The Lallantop

ऐसी परफ़ॉर्मेंस के बाद टीम इंडिया आधे फ़ैन्स भी डिज़र्व करती है?

फ्लॉप शो. टीम इंडिया का T20 वर्ल्ड कप 2024 कैम्पेन ऐसा ही रहा. पर क्या ये पहली बार हुआ है? बीते कुछ T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की कहानी यही रही है. और ऐसे हाल में फ़ैन इन्हें कैसे सपोर्ट करें?

post-main-image
टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर (फोटो - AP Photo)

Women's T20 World Cup. इंडियन फ़ैन्स के लिए ये टूर्नामेंट खत्म हो चुका है. हां, जो हाफ फ़ैन्स नहीं थे वो शायद अभी भी सेमी-फाइनल, फाइनल देख लें. लेकिन हाफ फ़ैन्स इस टूर्नामेंट के बाद खुद से सवाल करने लगे हैं. और विचार करने लगे कि अब क्वॉर्टर फ़ैन कैसे बना जाएं? क्योंकि, विद ऑल ड्यू रेस्पेक्ट, ऐसी परफॉर्मेंस देखने के बाद कुछ फ़ैन्स सरदार खान बने फिरते हैं.

और कुछ सोशल मीडिया साइट पर आकर सुना कर चले जाते हैं. ऑफिस-ऑफिस वाले पटेल साहब की भाषा में कहें, तो जब भी ऐसा होता है, तो दो बातें होती हैं. कुछ इन बातों को सपोर्ट करते हैं. और साथ मिल, जीभर कर आलोचना करते हैं. और कुछ कहते हैं कि ऐसा नहीं कहना चाहिए. टीम को सपोर्ट करना चाहिए. अगले साल फिर ट्राई करेंगे. और ये ट्रायल मोड साल 2017 से कुछ ज्यादा ही अटेंशन में है.

ये भी पढ़ें - 'मुस्लिम हूं, इसलिए मारना चाहते हैं' जब अपने ही प्लेयर को सुन चौंक गए टाइगर पटौदी!

इस बरस अपनी टीम इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गई थी. इंग्लैंड के खिलाफ़ ये लोग सिर्फ़ नौ रन से हारे थे. आठ गेंदें बाकी रहते हुए. अगली आठ गेंदों में इतने रन बन सकते थे लेकिन सबको तो बल्ला घुमा कर ट्रॉफी उठाने की जल्दी थी. ना बल्ला घूमा, ना हाथ आई ट्रॉफी. लेकिन इस बीच घर पर माहौल बन चुका था. खूब बढ़िया रिसेप्शन. प्लेयर्स खुश, फ़ैन्स खुश. कि भइया अब आ रही इनकी बारी.

हर बाइलैट्रल इवेंट में हम चिल्लाएंगे दंगल का डायलॉग. लेकिन ये बाइलैट्रल तक ही ठीक है. क्योंकि साल 2017 का माहौल अंजाम तक नहीं पहुंच पा रहा है. 2022 के वनडे वर्ल्ड कप में भी कुछ नहीं हुआ. और इस बीच हमारी विमेंस टीम ने चार T20 वर्ल्ड कप खेले. दो में सेमी-फाइनल में पहुंचे. फाइनल का रास्ता किसने रोका? इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम्स ने.

एक बार फाइनल खेला, क्योंकि सेमी बारिश के कारण रद्द हुआ और हमें मिला ग्रुप टॉप करने का फायदा. वहां फिर मिली ऑस्ट्रेलिया. उन्होंने 20 ओवर्स में 184 रन बना दिए और अपन लोग आउट हुए डबल डिजिट पर. सिर्फ़ 99 रन. और फिर इस बार क्या हुआ ये सबको पता है. आप हार जाओ, फ़ैन्स को कोई समस्या नहीं. अगर आप लोगों के अंदर ऑस्ट्रेलिया वाला अग्रेशन है, तो वैसा इंटेट भी तो दिखाओ.

पाकिस्तान के खिलाफ़ 105 रन आपने 18.5 ओवर्स में चेज़ किए, जबकि आपको पता था कि पहले मैच में मिली हार के बाद आपको नेट रनरेट बढ़ाने की जरूरत है. लेकिन शायद मैनेजमेंट सिर्फ दो पॉइंट्स के गेम प्लान के साथ चल रहा होगा. बैकफुट पर हैं ना, पॉइंट्स बटोरो, खाता खोलो. आगे का आगे देख लेंगे. अगले मैच में आपने टूर्नामेंट के सारे मैच हारी श्रीलंका को बुरी तरह कूट दिया. खूब तारीफें बटोर ली.

लेकिन, जब ऑस्ट्रेलिया मैच का नंबर आया... तो 'खड़ा हूं आज भी वहीं...' शुरू हो गया. और हम यहीं खड़े रहेंगे. बीते कई सालों से खड़े हैं. और आगे भी खड़े रहेंगे. क्योंकि इस टीम ने बीते कुछ सालों में बिल्कुल ग्रो नहीं किया है. हम सिर्फ बाइलैट्रल सीरीज़ जीतकर खुश होने वाले लोग हैं. जब ICC इवेंट्स आते हैं, तो हम सेमी-फाइनल में पहुंच कर तालियां बजाने लगते हैं, कहते हैं कि वाह, वाह यहां तक पहुंच गए. अगली बार ट्रॉफी लाएंगे.

लेकिन, इस टीम के साथ तो ये अगली बार आने से रहा. ऐसी बैटिंग, फील्डिंग परफॉर्मेंस से तो कतई नहीं आएगा. पूरे टूर्नामेंट में आपकी ओपनिंग जोड़ी एक मैच के अलावा किसी में नहीं टिकी. तमाम वादे और दावे, बड़े स्टेज़ पर बुरी तरह फ़ेल रहे. ना शफ़ाली से कुछ हुआ और ना स्मृति से. नंबर चार के बाद आपकी बैटिंग का कुछ अता-पता नहीं.

फील्डिंग ऐसी कि कॉर्पोरेट खेलने वाले बुजुर्ग भी देख लें, तो शर्मा जाएं. हाथ आए कैच आप कई सीरीज़ से छोड़ रहे हैं. इस पर क्या काम हो रहा है, पता नहीं. क्योंकि फील्ड पर तो कुछ दिख नहीं रहा. अब अगर आपका कॉम्पटिशन पाकिस्तान की फील्डिंग से है, तो बात ही अलग है. क्या ही कहने इसके.

ऐसी परफॉर्मेंस दिखा, आप सोच रहे हैं फ़ैन्स आपको सपोर्ट करें, तो आप इस गलतफ़हमी में जीते रहिए. ऐसा कभी नहीं होने वाला. फ़ैन्स का सपोर्ट जीतना पड़ता है, और आपसे तो मैच भी ना जीते जा रहे. आपने शायद मिस कर दिया, लेकिन फुटबॉल लेजेंड सुनील छेत्री स्पष्ट कह चुके हैं कि अगर मेरे पास दिन में दो घंटे का वक्त है. तो निश्चित तौर पर मैं कुछ क्वॉलिटी वाली चीज देखूंगा, मैं सिर्फ़ इसलिए आपका गेम नहीं देख पाऊंगा कि मैं देशप्रेमी हूं. It doesn't work like that. और सैडली, इंडियन विमेंस टीम क्वॉलिटी नहीं दिखा रही है.

वीडियो: मुंबई इंडियंस में दिग्गज कोच की वापसी, मार्क बाउचर को किया रिप्लेस