फोन कोई सा भी हो, उसका रिव्यू करना अगर मुश्किल नहीं है तो आसान भी नहीं. जब तक फोन में सिम नहीं खोंसी, भरी दोपहर से लेकर घुप अंधेरे में उसको नहीं चलाया तो क्या खाक रिव्यू किया. मगर आज जिस फोन की बात करनी है, उसके मामले में ऐसा बिल्कुल नहीं था. पहले दिन से पता था कि ये वाला फोन खरीदने के लिए मना करना है. जो आपने खरीदा तो आप खुद को ठगा हुआ महसूस करेंगे. फोन में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आपको लगेगा जैसे शादी के कपड़ों में सब नया है बस बेल्ट पुरानी है.
आईफोन 15, 14, 13, 12 वाले अपना मोबाइल चूम लेंगे, ऐसा है iPhone 16!
अगर जो आपने iPhone 16 खरीदा तो आपको लगेगा जैसे शादी के कपड़ों में सब नया है, बस बेल्ट (apple iPhone 16 review) पुरानी है. इतना पढ़कर जो आपके अंदर का एप्पल फैन बुरा मान जाए तो जनाब आप एक असल का एप्पल खाओ और पूरी बात जानो. हम खुद आईफोन के जबरा फैन हैं.
आपसे कोई कुछ नहीं कहेगा, लेकिन आपको खुद ही अच्छा नहीं लगेगा. हम बात कर रहे iPhone 16 की. इतना पढ़कर जो आपके अंदर का एप्पल फैन बुरा मान जाए तो जनाब आप एक असल का एप्पल खाओ और पूरी बात जानो. हम खुद आईफोन के जबरा फैन हैं.
iPhone 16 है कहां?पुरानी सीरीज के पीछू वाले कैमरे को नीचे सरका दिया और साइड में एक कैमरा कंट्रोल दे दिया. लो जी बन गया iPhone 16. आईफोन 15, 14, 13,12 के साथ भी ऐसा किया जा सकता है. माने मार्केट में चंद सेकंड में आपके पुराने आईफोन को नया जैसा बनाया जा सकता है. आप समझ गए होंगे कि मैं किस जुगाड़ की बात कर रहा हूं.
अभी फोन के अंदर चलेंगे, मगर पहले बाहर से ढंग से निपट लेते हैं. जिस कैमरा कंट्रोल बटन के नाम पर नई सीरीज लॉन्च हुई, उसकी जगह तो देखिए. अगर आपको फोन को किसी स्टैंड में लगाना है, मसलन वीडियो बनाने के लिए या मैप चलाने के लिए तो आप स्टैंड फिक्स करके देखिए. या कैमरा बटन दबेगा या फिर वॉल्यूम बटन.
अजी छोड़िए भी स्टैंड. जो आप राइट की जगह लेफ्ट हैंड इस्तेमाल करते हैं तो कैमरा कंट्रोल को कंट्रोल करने में आपको मजनू और उदय याद आ जाएंगे. दूसरी बात कैमरा कंट्रोल बटन अड़ियल सांड के जैसे सिर्फ कैमरा ही कंट्रोल करेगा. इससे अच्छा तो साइड वाला बटन है जिसे आप भतेरे फीचर्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. कैमरा के लिए भी.
कैमरा कंट्रोल बटन को ऑपरेट करना चिढ़ पैदा करता है. उससे अच्छा आप स्क्रीन पर मिलने वाले कैमरा कंट्रोल का इस्तेमाल करके बढ़िया फोटो और वीडियो ले सकते हैं. यहां हमने तारीफ कर दी क्योंकि iPhone 16 खिचक-खिचक में निराश नहीं करेगा. वीडियो के लिए तो इससे अच्छा डिवाइस अभी भी नहीं मिलेगा. हां, जो आपने वीवो और शाओमी के फ्लैगशिप डिवाइस के फोटो देख लिए तो जरूर आपको थोड़ा अजीब लगेगा. आईफोन को इनसे सीधे टक्कर मिल रही.
कुल जमा बात ये कि कैमरा कंट्रोल के लिए आईफोन 16 लेने का कोई मतलब नहीं. पता है-पता है, आप कहोगे चलो मान ली तुम्हारी बात. मगर Apple Intelligence के लिए खरीद लेंगे.
Apple Intelligence ही-ही-हीदोस्त जिसे एप्पल ने Apple Intelligence कहा वो दरअसल में Chat-GPT का इंट्रीगेशन है आईफोन 16 में. माइक्रोसॉफ्ट सालों से एप्पल का सर्च पार्टनर बनना चाहता था, मगर गूगल बाबा वहां धुनी रमाये हैं. अब जाकर Chat-GPT की वजह से उनको इस सिस्टम में दाखिल होने को मिला है. खुद सत्य नडेला से इसकी खुशी संभल नहीं रही.
