ऑस्ट्रेलिया वर्सेस नीदरलैंड्स (Aus vs Ned).वनडे वर्ल्ड कप 2023 का एक और वन-साइडेड मैच. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में कंगारुओं ने पहले बैटिंग की और बोर्ड पर 399 रन टांग दिया. ऑस्ट्रेलिया के लिए ओपनर डेविड वार्नर (David Warner) और ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने शतक जड़ा. हालांकि, मैक्सवेल के शतक की खूब चर्चा है, क्योंकि उन्होंने सिर्फ 40 बॉल में ये कारनामा कर दिखाया.
ग्लेन मैक्सवेल की सेंचुरी, सुनील गावस्कर ने तारीफ़ में खुद को ट्रोल कर लिया!
Glenn Maxwell ने 240 के स्ट्राइक रेट से रन्स बनाए. वहीं, सुनील गावस्कर ने अपनी एक फेमस पारी को याद कर लिया,जो उन्होंने 1975 वनडे वर्ल्ड कप में खेली थी.
मैक्सवेल 41वें ओवर में बैटिंग करने आए थे. आमतौर पर इसके बाद पचासा जड़ना भी काबिल-ए-तारीफ़ माना जाता है. आते ही मैक्सवेल ने शॉट्स खेलने शुरू किए, और फिर पेस बढता ही चला गया. सिर्फ 40 बॉल में शतक, वो भी वनडे वर्ल्ड कप जैसे हाई-प्रेशर स्टेज पर. अपनी पारी में 8 छक्के और 9 चौके लगाने के बाद उन्होंने नीदरलैंड्स की टीम की खूब तारीफ़ की. हालांकि, वो बताने से पहले सुनील गावस्कर की ओर चलते हैं.
भारतीय लेजेंड गावस्कर इस मैच के दौरान कॉमेंट्री कर रहे थे. उन्होंने मैक्सवेल के एक रिवर्स हिट की तारीफ़ करते हुए कहा,
ये क्रिकेट के सबसे शानदार शॉट्स में से एक है. उन्होंने छक्का मार दिया है! इस शॉट के लिए 12 रन मिलने चाहिए. इस शॉट के बाद उनकी (नीदरलैंड्स की) बॉलिंग परेशान हो गई, कि मैक्सवेल को कहां बॉलिंग करें. शानदार बैटिंग. उनका 12 का औसत रहा है. जिस तरह की बैटिंग उन्होंने की है और जिस स्ट्राइक रेट से की है, वो कमाल है.
मैक्सवेल ने 240 के स्ट्राइक रेट से रन्स बनाए. वहीं, सुनील गावस्कर की एक पारी बहुत फेमस है, जिसमें उन्होंने 174 बॉल खेलकर सिर्फ 36 रन बनाए थे. ये पारी 1975 वनडे वर्ल्ड कप में आई थी. खुद को ट्रोल करते हुए और उस पारी को याद करते हुए गावस्कर ने कहा,
मैंने 40 बॉल के बाद पहला रन बनाया था. इन्होंने 40 ही बॉल में शतक जड़ दिया. कमाल की बैटिंग.
मैक्सवेल ने सिर्फ 40 बॉल पर शतक ठोकते हुए वनडे वर्ल्ड कप इतिहास का सबसे तेज शतक जड़ दिया है. मैक्सवेल ने एडन मारक्रम का रिकॉर्ड तोड़ा. मार्करम ने श्रीलंका के खिलाफ़ 7 अक्टूबर को 49 बॉल में शतक जड़ ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था. मैक्सवेल 2015 वनडे वर्ल्ड कप में 52 बॉल में शतक जड़ चुके हैं.
इस पारी के बाद उन्होंने कहा,
'अच्छा फील कर रहा हूं, डेविड और ग्रीन आउट हुए थे, मैं पारी को डीप ले जाना चाहता था. पैटी (पैट कमिंस) ने भी अच्छी बैटिंग की. वो लोग बाउंसर मारने की कोशिश कर रहे थे, पर मुझे लगा मेरे पास अटैक करने का एनफ़ टाइम था. और जब उन्होंने तेज़ बॉलिंग की, तब मैंने हाथ को तेज़ी से चलाया. मैं कोशिश कर रहा था, बॉल इनफील्ड को पार कर जाए. उन्होंने शानदार फील्डिंग की. पहले 25 ओवर में उन्होंने कई बाउंड्री रोकी. आउटफील्ड बहुत हार्ड है. उन्होंने शानदार कोशिश की. यहां बॉल बहुत तेज़ी से जा रही है. हम उनके टॉप ऑर्डर को जल्दी आउट कर उनके मिडल ऑर्डर पर प्रेशर डालना चाहते हैं. मेरे पत्नी और बच्चा यहां आ गए हैं - उनसे मिले काफ़ी वक्त हो चला था. खुश हूं…'
इस मैच में एक और रिकॉर्ड बना है. बस डी लीड ने 10 ओवर में 115 रन खर्च कर दिए. इतना महंगे 10 ओवर वर्ल्ड कप तो छोड़िए, वनडे क्रिकेट के इतिहास में नहीं डाले गए थे. ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ों ने डी लीड की खूब पिटाई की. डी लीड के 10 ओवर में 13 चौके और 6 छक्के लगे. यानी बाउंड्री से ही इस गेंदबाज़ ने 88 रन्स गंवा दिए थे, वो भी सिर्फ 19 बॉल पर. बाकी का काम सिंगल्स ने कर दिया. 309 रन से मिली ये जीत वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है.
मैच में क्या हुआ?कंगारू टीम को एक बार फिर शानदार शुरुआत मिली. ओपनर डेविड वार्नर ने एक बार फिर टीम को मज़बूत शुरुआत दिलाई और शतक जड़ दिया. वार्नर 104 रन बनाकर आउट हुए. स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन ने पचासे जड़े, और इसके बाद मैक्सवेल ने क्रीज़ संभाला. आगे क्या हुआ, आप जानते ही हैं.
नीदरलैंड्स को जीतने के लिए 400 रन चाहिए थे. हालांकि, टीम इसका एक चौथाई भी नहीं बना पाई. पूरी टीम 90 रन पर सिमट गई. ऐडम ज़म्पा ने चार विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया का काम आसान कर दिया. नीदरलैंड्स के लिए कोई भी प्लेयर 25 से ज्यादा रन नहीं बना सका.
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