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विनेश फोगाट की वापसी भूल जाइए, रेसलिंग के सबसे बड़े मुखिया ने सीधा कह दिया, 'Rule is rule'

यूनाइटेड वर्ल्ड रेसल‍िंग के अध्यक्ष नेनड लेलोविक का Vinesh Phogat मामले पर बयान आया है. उनका कहना है कि नियम पहले से तय हैं और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए.

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विनेश फोगाट के फाइनल खेलने की सारी संभावनाएं खत्म. (फोटो- पीटीआई)

विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के पेरिस ओलंपिक से बाहर होने पर अब रेसलिंग की सबसे बड़ी संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसल‍िंग (UWW) का बयान आया है. UWW के अध्यक्ष नेनड लेलोविक ने विनेश के अयोग्य साबित होने पर दुख जताया. लेकिन कहा कि नियम तो नियम हैं, विनेश के लिए नियम नहीं बदला जा सकता है. महिला कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग इवेंट के फाइनल में विनेश फोगाट का मुकाबला अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट से होना था. लेकिन अब गोल्ड मेडल के लिए विनेश से सेमीफाइनल में हार चुकीं क्यूबा की युस्नीलिस गुजमन खेलेंगी.

एक दिन पहले विनेश ने रेसलिंग के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा था. ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान हैं. लेकिन फाइनल मुकाबले से पहले विनेश का वजन तय मानकों से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया. और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.

यूनाइटेड वर्ल्ड रेसल‍िंग के अध्यक्ष नेनड लेलोविक का कहना है कि नियम पहले से तय हैं और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए. इंडिया टुडे से बातचीत में लेलोविक ने कहा, 

"हमें नियमों का सम्मान करना चाहिए. उनके (विनेश) साथ जो हुआ, उससे मैं काफी दुखी हूं. उनका वजन तय मानकों से थोड़ा ही अधिक था. लेकिन नियम तो नियम हैं और सबकुछ सबके सामने है. सभी एथलीट वहां हैं और यह असंभव है कि बिना वजन पूरा किए किसी को प्रतियोगिता में जाने दिया जाए."

लेलोविक ने आगे कहा कि विनेश को फाइनल में पहुंचने की वजह से सिल्वर मेडल नहीं दिया जा सकता है. उन्होंने साफ किया कि फाइनल मुकाबला विनेश के बिना होगा. लेलोविक से पूछा गया कि क्या विनेश को फाइनल खेलने दिया जा सकता है क्योंकि टूर्नामेंट के पहले दिन वो वजन में सही थीं, इस पर वे कहते हैं, 

"यह असंभव है. क्योंकि इससे वेट कैटगरी बदल जाती है. सबकुछ बदल जाएगा. और नियम तो नियम हैं. जो भी टूर्नामेंट में आगे बढ़ते हैं, उनका अगले दिन वजन किया जाता है. मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी किया जा सकता है."

पत्रकारों ने उनसे पूछा कि विनेश का वजन सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा बढ़ा हुआ है. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि अगर आप 100 ग्राम पर अनुमति देंगे तो फिर 200 ग्राम के लिए भी अनुमति देनी होगी. उन्होंने कहा कि इसका कोई अंत नहीं है. लेलोविक के मुताबिक, इससे एक दिन पहले इटली के एक रेसलर को भी वजन के कारण बाहर होना पड़ा.

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उन्होंने ओलंपिक के बाद नियमों की समीक्षा किए जाने की संभावनाओं से भी इनकार किया. कहा कि अगर ऐसा कुछ होता है तो नियम और कड़े किए जाएंगे. लेलोविक का कहना है कि एथलीट्स को अपने नैचुरल वेट के साथ खेलना चाहिए, क्योंकि ज्यादा वजन घटाना उनके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है.

इधर, रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया है कि विनेश के मामलों में कानूनी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने विनेश को अपना कोच, अपना फिजियो और अपना न्यूट्रिशनिस्ट मुहैया कराया था. वो दो दिन लड़ीं हैं. वजन कॉन्स्टेंट (एक बराबर) था. फिर रात में वजन क्यों बढ़ गया? कैसे बढ़ गया? इसका सही जवाब उनके न्यूट्रिशनिस्ट या उनके कोच ही दे पाएंगे.

इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कहा था कि भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है. उन्होंने लोकसभा में बताया कि प्रधानमंत्री ने IOA की अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है और उनसे जरूरी कार्रवाई करने को कहा है.

वीडियो: विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक्स से बाहर, संसद में खेल मंत्री ने क्या बताया?