बृजभूषण शरण सिंह (Brij bhushan sharan singh) मुश्किल में पड़ गए हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के आगामी चुनाव के निर्वाचक मंडल से उनका नाम हटा दिया गया है. उनके बेटे और WFI के उपाध्यक्ष रहे करण प्रताप सिंह के साथ भी ऐसा हुआ है. इसके अलावा बृजभूषण के दामाद आदित्य सिंह का नाम भी निर्वाचक मंडल में नहीं है. हालांकि, उनके दूसरे दामाद विशाल सिंह का नाम है, जो बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में अपने राज्य की तरफ से निर्वाचक मंडल में शामिल हुए हैं. विशाल को लेकर ये भी पता लगा है कि उन्होंने अभी तक अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष सहित किसी भी बड़े पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया है.
बृजभूषण और उनके बेटे नहीं लड़ पाएंगे कुश्ती संघ का चुनाव, WFI में क्या बड़ा खेल हो गया?
अगस्त की शुरुआत में कुश्ती संघ का चुनाव, निर्वाचक मंडल में किस-किस का नाम?
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक WFI का चुनाव केवल वो लोग ही लड़ सकते हैं, जो निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं. वोट करने का अधिकार भी निर्वाचक मंडल में शामिल लोगों को ही होता है. इस तरह से अगर देख जाए तो बृजभूषण शरण सिंह, उनके बेटे करण प्रताप सिंह और दामाद आदित्य सिंह WFI का आगामी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. हालांकि, यहां पर साफ़ कर दें कि बृजभूषण वैसे भी अब WFI के प्रेसिडेंट पद का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, क्योंकि वो अधिकतम तीन बार (12 साल तक) प्रेसिडेंट रह चुके हैं.
इन नामों को लेकर विवाद!WFI के संविधान के अनुसार उससे जुड़ी इकाई ही केवल अपनी कार्यकारी समिति के सदस्य को चुनाव में प्रतिनिधित्व के लिए नॉमिनेट कर सकती है. लेकिन इस बार की लिस्ट में ऐसे लोगों को नॉमिनेट किया गया है, जो राज्य संस्थाओं का हिस्सा नहीं हैं. जिसे WFI के संविधान का उल्लंघन माना जा रहा है.
निर्वाचक मंडल की लिस्ट में यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण सिंह के खिलाफ गवाहों में शामिल अनीता श्योराण को शामिल किया गया है. वो ओडिशा के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुई हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 की गोल्ड मेडलिस्ट अनीता हरियाणा की रहने वाली हैं और वो राज्य पुलिस में नौकरी करती हैं. जबकि गुजरात के प्रतिनिधि के तौर पर प्रेम चंद लोचब का नाम शामिल किया गया है. वो फिलहाल रेलवे खेल प्रमोशन बोर्ड (RSPB) के सचिव हैं. वहीं हरियाणा के होटल व्यवसायी देवेंदर कादियान असम के प्रतिनिधि होंगे.
बता दें कि WFI में अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों के लिए उम्मीदवारों के नामांकन की अंतिम तिथि 1 अगस्त है. जबकि अगले दिन नामांकन की जांच की जाएगी. 7 अगस्त को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो 12 अगस्त को मतदान कराया जाएगा.
पहलवानों ने रखी थी मांगकुछ समय पहले प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी. इस दौरान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने मांग की थी कि बृजभूषण के परिवार से कोई भी चुनाव ना लड़े. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी इस मांग को खेल मंत्री ने स्वीकार कर लिया था.
BJP सांसद बृजभूषण सिंह की बात करें तो 20 जुलाई को उत्पीड़न मामले में उन्हें जमानत मिली थी. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में जज हरजीत सिंह जसपाल ने बृजभूषण सिंह और एक अन्य आरोपी विनोद तोमर को जमानत दी थी.
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