दिल्ली बनाम रेलवे का रणजी ट्रॉफी मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चल रहा है. इस मैच के जरिये विराट कोहली 12 साल बाद डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने उतरे. उन्हें खेलता देखना के लिए मैच के दूसरे दिन हज़ारों की संख्या में दर्शक पहुंचे थे. उनको इस दिग्गज बल्लेबाज से लंबी पारी की उम्मीद थी. लेकिन कोहली सिर्फ 6 रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए. BGT का उनका खराब फॉर्म घरेलू क्रिकेट में भी जारी देख फैन्स बहुत निराश हुए. लेकिन इस सबके बीच ध्यान खींचा विराट कोहली को आउट करने वाले गेंदबाज ने. इस बोलर का नाम है हिमांशु सांगवान (Himanshu Sangwan bowled Kohli).
विराट कोहली की 'घरेलू वापसी' फ्लॉप करने वाला ये गेंदबाज कौन है?
Himanshu Sangwan राजस्थान के झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं. फास्ट बोलर बनने के लिए उन्होंने कम उम्र में घर छोड़ दिया था. सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में रहते हैं. हिमांशु 2014-15 के U19 डोमेस्टिक क्रिकेट सेशन में दिल्ली की तरफ से खेल चुके हैं.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, हिमांशु सांगवान राजस्थान के झुंझुनू जिले के रहने वाले हैं. फास्ट बोलर बनने के लिए उन्होंने कम उम्र में घर छोड़ दिया था. सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में रहते हैं. भारत के पूर्व धुरंधर बैटर वीरेन्द्र सहवाग भी नज़फगढ़ से ही आते हैं. हिमांशु 2014-15 के U19 डोमेस्टिक क्रिकेट सेशन में दिल्ली की तरफ से खेल चुके हैं. इस दौरान ऋषभ पंत उनके टीममेट थे. जब डीडीसीए के लिए खेलते हुए सफलता नहीं मिली तो पड़ोसी राज्य हरियाणा से खेलने चले गए. लेकिन यहां भी कोई खास सफलता नहीं मिली.
रेलवे में जॉबः दो साल क्रिकेट खेलने के बाद हिमांशु को एक दोस्त के ज़रिए रेलवे में वैकेंसी के बारे में पता चला. उन्होंने अप्लाई किया और नई दिल्ली स्टेशन पर Travelling Ticket Examiner (TTE) बन गए. यहां से उनके क्रिकेट के सफर को नई दिशा मिली. 2018 में उन्होंने रेलवे के लिए सीके नायडू ट्रॉफी में डेब्यू किया. इस टूर्नामेंट के 7 मैचों में उन्होंने 37 विकेट अपने नाम किए. उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 2019 में रणजी ट्रॉफी टीम में जगह मिल गई.
दिल्ली में खेले जा रहे मैच से पहले हिमांशु ने कहा था, "यह पहली बार है जब मैं इतने बड़े खिलाड़ी के खिलाफ खेल रहा हूं. लेकिन मैं इसे सिंपल रखना चाहता हूं. मेरी ताकत लाइन और लेंथ है, जिसमें थोड़ी हरकत भी है. मैं अपनी ताकत पर भरोसा करना चाहता हूं और बेसिक्स पर टिके रहना चाहता हूं. धैर्य और बेसिक्स पर टिके रहना मेरे लिए फायदेमंद होगा."
हिमांशु की क्रिकेट जर्नी में उनके पैरेंट्स का पूरा सपोर्ट रहा है. उनके पिता का नाम सुरेंद्र सिंह बैंक मैनेजर हैं. मां भगवान रति टीचर हैं. सांगवान डीडीसीए लीग में Sporting Club से खेलते हैं.
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