मोहम्मद शमी कंपटिटिव क्रिकेट में लौट आए हैं. और इसके साथ ही चर्चा होने लगी कि उन्हें तुरंत के तुरंत ऑस्ट्रेलिया भेज दिया जाना चाहिए. 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद शमी के घुटने की सर्जरी हुई थी. और वह तभी से क्रिकेट से दूर थे.
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मोहम्मद शमी को पहली फ़्लाइट से ऑस्ट्रेलिया भेज दिया जाना चाहिए. जबसे शमी ने रणजी ट्रॉफ़ी में वापसी पर कमाल किया है, लोग यही बातें कर रहे हैं. लेकिन एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर की मानें तो ऐसा होना नहीं चाहिए.
अब वापसी के बाद लोग चाहते हैं कि शमी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के लिए अभी निकल जाएं. लेकिन पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा को लगता है कि ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसा करना जल्दबाजी होगी. चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,
'इंडियन सेलेक्टर्स मोहम्मद शमी को रोहित के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजना चाहते हैं. हालांकि, ये भी सुनने में आया है कि इंडियन टीम चाहती है कि वो थोड़ी और क्रिकेट खेल लें. क्योंकि साल में एक मैच खेलने के बाद सीधे ऑस्ट्रेलिया, टेस्ट मैच खेलने के लिए, ये शायद थोड़ा ज्यादा हो जाएगा.'
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चोपड़ा के मुताबिक शमी अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हैं. सारे लोग चाहते हैं कि वह ऑस्ट्रेलिया जाकर सिराज और बुमराह का साथ दें, लेकिन सिर्फ़ एक मैच खेलने के बाद वो इसके लिए तैयार नहीं हैं. चोपड़ा बोले,
'मोहम्मद शमी ने एक मैच खेला है. हम उनकी बोलिंग बहुत ज्यादा नहीं देख पाए, क्योंकि मैच स्ट्रीम नहीं हो रहा था. हमने विकेट्स देखे. मैं कहूंगा कि वह पूरी तरह तैयार नहीं हैं. मैं और आप चाहते हैं कि शमी वहां जाएं, क्योंकि बुमराह, शमी और सिराज- ये तिकड़ी अलग ही है. बुमराह, सिराज और आकाश दीप या प्रसिद्ध कृष्णा- यहां अनुभव की थोड़ी कमी दिखती है.
हालांकि, शमी को इतनी जल्दी टेस्ट क्रिकेट में धकेलने पर सवाल उठाया जा सकता है. क्योंकि सबसे पहले तो उन्होंने एक साल से किसी तरह की क्रिकेट नहीं खेली है. अगर आप साल भर बाद कोई मैच खेलते हैं और फिर कहते हैं कि इन्हें अब एक टेस्ट मैच खिला देना चाहिए, ये ठीक नहीं है.'
जाहिर तौर पर अगर शमी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी की स्क्वॉड में डाला जाता है, तो टीम इंडिया को इसका फायदा ही होगा. टीम के मौजूदा पेस अटैक के पास अनुभव के नाम पर ज्यादा कुछ है नहीं. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का साथ देने के लिए टीम के पास हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ही हैं. इनके साथ पेस-बोलिंग ऑल-राउंडर नितीश कुमार रेड्डी भी हैं.
कहा जा रहा है कि इस मैच में रेड्डी को डेब्यू कराया जा सकता है. हालांकि, लाल गेंद से रेड्डी की बोलिंग इतनी टेस्टेड नहीं है. उन्होंने अभी तक कुल 23 फ़र्स्ट क्लास मैच ही खेले हैं. इन मैचेज़ में इन्होंने 56 विकेट निकाले हैं. रेड्डी का गेंद से ऐवरेज़ लगभग 27 का है. जबकि स्ट्राइक रेट 49.5 का. इन्होंने फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में दो बार पारी में पांच विकेट भी निकाले हैं. बात बैटिंग की करें तो रेड्डी ने फ़र्स्ट क्लास मैच में 21 की ऐवरेज़ से 779 रन जोड़े हैं. इनके नाम एक शतक और दो अर्ध-शतक हैं.
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