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पूनम राउत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा क्या कर दिया कि याद आ गए सचिन तेंडुलकर?

ईमानदारी हो तो ऐसी!

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भारतीय विमेंस टीम की खिलाड़ी पूनम राउत (पीटीआई)
पूनम राउत. भारतीय विमिंस टीम की टॉप आर्डर बल्लेबाज. ऑस्ट्रेलिया और भारतीय महिला क्रिकेट टीम्स के बीच खेले जा रहे पिंक टेस्ट मैच के दौरान पूनम राउत ने 'स्पिरिट ऑफ द गेम' यानी खेल भावना का एक ऐसा उदाहरण सेट किया, जिसने उन्हें चर्चा का विषय बना दिया है. अंपायर द्वारा नॉट आउट दिए जाने के बावजूद पूनम खुद से पैवेलियन वापिस लौट गईं. वो भी एक ऐसे मैच में जिसमे DRS यानी डिसीजन रिव्यु सिस्टम भी नहीं था. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय बल्लेबाज पूनम राउत के खिलाफ कैच आउट की एक अपील हुई. जिसे अंपायर ने सिरे से नकार दिया. लेकिन पूनम खेल भावना का परिचय देते हुए वापस पैवेलियन लौट गईं. पूनम के इस फैसले से कमेंटरी कर रहे कमेंटेटर्स तक हैरान रह गए. इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात ये रही कि मैच में DRS का नियम भी नहीं था. अगर पूनम वापस लौटने का फैसला नहीं करतीं तो उन्हें नॉट आउट ही करार दिया जाता. लेकिन पूनम को पता था कि उनके बल्ले का किनारा लगा है. और उन्होंने खेल भावना का एक बेहतरीन उदाहरण स्थापित करते वापस पैवेलियन लौटने का फैसला लिया. सोनी नेटवर्क्स पर कॉमेंट्री कर रहीं ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी तो मानो शॉक में ही चली गईं. कॉमेंट्री के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वे ऐसा करतीं तो उन्होंने कहा,
'नहीं. कभी नहीं. अंपायर ने नॉट आउट दिया है.'
वहीं भारत के पूर्व विकेट-कीपर सबा करीम भी कॉमेंट्री कर रहे थे. उन्होंने तो इस फैसले को अजीब ही बता दिया. उन्होंने कहा,
'ईमानदारी से कहूं तो यह एक अजीब फैसला है. मैच में DRS भी नहीं है.'
अब तक घटे मैच की बात करें तो दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने पांच विकेट खोकर 275 रन बोर्ड पर लगा दिए हैं. भारत के लिए सर्वाधिक रन सलामी बल्लेबाज स्मृति मांधना ने बनाए हैं. मांधना ने 127 रन की बेहतरीन पारी खेली. जिसके बाद वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में जाकर टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं. मांधना के अलावा पूनम ने 36, शफाली वर्मा ने 31 और कप्तान मिताली राज ने 30 रन की पारियां खेलीं.