‘क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है’
क्रिकेट को खेलने या समझने वाला हर व्यक्ति इस कहावत को बखूबी समझता है. और इस खेल में ये कहावत एक नहीं कई दफे बार सच होती दिखी है. और 22 गज की पिच पर एक बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ है. रैंकिंग, रिकॉर्ड, आंकड़ों और कयासों को झुठलाते हुए एकदिवसीय मुकाबले में ज़िम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया (Zimbabwe VS Australia) को हरा दिया है. वो भी ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में.
ICC के आंकड़ों के मुताबिक वनडे में ज़िम्बाब्वे 13 वें नंबर की टीम है. ऑस्ट्रेलिया पिछले वर्ल्ड कप की चैंपियन और फिलहाल IIC रैकिंग में 5वें स्थान पर है. ऐसे में उम्मीद यही की जाती है कि ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम ज़िम्बाब्वे जैसी कमजोर टीम को तो आसानी से रौंद ही देगी. लेकिन इन सारी बातों धता बताते हुए ज़िम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया. ज़िम्बाब्वे ने विदेशी सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की है.
अब बात कर लेते हैं मैच की. दरअसल ज़िम्बाब्वे 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है. पहले दो मैच हारने के बाद शनिवार को टाउन्सविले के टोनी आयरलैंड स्टेडियम में ज़िम्बाब्वे की टीम क्लीन स्वीप से बचने उतरी थी. मैच में टॉस जीता ज़िम्बाब्वे के कप्तान रेगिस चकाब्वा ने और पहले गेंदबाजी चुनी.
ऑस्ट्रेलिया की टीम की बल्लेबाजी बेहद खराब रही. डेविड वॉर्नर ने 94 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन बाकी के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए. ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 31 ओवर में मात्र 141 रनों पर ऑलआउट हो गई. डेविड वॉर्नर के अलावा ग्लेन मैक्सवेल ही दहाई का आंकड़ा छू पाए. मैक्सवेल ने 22 गेंदों पर 19 रन बनाए. बाकी 9 बल्लेबाज सिंगल डिजिट पर निपट गए. ज़िम्बाब्वे के लिए रयान बर्ल ने सिर्फ 3 ओवर में 10 रन देकर 5 विकेट लिए.
जबाव में बल्लेबाजी करने उतरी ज़िम्बाब्वे की शुरूआत अच्छी रही. लेकिन 38 रन पर ओपनर टी कातानो के आउट होने के बाद लगातार विकेट गिरते रहे. एक समय टीम 77 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी. लेकिन फिर आखिर में 3 विकेट से ज़िम्बाब्वे ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. ज़िम्बाब्वे के खिलाड़ी रयान बर्ल मैन ऑफ द मैच रहे.
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