भारतीय रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को सिल्वर मेडल दिए जाने से जुड़ा कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) का फैसला टल गया है. CAS अब इस मामले में अपना फैसला 16 अगस्त को पास करेगा. विनेश ने अपनी अपील में पेरिस ओलंपिक्स में क्यूबा की रेसलर के साथ संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की थी.
विनेश फोगाट को सिल्वर मिलेगा या नहीं? अब फैसला इस तारीख को आएगा
Vinesh Phogat ने अपनी अपील में पेरिस ओलंपिक्स में क्यूबा की रेसलर के साथ संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की थी.
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्टस (CAS) की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है. बयान के मुताबिक, CAS प्रेसिडेंट ने CAS आर्बिट्रेशन रूल्स के आर्टिकल-18 के तहत पैनल को विनेश फोगाट मामले में फैसला देने के लिए समय सीमा को बढ़ा दिया है. अब फैसला 16 अगस्त को रात साढ़े 9 बजे (भारतीय समयानुसार) आएगा.
CAS का फैसला टाले जाने के बाद पूर्व भारतीय ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने X पर लिखा,
“हम सभी ने उस निराशा को महसूस किया है जब कोई महत्वपूर्ण काम टल जाता है. आज हम में से कई लोग विनेश फोगाट के CAS फैसले का इंतजार करते हुए ऐसा महसूस कर रहे हैं. लेकिन एथलीट हर चार साल में ओलंपिक में एक और मौका पाने के लिए ऐसी ही परिस्थिति से गुजरते हैं. हम सभी इस स्थिति से गुजरे हैं.”
बिंद्रा ने आगे लिखा कि खेल सिर्फ मैदान पर होने वाली चीजों के बारे में नहीं है. ये इंतजार, धैर्य और आगे बढ़ते रहने की दृढ़ता के बारे में है, चाहे कुछ भी हो जाए. उन्होंने लिखा कि जब हम 16 अगस्त का इंतजार कर रहे हैं, तो आइए याद करें कि हमारे एथलीट क्या-क्या सहते हैं और उनका उत्साह बढ़ाएं.
बता दें कि विनेश फोगाट की अपील के बाद मामले में 9 अगस्त को तीन घंटे तक सुनवाई हुई थी. इसके बाद 10 तारीख को फैसला आने की उम्मीद थी. लेकिन फैसले को 13 अगस्त तक के लिए टाल दिया गया था. इसे अब एक बार फिर 16 अगस्त तक टाला गया है.
पूरा मामला क्या है?दरअसल, Paris Olympics 2024 में 50 किलोग्राम कुश्ती कैटेगरी के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से रेसलर विनेश फोगाट को डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. उनकी जगह फाइनल में क्यूबा की रेसलर युस्नेलिस गुजमान लोपेज को मौका मिला. लोपेज को विनेश ने सेमीफाइनल में हराया था.
विनेश फोगाट ने डिसक्वालिफाई किए जाने के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. उन्होंने सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की थी.
CAS क्या है?अब कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) के बारे में जान लीजिए. CAS दुनिया भर में स्पोर्ट्स के लिए बनाई गई एक स्वतंत्र संस्था है. इसका काम खेल से जुड़े विवादों का निपटारा करना है. इसकी स्थापना साल 1984 में की गई. इसका हेड क्वॉर्टर लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड में है. जबकि इसके कोर्ट न्यूयॉर्क और सिडनी में भी हैं. वहीं, पेरिस ओलंपिक्स के लिए अस्थायी अदालत बनाई गई है. दरअसल, हर ओलंपिक्स के लिए CAS की अस्थाई अदालतें बनाई जाती हैं.
वीडियो: विनेश फोगाट पर फैसले से पहले पर वकील ने क्यों कहा 'उम्मीद तो है...'?