शतक से तो चूके लेकिन एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ गए किंग कोहली
अब सिर्फ सचिन हैं आगे.
एक प्लेयर. 61 इंटरनेशनल पारी. शून्य शतक. ज्यादा रायता फैलाने की जरूरत नहीं है. आप समझ गए होंगे कि हम विराट कोहली की बात कर रहे हैं. इंडियन टेस्ट टीम के कप्तान कोहली ने आखिरी बार साल 2019 में कोलकाता में टेस्ट सेंचुरी मारी थी. और उसके बाद से ही किंग कोहली के फ़ैन्स उनके बल्ले से एक सेंचुरी का इंतजार कर रहे हैं. और ये इंतजार केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में भी जारी रहा. टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला करने वाले कोहली ने इस मैच में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाए. हालांकि इसके बाद भी वह तीन अंकों तक नहीं पहुंच पाए और फ़ैन्स का इंतजार खत्म होते-होते रह गया. हालांकि कोहली की 79 रन की पारी भी किसी मायने में शतक से कम नहीं थी. सिर्फ 33 रन के टोटल पर केएल राहुल और मयंक अग्रवाल के आउट होने के बाद कोहली क्रीज़ पर आए.
# Virat Kohli Record
और नौवें विकेट के रूप में आउट होने से पहले 201 गेंदों का सामना कर 12 चौके और एक छक्का जड़ा. कोहली ने इस पारी में बहुत धैर्य से बैटिंग की. और लंबे वक्त तक ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों को नहीं छेड़ा. हालांकि अंततः उनकी पारी का अंत ऐसी ही एक गेंद पर हुआ. कोहली की यह पारी पिछली 26 टेस्ट पारियों में उनका हाईएस्ट स्कोर है. और इसके साथ ही कोहली ने टीम इंडिया के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया. अब कोहली साउथ अफ्रीका के खिलाफ साउथ अफ्रीका में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीयों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. कोहली के नाम अब साउथ अफ्रीका में 13 टेस्ट पारियों में 690 रन हैं. कोहली ने इस दौरान दो सेंचुरी और तीन हाफ सेंचुरी जड़ी है. कोहली ने यह रन 53.48 के ऐवरेज से बनाए हैं. कोहली के बाद इस लिस्ट में राहुल द्रविड़ का नंबर आता है. द्रविड़ ने 22 पारियों में 624 रन बनाए थे. उन्होंने यह रन 29.71 के ऐवरेज से बनाए. द्रविड़ के बाद इस लिस्ट में वीवीएस लक्ष्मण हैं. लक्ष्मण के नाम 18 पारियों में 40.42 के ऐवरेज से 566 रन हैं. जबकि लिस्ट के टॉप पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर का नाम है. तेंडुलकर ने साउथ अफ्रीका में 28 पारियों में 1161 रन बनाए हैं. सचिन ने पांच सेंचुरी और तीन हाफ सेंचुरी के साथ यह रन 49.44 के ऐवरेज से बनाए हैं. केपटाउन टेस्ट पर लौटें तो भारत ने अपनी पहली पारी में 223 रन बनाए. टीम के लिए कोहली के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 43 और ऋषभ पंत ने 27 रन का योगदान दिया. जबकि साउथ अफ्रीका के लिए कगीसो रबादा ने सबसे ज्यादा चार विकेट निकाले. मार्को येनसन ने तीन विकेट निकालते हुए उनका अच्छा साथ दिया.