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इलेक्ट्रीशियन पिता के बेटे तिलक वर्मा ने बताया कैसे बने IPL में करोड़पति?

मां और पापा के लिए बहुत बड़ा काम करने वाले हैं तिलक.

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तिलक वर्मा ( फोटो क्रेडिट : Tilak Varma Instagram)
तिलक वर्मा. घरेलू क्रिकेट में उभरता सितारा. टॉप ऑर्डर बल्लेबाज. पार्ट टाइम गेंदबाज़. हैदराबाद से तालुक्क रखते हैं. और घरेलू क्रिकेट में अपने राज्य के लिए ही खेलते हैं. IPL ऑक्शन में इस खिलाड़ी पर करोड़ों की बोली लगी और नाम वायरल हो गया. इस IPL में तिलक वर्मा पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के लिए खेलेंगे. तिलक को मुंबई ने मेगा ऑक्शन में 1.70 लाख की बड़ी रकम में खरीदा है. ये पहला मौका है, जब हैदराबाद का ये खिलाड़ी किसी IPL टीम के लिए खेलेगा. तिलक उभरते हुए खिलाड़ी हैं. जिनके खेल की खूब चर्चा है. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने से पहले तिलक का जीवन संघर्षों से भरा रहा. घर की आर्थिक स्थिति कभी ठीक नहीं रही. पिता नम्बूरी नागराजू इलेक्ट्रीशियन हैं. घर का खर्चा मुश्किल से चलता था. बड़ा भाई पढ़ाई में करियर बनाना चाहता था जबकि तिलक क्रिकेटर बनना चाहते थे. लेकिन पिता ने कभी तिलक के सपने के बीच आर्थिक मजबूरी को सामने आने नहीं दिया. ज़रा सा भी एहसास नहीं होने दिया. जितनी जरूरतें थी, सारी पूरी करने की हमेशा कोशिश की. दैनिक भास्कर से ख़ास बातचीत में तिलक में ऐसी ढेर सारी बातें बताई हैं. तिलक ने बताया,
'मुझे आज भी याद है कि जब मैं पिता से कोई सामान खरीदने के लिए कहता था तो वे मना नहीं करते थे, सिर्फ इतना कहते थे कि कुछ दिन का समय दे दो. फिर पापा कुछ दिनों में वह सामान लाकर दे देते थे. इसके लिए कई बार तो वे अपनी जरूरी चीजें भी नहीं खरीदते थे. मैं IPL से मिलने वाले पैसों से पापा और मम्मी को हैदराबाद में घर खरीदकर देना चाहता हूं.'
बता दें कि तिलक वर्मा को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता के अलावा कोच सलाम बायश का भी बड़ा हाथ है. तिलक ने उन्हीं से क्रिकेट से सभी गुर सीखे. उनके पास किट खरीदने तक के पैसे नहीं थे. अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए तिलक ने बताया,
'मेरे पास अपनी खुद की किट भी नहीं थी. कोच सर हमेशा मदद करते थे. दूसरे लड़कों से बैट, पैड, ग्लव्स लेकर देते थे. मैंने चार साल पहले जब सीनियर कैटेगरी में रणजी खेलना शुरू किया, तब मैच फीस से पहली बार मैंने अपने लिए बैट खरीदा.'
तिलक का करियर: बताते चलें कि तिलक वर्मा 2020 U-19 विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने टूर्नामेंट में छह मुकाबलों में 28.66 के ऐवरेज से 86 रन बनाए. साल 2018 में तिलक ने आंध्र प्रदेश के खिलाफ फर्स्ट क्लास डेब्यू किया. जबकि तिलक को अगले ही साल हैदराबाद के लिए लिस्ट ए और T20 मैच खेलने का मौका मिला. तिलक वर्मा के लिए साल 2021-22 सीजन सबसे ज्यादा शानदार रहा है. उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी के पांच मुकाबलों में 180 रन बनाने के अलावा चार विकेट भी झटके. वहीं सैयद मुश्ताक अली T20 टूर्नामेंट में उन्होंने सात मैच खेलते हुए 147 के स्ट्राइक रेट से 215 रन बनाए.