वैसे भी Apple Intelligence आईफोन 16 के साथ आया नहीं. अब जो 18.2 के साथ आया तो भी अधूरा. भारत की हिन्दी समेत दूसरी भाषाओं के लिए इसका सपोर्ट जून 2025 के पहले नहीं आने वाला. जो आ भी गया तो पूरे चांस हैं कि इसके लिए आपको Chat-GPT का प्रीमियम वर्जन लेना पड़ेगा. मतलब ईएमआई में 2 हजार और जोड़ लो.
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वैसे Apple Intelligence में ऐसा अभी तक कुछ नहीं जो आप अलग से नहीं कर सकते. फोटो से ऑब्जेक्ट हटाना है तो कैनवा समेत कई टूल्स. ईमेल लिखवाना है या तस्वीर को समझना है तो गूगल लेंस से लेकर कितने फ्री के टूल्स उपलब्ध हैं. चलो दिल पर पत्थर रखकर रंग-चंगे सीरी से बतिया लेंगे. जनाब आप होली में रंग-गुलाल खेलिए क्योंकि वो तो अभी कई महीनों नहीं आने वाला.
लुब्ब-ए-लुबाब ये कि एक बहुबड़े टेक पब्लिकेशन हाउस ने कहा था कि Apple Intelligence के लिए आपको इडियट होना पड़ेगा. मतलब, ये जो करता है वो कोई ऐसा काम नहीं जो कोई और नहीं कर सकता. क्योंकि AI का साल है तो बिना इसके काम नहीं चलता इसलिए जल्दबाजी में दे दिया.
हां एप्पल के लिए एक बात कही जाती है कि ये कॉपी इतनी अच्छी करते हैं कि ओरिजनल भी फीका लगता है. तो अपन मान लेते हैं कि कुछ सालों में Apple Intelligence कमाल करेगा. तब की तब देखेंगे. फिलहाल के लिए आईफोन 16 पर 80 हजार क्यों खर्च करना, मतलब आईफोन नहीं लेना चाहिए.
आप बुरा मान गए शायदअगर आप गौर करें तो हमने कभी नहीं कहा कि आईफोन नहीं लेना. आईफोन 16 या इसका कोई और मॉडल आपने नहीं लेना. iPhone 15 ले लीजिए. 50 हजार के अल्ले-पल्ले मिलेगा. हां उसमें Apple Intelligence नहीं है. जो आपको वो भी चाहिए तो iPhone 15 Pro ले लीजिए. आईफोन 16 में 20 हजार और लगाकर मिल जाएगा. Apple Intelligence तो मिलेगा ही सही, 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट भी मिलेगा. खैर इसकी बात क्यों ही कर रहे हम 2025 आते-आते!
आपका असल का सेब खत्म हो गया होगा तो अब आखिरी बात सुन लीजिए. जो आपके पास iPhone 13, 14, 15 है तो वही इस्तेमाल कीजिए. सीधे आईफोन 17 पर कूदी मारना. हां जो आप पहली बार आईफोन चलाने वाले हैं, मतलब एंड्रॉयड से इधर आ रहे तो फिर आप सब भूल जाओ. सीधे आईफोन 16 खरीद लो. पैसे भले ज्यादा लगेंगे मगर Apple Intelligence के साथ A18 chip मिलेगी. कम से कम पांच साल चलेगा वो भी लेटेस्ट सॉफ्टवेयर के साथ क्योंकि वहां एप्पल छोटे-बड़े, महंगे-सस्ते का भेद नहीं करता.
मतलब सीधी बात. जो आप बहुत पुराने आईफोन मसलन आईफोन 10-11 के बाद अपग्रेड कर रहे या फिर पहली बार इधर कू आ रहे तो आईफोन 16 एकदम मुफीद. मगर सिर्फ अपग्रेड के लिए नया आईफोन लेना है तो रुक जाओ दोस्त. आईफोन 17 भी आएगा और आईफोन 18 भी. जब तक इंडिया में इसके पूरे फीचर चलना स्टार्ट होंगे तब तक देश में सेल का मौसम आ चुका होगा. कीमत अभी के आईफोन 15 जितनी होगी. फिर क्या फायदा अभी लेने का.
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पीसा पूरा दिया तो सब अभी के अभी मांगता. अभी के अभी. डीसीपी की छुट्टी कैंसिल.
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