 2026 में अपना आईपीओ लाने की बात कह रहा है. देखना वाक़ई दिलचस्प होगा कि सबका भविष्य बताने वालों का भविष्य कैसा होगा.
तब तक के लिए कह सकते हैं कि दूसरों की किस्मत बदलने का दावा करने वाले ने फ़िलहाल अपनी किस्मत तो बदल ली है.
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