वसीम अकरम. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के महानतम क्रिकेटर्स की लगभग हर लिस्ट में शामिल होने का दम रखने वाले दिग्गज. अकरम ने पाकिस्तान के लिए ढेरों विकेट्स चटकाए, विश्वकप जीता और तमाम रिकॉर्ड्स अपने नाम किए. आज की तारीख़ में भी लगभग हर प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह बन सकती है. लेकिन इन तमाम मुकामों के बावजूद वसीम अकरम को एक मलाल है. ये मलाल है, पाकिस्तानी क्रिकेट फ़ैन्स से मिलने वाली नफ़रत का.
पाकिस्तानी फ़ैन्स से खफ़ा वसीम अकरम ने भारतीय फ़ैन्स पर क्या बोल दिया?
वसीम अकरम अपने देश से खफ़ा क्यों हैं?
वसीम पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे. जो कि बाद में बेबुनियाद साबित हुए. लेकिन फिर भी कुछ पाकिस्तानी क्रिकेट फ़ैन्स उन्हें आज भी उसी नज़र से देखते हैं. वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स से अपनी ऑटो-बायोग्राफी 'सुल्तान वसीम अकरम' लॉन्च के मौके पर उन्होंने दुनिया के बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों के बारे में बात की. अकरम ने पाकिस्तानी फ़ैन्स और भारतीय क्रिकेट फ़ैन्स पर बात करते हुए कहा,
'ऑस्ट्रेलिया में, इंग्लैंड में, वेस्ट इंडीज़ में और यहां तक की भारत में भी. जब भी वो वर्ल्ड इलेवन के बारे में बात करते हैं, जब भी वो दुनिया के बेस्ट गेंदबाज़ की बात करते हैं. मेरा नाम आता है...लेकिन वहीं हमारे मुल्क पाकिस्तान में, मौजूदा जेनरेशन, ये सोशल मीडिया वाली जेनरेशन, वो ही नीचे गिर जाते हैं, वो जो भी कमेंट भेजते हैं, उसमें कहते हैं, 'ओह...ये तो मैच फिक्सर है.' इस बारे में जाने बिना ही कि वो क्या कह रहे हैं, या वो सब क्या था.'
हालांकि फ़ैन्स से मिलने वाले इन कमेंट्स से अब अकरम को कोई परेशानी नहीं होती. उन्होंने कहा,
'अब मैं उस पड़ाव से गुज़र चुका हूं, जहां पर लोग क्या कहते हैं, क्या कहेंगे, जैसी बातों की चिंता करते हैं.'
वसीम अकरम ने अपनी किताब लॉन्च के मौके पर जिस घटना का ज़िक्र किया है. वो साल 1990 की है. जब तेज़ गेंदबाज़ अता-उर-रहमान ने वसीम अकरम पर मैच फिक्स करने के लिए पैसे देने का आरोप लगाया था. इसके अलावा वसीम अकरम के साथ एक विवाद 1996 विश्वकप से जुड़ा भी है. वो इस विश्वकप क्वॉर्टर-फाइनल में चोट की वजह से नहीं खेले थे. कुछ लोगों का कहना था कि वसीम पूरी तरह से फिट थे, इसके बावजूद वो उस मैच से हटे थे. हालांकि बाद में ये सभी आरोप बेबुनियाद साबित हुए और अता-उर-रहमान पर आजीवन बैन भी लगा दिया गया.
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