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वर्ल्ड कप सेमीफाइनल्स में टीम इंडिया का सफर, वो दो मैच आज भी बहुत दर्द देते हैं!

मौजूदा विश्व कप से पहले टीम इंडिया सात बार वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेल चुकी है. 1983 विश्व कप का मैच तो एकदम दमदार मैच था. लेकिन 1996 और 2019 के सेमीफाइनल आज भी एक कड़वी याद बने हुए हैं.

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वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया का सफर (Twitter/Cricketworldcup)

वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में टीम इंडिया का सामना न्यूजीलैंड से होगा (IND vs NZ Semifinal). ये मैच 15 नवंबर को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में खेला जाएगा. पिछले दो विश्व कप से सेमीफाइनल में चूक जाने वाली टीम इंडिया इस बार कोई भी गलती नहीं करना चाहेगी. साल 1975 से लेकर अब तक कुल 13 विश्व कप हुए हैं. ये आठवां मौका है, जब टीम इंडिया वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच खेलने उतरेगी. इससे पहले सात बार वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेल चुकी टीम इंडिया को तीन में जीत और चार में हार का सामना करना पड़ा है. 

आइए जानते हैं उन सभी मैचों के बारे में, जब इंडियन टीम सेमीफाइनल खेलने मैदान पर उतरी थी.

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1983 vs England

इंडियन टीम वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार साल 1983 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेलने उतरी थी. इस मैच में उसके सामने इंग्लैंड की चुनौती थी. 60 ओवर्स के इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था. मैनचेस्टर में खेले गए इस मुकाबले में इंग्लिश टीम 213 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी. इंग्लैंड के लिए ग्रीम फ्लावर ने सबसे ज्यादा 33 रन बनाए थे. भारत के लिए कपिल देव ने तीन, जबकि मोहिंदर अमरनाथ और रोजर बिन्नी ने दो-दो विकेट लिए थे.

214 रन के लक्ष्य को इंडियन टीम ने 54.4 ओवर में केवल 4 विकेट खोकर चेज कर लिया था. भारत के लिए यशपाल शर्मा ने सबसे ज्यादा 61, जबकि संदीप पाटिल ने 51 रन की पारी खेली थी. वहीं मोहिंदर अमरनाथ ने भी 46 रन बनाए थे. इस साल इंडियन टीम पहली बार वर्ल्ड कप चैंपियन भी बनी थी.

पहली बार फाइनल में पहुंची टीम इंडिया (Twitter)
1987 vs England

1987 वर्ल्ड कप में इंडियन टीम दूसरी बार सेमीफाइनल खेलने मैदान पर उतरी. इस बार भी सामने इंग्लैंड की ही चुनौती थी. ये मैच था मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में. पिछली बार की तरह इंग्लैंड ने इस बार भी पहले बैटिंग की और निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट खोकर 254 रन बना दिए. ग्राहम गूच ने 115, जबकि माइक गैटिंग ने 56 रन बनाए. भारत के लिए मनिंदर सिंह ने तीन विकेट लिए थे.

जवाब में इंडियन टीम लगातार अंतराल पर विकेट खोती रही और पूरी टीम 45.3 ओवर में 219 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत के लिए मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए. जबकि कपिल देव ने 30 रन की पारी खेली. इंग्लैंड के लिए एडी हेमिंग्स ने चार विकेट लिए.

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1996 vs Sri Lanka

तीसरी बार इंडियन टीम साल 1996 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी. तब उसका सामना हुआ श्रीलंका से. मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग चुनी और ये फैसला गलत साबित हुआ. श्रीलंका ने ईडन गार्डन की मुश्किल पिच पर 8 विकेट खोकर 251 रन बना दिए. अरविंदा डी सिल्वा ने 66 जबकि रोशन महानामा ने 58 रन की पारी खेली.

टारगेट चेज करने उतरी इंडियन टीम को नवजोत सिंह सिद्धू के तौर पर पहला झटका 8 रन के स्कोर पर लगा. इसके बाद सचिन तेंडुलकर ने संजय मांजरेकर के साथ मिलकर 90 रन की पार्टनरशिप की. सचिन 98 के स्कोर पर 65 रन बनाकर आउट हुए. यहां से इंडियन टीम ताश के पत्तों की तरह बिखरती चली गई. टीम ने अगले छह विकेट केवल 22 रन के अंदर गंवा दिए. इसके बाद स्टेडियम में मौजूद दर्शक काफी गुस्से में आ गए और उन्होंने मैदान में सामान फेंकना शुरु कर दिया. इस वजह से आगे का खेल नहीं हो सका और श्रीलंका को विजेता घोषित किया गया.

श्रीलंका से हारी टीम इंडिया (Twitter)
2003 vs Kenya

अगला मौका आया साल 2003 में. जब भारत का मुकाबला केन्या से हुआ. मैच में इंडियन टीम पहले बैटिंग करने उतरी. कप्तान सौरव गांगुली के 111 और सचिन तेंडुलकर के 83 रन की बदौलत टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर 270 रन बनाए. इसके जवाब में केन्या की टीम 46.2 ओवर में 179 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत के लिए जहीर खान ने तीन, जबकि आशीष नेहरा और सचिन तेंडुलकर ने दो-दो विकेट लिए. फाइनल मैच में इंडियन टीम को ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया.

2011 vs Pakistan

साल 2011 के सेमीफाइनल में इंडियन टीम का सामना हुआ पाकिस्तान से. भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए. सचिन तेंडुलकर ने 85 जबकि वीरेंद्र सहवाग ने 38 रन्स की पारी खेली. पाकिस्तान के लिए वहाब रियाज ने 5 विकेट लिए. जवाब में पाकिस्तानी टीम 49.5 ओवर में 231 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत के लिए सभी पांच बॉलर्स ने दो-दो विकेट लिए. फाइनल में श्रीलंका को हराकर इंडियन टीम दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी.

2011 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को दी मात (Twitter)
2015 vs Australia

इसके बाद टीम साल 2015 वर्ल्ड कप के भी सेमीफाइनल में पहुंची. उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ. पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ के 105 और एरोन फिंच के 81 रन्स की बदौलत 7 विकेट खोकर 328 रन बनाए. जवाब में इंडियन टीम 46.5 ओवर में केवल 233 रन पर सिमट गई. ऑस्ट्रेलिया के लिए जेम्स फॉकनर ने तीन, जबकि मिचेल जॉनसन और स्टार्क ने दो-दो विकेट लिए.

2019 vs NZ

इसकी कड़वी याद तो अब तक ताजा है. 2019 के वर्ल्ड कप में भारत का सामना हुआ न्यूजीलैंड से. इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट खोकर 239 रन बनाए. केन विलियमसन ने 67 जबकि रॉस टेलर ने 74 रन की पारी खेली. भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लिए. जवाब में इंडियन टीम 49.3 ओवर्स में 221 रन पर सिमट गई. रविंद्र जडेजा ने 77 जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 50 रन की पारी खेली. न्यूजीलैंड के लिए मैट हेनरी ने तीन, जबकि ट्रेंट बोल्ट और मिचेल सैंटनर ने दो-दो विकेट लिए.