गुरुवार, 9 जून को हुए रणजी ट्रॉफी के दूसरे क्वॉर्टर-फाइनल में मुंबई की टीम ने इतिहास रच दिया. मुंबई ने इस मैच में उत्तराखंड को रिकॉर्ड 725 रन के बड़े अंतर से रौंदा. ये फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़े अंतर से मिली जीत है. इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम ने 93 साल पुराना रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिया.
मुंबई ने उतराखंड को इतने रन से हराया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड ही बन गया!
रणजी ट्रॉफी क्वॉर्टर फाइनल मैच में मुंबई ने उत्तराखंड को रिकॉर्ड 725 रन के बड़े अंतर से रौंद दिया.

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की घरेलू टीम न्यू साउथ वेल्स के नाम ये रिकॉर्ड था. 1929/30 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए मैच में न्यू साउथ वेल्स ने क्वींसलैंड को 685 रन के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी. जबकि रणजी ट्रॉफी में ये रिकॉर्ड पहले बंगाल के नाम था. जब उन्होंने 1953-54 में ओडिशा की टीम को 540 रन के बड़े अंतर से हराया था.
रन के मामले में सबसे बड़ी जीत725: मुंबई ने उत्तराखंड को मात दी (2022)
685: न्यू साउथ वेल्स ने क्वींसलैंड को मात दी (1929/30)
675: इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को मात दी (1928/29)
638: न्यू साउथ वेल्स ने दक्षिण ऑस्ट्रेलिया को मात दी (1920/21)
609: मुस्लिम कमर्शियल बैंक ने वॉटर एंड पावर डेवलपमेंट अथॉरिटी को हराया (1977/78)
मैच की बात करें तो मुंबई ने मुकाबले में उत्तराखंड के सामने जीत के लिए 795 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा. जिसके जवाब में उत्तराखंड की पारी महज 69 रन पर सिमट गई. टीम के लिए महज दो खिलाड़ी ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाए. मुंबई ने पहली पारी में आठ विकेट खोकर 647 रन बनाए थे. टीम के लिए पहला मुकाबला खेले रहे सुवेद पार्कर ने 252 रन की पारी खेली थी. वहीं कमाल की फॉर्म में चल रहे सरफराज खान ने 153 रन बनाए थे.
जवाब में उत्तराखंड की पहली पारी महज 114 रन पर सिमट गई थी. जिसमें टीम के महज तीन खिलाड़ी दहाई तक का आंकड़ा छू पाए थे. कमाल सिंह के 40 रनों के अलावा कोई भी खिलाड़ी संघर्ष नहीं कर पाया था. दूसरी पारी में मुंबई की टीम ने तीन विकेट खोकर 261 रन बनाए थे. इसमें यशस्वी ने 103 और पृथ्वी शॉ ने 72 रन बनाए थे.
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