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अश्विन का नया कारनामा, थर्ड अंपायर के फैसले पर भी रिव्यू मांगा

मैच के बाद आर अश्विन ने बताया कि वे थर्ड अंपायर के फैसले से संतुष्ट नहीं थे, क्योंकि सबूत ना होते हुए अंपायर ने ऑनफील्ड फैसला बदल दिया.

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अश्विन ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में थर्ड अंपायर के फैसले पर रिव्यू ले लिया

रविचंद्रन अश्विन के तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) में लिए गए एक फैसले की जमकर चर्चा हो रही है. 14 जून, बुधवार को डिंडिगुल ड्रैगन्स और त्रिचि के बीच हुए मैच में अश्विन ने थर्ड अंपायर के एक फैसले पर रिव्यू ले लिया. जी हां, ये बात मैच के 13वें ओवर की है. इस ओवर की आखिरी गेंद पर त्रिची के बैट्समैन ने ऑन-फील्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ थर्ड अंपायर का रुख किया था. और जब थर्ड अंपायर ने अपना फैसला सुनाया तो उससे अश्विन संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने दोबारा प्लेयर्स रिव्यू ले लिया. 

चलिए, ये मामला आपको शुरु से समझाते हैं. इस मैच में अश्विन की टीम डिंडिगुल टॉस गंवाकर पहले गेंदबाजी करने उतरी थी. त्रिचि की टीम ने 11 ओवर तक 49 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे. मैच का 13वां ओवर अश्विन लेकर आए. और इस ओवर की आखिरी गेंद पर प्लेयर्स द्वारा दो बार रिव्यू लिया गया. आपको बताएं, राइट-हैंड बैटर राजकुमार के सामने अश्विन ने कैरम बॉल डाली. और विकेट के पीछ से बाबा इंद्रजीत ने इस गेंद को एकदम सफाई से लपक लिया. 

इसके बाद अश्विन की टीम के बाकी सदस्यों को लगा कि गेंद राजकुमार के बल्ले का किनारा लेकर गई है. उन्होंने कैच आउट की अपील की. अपील को मानते हुए ऑन-फील्ड अंपायर ने भी राजकुमार को आउट दे दिया. लेकिन राजकुमार ने इसका रिव्यू ले लिया. थर्ड अंपायर ने कई रीप्लेस देखने के बाद तय किया कि गेंद और बल्ले के बीच में गैप है. और अल्ट्राएज में स्पाइक बल्ले के ज़मीन पर लगने से आई है. थर्ड अंपायर के इस फैसले के बाद ऑन-फील्ड अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. 

फैसले में इस बदलाव से अश्विन खुश नहीं थे और उन्होंने प्लेयर्स रिव्यू ले लिया. लेकिन इस बार भी थर्ड अंपायर का फैसला नहीं बदला. इसके बाद अश्विन को फैसला मानना पड़ा. लेकिन मैच के बाद वे इस फैसले से खफ़ा दिखे. उन्होंने कहा, 

‘बड़ी स्क्रीन पर देखकर मुझे लगा कि ये आउट है. इस टूर्नामेंट में डीआरएस नया रूल है. अल्ट्राएज पर स्पाइक आम तौर पर बल्ले और गेंद के संपर्क में आने से पहले ही आ जाती है, भले ही कोई किनारा हो. और ऑन फील्ड फैसले को पलटने के लिए निर्णायक सबूत होने चाहिए. उन्होंने इसे पलट दिया, मैं इस फैसले से खुश नहीं था. इसलिए, मैंने रिव्यू लिया, इस उम्मीद के साथ कि अंपायर्स इसको दूसरे एंगल से देखेंगे.’ 

बताते चलें, इस फैसले का मैच पर कोई असर नहीं पड़ा. त्रिचि 120 रन पर ऑल-आउट हो गई. और अश्विन की टीम डिंडिगुल ने मैच को 14.5 ओवर्स में 6 विकेट से जीत लिया. 

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