# धोनी का रोल
'स्पोर्ट्स तक' से बात करते हुए गंभीर ने कहा,'रोहित शर्मा आज जहां भी हैं, यह धोनी के चलते है. आप सेलेक्शन कमिटी और टीम मैनेजमेंट की बात कर सकते हैं, लेकिन अगर आपके पास अपने कप्तान का सपोर्ट नहीं है, तो यह सब बेकार है. सबकुछ कप्तान के हाथ में होता है. MS ने एक दौर में रोहित शर्मा को जिस तरह सपोर्ट किया, मुझे नहीं लगता है कि किसी भी प्लेयर को वैसा सपोर्ट मिला होगा.'साल 2011 के वर्ल्ड कप विनर गौतम ने यह भी कहा कि रोहित शर्मा इस बात के अच्छे उदाहरण हैं कि अगर सीनियर्स मदद करें, तो एक प्लेयर का भाग्य कैसे बदल सकता है. https://www.youtube.com/watch?v=0j_QsS1Eolw गंभीर ने कहा,
'मुझे उम्मीद है कि आज की जेनरेशन के युवा क्रिकेटर, फिर चाहे वह शुभमन गिल हों या संजू सैमसन, उन्हें भी वैसा ही सपोर्ट मिले. अब जबकि रोहित सीनियर हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि वह युवाओं को सपोर्ट करेंगे. रोहित इस बात के पक्के उदाहरण हैं कि कैसे अच्छे सपोर्ट से एक प्लेयर गज़ब का क्रिकेटर बन सकता है. धोनी की एक बात बहुत अच्छी थी कि वह हमेशा रोहित को बातचीत में शामिल रखते थे, भले ही वह टीम में रहें या ना रहें, वह हमेशा से ग्रुप का हिस्सा थे. धोनी ने रोहित को कभी साइडलाइन नहीं होने दिया. मैं उम्मीद करता हूं कि विराट कोहली और रोहित शर्मा युवाओं को ठीक उसी तरह से आगे बढ़ाएंगे जैसे MS धोनी ने उनको बढ़ाया.'धोनी और गंभीर की अदावत पर काफी बातें हुई हैं. गंभीर ने कई बार खुलकर धोनी को लताड़ा है. ऐसे में उनके द्वारा धोनी की तारीफ करना फैंस के लिए खुशी के साथ आश्चर्य की बात भी हो सकती है. लेकिन एक बात तय है- गंभीर ने बातें तो सही कही हैं.
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