टाटा स्टील चेस टूर्नामेंट (Tata Steel Chess Tournament) के 87वें संस्करण को नीदरलैंड्स के विज्क ऑन जी में आयोजित किया जा रहा है. इस टूर्नामेंट के दौरान एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है. विवाद उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर Nodirbek Yakubboev और भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर आर वैशाली (R Vaishali) से जुड़ा हुआ है. हुआ ये कि दोनों के बीच मुकाबले से जब आर वैशाली ने नोदिरेक से हैंडशेक के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया (Handshake Controversy). इसे लेकर उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी को सोशल मीडिया पर काफी कुछ कहा गया. बाद में उन्होंने सफाई दी.
वैशाली से हैंडशेक में धर्म आड़े आया, तो दिव्या देशमुख से क्यों किया था? याकुबोएव ने ये जवाब दिया
कई लोगों ने Nodirbek Yakubboev के इस व्यवहार को ‘नस्लवादी’ करार दिया. कुछ यूजर्स ने एक तस्वीर के हवाले से सवाल किया कि 2023 में याकुबोएव ने एक चेस गेम के दौरान भारतीय महिला खिलाड़ी दिव्या देशमुख (Divya Deshmukh) से हाथ क्यों मिलाया था.
.webp?width=360)
खेल कोई भी हो, मैच शुरू होने से पहले प्रतिद्वंद्वी टीमों के कप्तान या खिलाड़ी आपस में हाथ मिलाते ही हैं. नोदिरबेक याकुबोएव का ऐसा न करना ना सिर्फ वैशाली के लिए बल्कि लोगों के लिए भी स्वाभाविक रूप से हैरान करने वाला था. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल है. चौथे दौर का मुकाबला शुरू होने से पहले वैशाली को याकुबोएव की तरफ अपना हाथ बढ़ाते हुए देखा जा सकता है. लेकिन याकुबोएव भारतीय चेस प्लेयर से बिना हाथ मिलाए बैठ गए.
कई लोगों ने याकुबोएव के इस व्यवहार को ‘नस्लवादी’ करार दिया. कुछ यूजर्स ने एक तस्वीर के हवाले से सवाल किया कि 2023 में याकुबोएव ने एक चेस गेम के दौरान भारतीय महिला चेस खिलाड़ी दिव्या देशमुख (Divya Deshmukh) से हाथ क्यों मिलाया था.
बाद में याकुबोएव ने इस पर सफाई दी. 2019 में ग्रैंडमास्टर के टाइटल से नवाज़े गए इस खिलाड़ी ने X पर लंबी पोस्ट लिखी. इसमें उन्होंने बताया, "मैं वैशाली और उनके भाई का भारत के सबसे मजबूत शतरंज खिलाड़ियों के रूप में सम्मान करता हूं. अगर मेरे व्यवहार से उन्हें ठेस पहुंची है, तो मैं माफ़ी मांगता हूं."
उन्होंने आगे ऐसा करने का कारण स्पष्ट करते हुए लिखा, "मैं धार्मिक कारणों (Religious Beliefs) के चलते अन्य महिलाओं को नहीं छूता इसलिए मैंने हाथ मिलाने से इनकार किया."
नोदिरबेक याकुबोएव ने दिव्या देशमुख से हाथ मिलाने वाली बात का भी जवाब दिया. पोस्ट में उन्होंने बताया, “मैंने जो पहले किया (दिव्या देशमुख से हाथ मिलाना) उसे मैं अपने लिए गलत मानता हूं.”
हालांकि इसके साथ ही याकुबोएव ने यह भी लिखा, “मैं वही करता हूं जो मुझे करना चाहिए. मैं दूसरों से विपरीत जेंडर के लोगों से हाथ ना मिलाने या महिलाओं से हिजाब या बुर्का पहनने के लिए जोर नहीं देता. यह उनका काम है कि वे क्या करें या न करें.”
वहीं गेम की बात करें तो वैशाली ने विरोधी ग्रैंडमास्टर के खिलाफ जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने हैंडशेक के लिए उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी की तरफ हाथ नहीं बढ़ाया. यह गेम हारने के बाद याकुबोएव के चैलेंजर्स ग्रुप में आठ दौर के बाद अब तीन अंक हैं. वहीं, आठ दौर के बाद वैशाली के चार अंक हो गए हैं. टूर्नामेंट में अभी 5 दौर और खेले जाने बाकी हैं.
वीडियो: सोशल लिस्ट : युजवेंद्र चहल और धनश्री के तलाक की अफवाहों पर सोशल मीडिया के लोगों की बदतमीजी