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पैनिक... रोहित-गंभीर के फैसले से मचा हड़कंप, दिग्गजों ने सुना दिया!

पुणे टेस्ट में टीम इंडिया तीन बदलावों के साथ उतरी है. और लेजेंड्स को लगता है कि ये लोग बेंगलुरु में मिली हार के बाद पैनिक कर गए. इन बदलावों से सुनील गावस्कर और अनिल कुंबले भौचक रह गए हैं.

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रोहित के फैसलों से चौंक गए हैं अनिल कुंबले (AP, Punjab Kings/X)

हमने कोई पैनिक बटन नहीं दबाया है. इंडियन कैंप में सब सही है. बेंगलुरु टेस्ट में मिली बड़ी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने ऐसे ही संदेश देने की कोशिश की थी. रोहित ने जोर देकर ऐसी बातें की थीं. लेकिन पुणे टेस्ट की टीम देखते ही लगा, कि पैनिक तो है. इंडियन कैंप में निश्चित तौर पर पैनिक है. और इस बात की पुष्टि तमाम लेजेंड्स ने भी कर दी.

न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम ने टॉस जीता. पहले बैटिंग चुनी. और फिर पता चला कि इन्होंने पिच देखते हुए टीम में एक बदलाव भी किया है. पेसर मैट हेनरी की जगह मिचल सैंटनर को मौका मिला. जबकि भारत ने तीन-तीन बदलाव कर डाले. केएल राहुल के साथ कुलदीप यादव और मोहम्मद सिराज को भी बाहर कर दिया. इनकी जगह मिली शुभमन गिल, आकाश दीप और वाशिंगटन सुंदर को.

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बेंगलुरु टेस्ट के बाद स्क्वॉड से जुड़े सुंदर को सीधे पुणे में उतार दिया गया. मार्च 2021 के बाद वह पहली बार भारतीय टेस्ट कलर्स में दिख रहे हैं. इन्हें उतारने के लिए टीम इंडिया ने ना सिर्फ़ कुलदीप को बाहर किया, बल्कि टीम के साथ चल रहे अक्षर पटेल को भी इग्नोर किया गया. जबकि अक्षर बीते कुछ वक्त से लगातार बैटिंग और बोलिंग दोनों में टीम के लिए अच्छा कर रहे हैं.

पूर्व कप्तान और टीम इंडिया के कोच रहे अनिल कुंबले ने इस बारे में ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए कहा,

'प्रेशर में, 46 पर सिमटने के बाद आप उम्मीद करते हैं कि कुछ जादू हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कुलदीप यहां खेलना चाहते होंगे. लेकिन उन्हें निराशा मिली. मैंने सोचा था कि केएल राहुल नंबर छह पर रहेंगे. लेकिन उन्हें बैटिंग में कभी ऊपर तो कभी नीचे भेजा गया. फ़ॉर्म देखें तो सरफ़राज़ को मौका मिलना चाहिए.

जब तक तीनों ड्रॉप हुए प्लेयर्स को क्लियर मैसेज मिल रहा है, तब तक सब सही है. हालांकि, मुझे सच में अचंभा हुआ कि भारत को तीन बदलाव करने पड़े. आपके पास अक्षर पटेल थे, जिन्होंने ना सिर्फ़ गेंद बल्कि बल्ले से भी भारत को टेस्ट सीरीज़ जिता रखी है. मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ कि वाशिंगटन आए और सीधे प्लेइंग इलेवन में पहुंच गए.'

बाद में कॉमेंट्री के वक्त ऐसा ही कुछ बैटिंग लेजेंड सुनील गावस्कर ने भी कहा. गावस्कर के मुताबिक भारतीय टीम शायद पैनिक कर गई. सुंदर का टीम में आना बोलिंग से ज्यादा बैटिंग के लिए सहारा है. गावस्कर बोले,

'बिना चोट के कम ही टीम्स तीन-तीन बदलाव करती हैं. वाशिंगटन सुंदर के आने से साफ है कि वो अपनी बैटिंग के लिए चिंतित हैं. उनकी बोलिंग से ज्यादा, टीम को लोवर ऑर्डर में बैटिंग की जरूरत है. न्यूज़ीलैंड की लाइन-अप में लेफ़्ट हैंडर्स के होने पर खूब चर्चा है, लेकिन फिर भी मैं कुलदीप यादव को चुनूंगा, जो लेफ़्ट हैंडर के खिलाफ़ भी गेंद बाहर निकाल सकते हैं.'

इस चर्चा के बीच, वाशिंगटन सुंदर ने दिन के तीसरे सेशन तक अपने सेलेक्शन को सही साबित कर दिया. उन्होंने बेहतरीन बोलिंग करते हुए अपने पहले 16 ओवर्स में तीन मेडेन के साथ 38 रन देते हुए तीन विकेट निकाल लिए. तीसरे सेशन की शुरुआत तक न्यूज़ीलैंड ने 210 रन जोड़, छह विकेट गंवा दिए थे. बाक़ी के तीन विकेट अश्विन को मिले.

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