विनेश फोगाट (Vinesh Phogat Retirement) ने कुश्ती को अलविदा कह दिया है. 8 अगस्त की सुबह फोगाट ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है. एक दिन पहले पेरिस ओलंपिक्स (Paris Olympics) में उन्हें 50 किलोग्राम कुश्ती इवेंट के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था. फोगाट इस इवेंट के फाइनल में पहुंच गई थीं. लेकिन उनका वजन तय मानकों से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था.
विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास लिया, ओलंपिक्स मेडल की आस अभी बाकी है!
Vinesh Phogat's retirement from wrestling: एक दिन पहले ही Paris Olympics में Vinesh Phogat के डिस्क्वालिफाई होने के बाद उन्होंने अब कुश्ती से संन्यास ले लिया है. उन्होंने ओलंपिक गेम्स में 3 बार हिस्सा लिया है. इस बार वो 50 किलोग्राम कुश्ती इवेंट के फाइनल तक पहुंच गई थीं. लेकिन तय मानकों से 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. और वो फाइनल नहीं खेल पाईं.
फोगाट ने लिखा है,
"मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई. माफ करना. आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती, 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी. माफी."
पेरिस ओलंपिक्स में अपने सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा को 5-0 से और क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन को 7-5 से हराया था.
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'Vinesh Phogat चैंपियन हैं'इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी (Nayab Saini) ने कहा है कि विनेश हम सबके लिए एक चैंपियन हैं. और जब वो वापस आएंगी तो उनका स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा. उन्होंने बताया है कि हरियाणा सरकार ओलंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाले को जो सम्मान, ईनाम और सुविधाएं देती है वो सभी विनेश फोगाट को भी दी जायेंगी.
विनेश फोगाट के ताऊ और गुरु महावीर फोगाट ने विनेश के संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि विनेश जब वापस आएंगी तो महावीर उन्हें समझाएंगे कि उन्हें अभी और खेलना है. महावीर उनसे अपने संन्यास के फैसले को बदलने को कहेंगे. और कहेंगे कि वो ओलंपिक्स 2028 की तैयारी करें.
ओलंपिक्स के 3 सफर29 साल की हरियाणा की विनेश ने तीन बार ओलंपिक्स में भाग लिया है. तीनों बार उन्होंने अलग-अलग ‘वेट कैटेगरी’ में खेला है. 2016 के रियो ओलंपिक्स में उन्होंने 48 किलोग्राम महिला कुश्ती में भाग लिया. फिर 2020 के टोक्यो ओलंपिक्स में उन्होंने 53 किलोग्राम के कैटेगरी में खेला. इस बार वो 50 किलोग्राम वाले कुश्ती इवेंट के फाइनल तक पहुंच गई थीं.
3 गोल्ड मेडल2014, 2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन अलग-अलग ‘वेट कैटेगरी’ में विनेश 3 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. साल 2018 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के साथ-साथ एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था. एक ही साल में इन दोनों गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान हैं.
2019 और 2022 के वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने दो ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए.
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Paris में क्या हुआ?पेरिस ओलंपिक्स से बाहर होने के बाद भारतीय पहलवान ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) का रूख किया है. और अपील की है कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए. 8 अगस्त को इस अपील पर सुनवाई की जाएगी. इसके बाद तय होगा कि ये मेडल उन्हें दिया जाएगा या नहीं. विनेश ने CAS से फाइनल खेलने की भी इजाजत मांगी थी. लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली.
विनेश ने अपना वजन कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया था. बाल कटवाए, साइकलिंग की, रस्सी कूदी, सॉना बाथ लिया. लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद खबर आई कि वो डी-हाईड्रेशन के कारण बेहोश हो गईं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विनेश को 'चैंपियन ऑफ द चैंपियंस' कहा. PM मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पीटी उषा से भी बात की. और उन्हें आगे के विकल्पों के बारे में विचार करने को कहा. इसके बाद पीटी उषा ओलंपिक विलेज पहुंची. वहां उन्होंने विनेश से मुलाकात की. पीटी उषा ने कहा कि ओलंपिक संघ, भारत सरकार और पूरा देश विनेश के साथ है.
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