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रोनाल्डो के बाद नेमार भी सऊदी के क्लब में आए, सैलरी सुन कई देशों की इकॉनमी हिल जाए!

रोनाल्डो और बेंजेमा की सैलरी भी एकदम चौंकाने वाली है...

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रोनाल्ड की तरह सऊदी में खेलेंगे नेमार (Twitter/FabrizioRomano)

नेमार जूनियर. एक ऐसा जेनरेशनल टैलेंट, जिसे काफी हद तक क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी का उत्तराधिकारी माना जाता था. साल 2013-14 में अगर कोई ये बात कहता कि नेमार एक भी Ballon d'Or अवॉर्ड (फुटबॉल का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड) नहीं जीत पाएंगे, तो शायद कोई भी इस बात पर भरोसा नहीं कर पाता. लेकिन अब ये बात सच साबित होती दिख रही है. 

वजह है नेमार का यूरोपियन फुटबॉल को छोड़ देना. दरअसल, नेमार ने फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन को छोड़ सऊदी अरब के फुटबॉल क्लब Al Hilal के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है. 31 साल के इस ब्राजीलियन फुटबॉल खिलाड़ी ने Al Hilal के साथ दो साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. इस दौरान उन्हें दो साल में कुल 300 मिलियन डॉलर (लगभग 2500 करोड़) सैलरी के तौर पर मिलेंगे.

फुटबॉल की दुनिया के मशहूर ट्रांसफर मार्केट एक्सपर्ट फैब्रिजियो रोमानो की मानें तो नेमार की ये सैलरी 400 मिलियन डॉलर तक जा सकती है. जोकि कुछ कमर्शियल डील्स पर निर्भर करेगा. अब आप सोच रहे होंगे कि ये कौन सा क्लब है और इसके पास इतना पैसा कहां से आया? तो पहले आपको ये बता देते हैं.

कौन है Al Hilal क्लब का मालिक?

बात Al Hilal के मालिकाना हक की करें तो ये सऊदी इनवेस्टमेंट पब्लिक फंड (PIF) का हिस्सा है. PIF एक सरकार द्वारा नियंत्रित फंड है, जिसके पास 650 बिलियन डॉलर (करीब 53 लाख करोड़) की संपत्ति है. इस क्लब ने हाल ही में किलियन एमबाप्पे को कुल 700 मिलियन यूरो (लगभग 7358 करोड़ रुपये) की सालाना सैलरी का ऑफर दिया था, जिसमें कॉमर्शियल डील्स भी शामिल थीं. 

अब अकेले नेमार ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्होंने अपने करियर के प्राइम पर यूरोपियन फुटबॉल को छोड़ सऊदी अरब का रुख किया है. हां, ये बात अलग है कि नेमार पिछले कुछ समय से इंजरी से जूझ रहे थे. लेकिन पिछले साल चोटिल होने से पहले उनका प्रदर्शन जिस हिसाब का था, ऐसे में वो अभी 3-4 साल और यूरोपियन फुटबॉल में अपना जलवा बिखेर सकते थे. नेमार के अलावा सादियो माने, एनगोलो कान्ते, कालिदू कुलाबली, रॉबर्टो फर्मिनो, सर्गेज मिलेनकोविक सैविच और रुबेन नेवेस कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्होंने करियर के पीक पर सऊदी अरब का रुख किया है. और इस लिस्ट में क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम भी शामिल है. तो आइये जानते हैं नेमार के अलावा उन बड़े नामों के बारे में जिन्होंने एशियन फुटबॉल की तरफ अपना रुख किया है.

क्रिस्टियानो रोनाल्डो

इस लिस्ट की शुरुआत होती है सुपरस्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो से. जिन्हें सऊदी अरब के फुटबॉल क्लब अल नस्र ने फ्री एजेंट के तौर पर साइन किया. फ्री एजेंट, माने कि रोनाल्डो उस टाइम किसी भी क्लब से नहीं खेल रहे थे. रोनाल्डो ने अल नस्र के लिए साल 2025 तक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्लब उन्हें कुल 173 मिलियन पाउंड (लगभग 1831 करोड़ रुपये) की सालाना सैलरी देती है, जिसमें कॉर्मिशियल डील्स भी शामिल हैं.

करीम बेंज़ेमा

लिस्ट में अगला नाम है रियाल मैड्रिड के सुपरस्टार फुटबॉलर रहे करीम बेंज़ेमा का. जो साल 2022 के Ballon d'Or अवॉर्ड विनर हैं. बेंज़ेमा को अल इतिहाद ने फ्री एजेंट के तौर पर साइन किया. बेंज़ेमा ने अल इतिहाद के साथ 2026 तक का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. जिसके लिए क्लब उन्हें सालाना लगभग 172 मिलियन पाउंड (लगभग 1820 करोड़ रुपये) की सैलरी दे रहा है. जिसमें कमर्शियल डील्स भी शामिल हैं.

एनगोलो कान्ते

लिस्ट में तीसरा नाम है फ्रांस के फुटबॉलर एनगोलो कान्ते का. यूरोपियन फुटबॉल के सबसे बेहतरीन डिफेंसिव मिडफील्डर में से एक माने जाने वाले कान्ते को भी अल इतिहाद ने फ्री एजेंट के तौर पर साइन किया है. कान्ते ने अल इतिहाद के साथ 2025 तक का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. जिसके लिए क्लब उन्हें सालाना 100 मिलियन यूरो ( लगभग 908 करोड़ रुपये) की सालाना सैलरी दे रहा है.

सादियो माने

लिस्ट में अगला नाम है लिवरपूल और बायर्न म्यूनिख जैसे क्लब से खेल चुके सादियो माने का. जिन्हें अल नस्र ने जर्मन फुटबॉल क्लब बार्यन म्युनिख से साइन किया. माने ने अल नस्र के साथ साल 2027 तक के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. जिसके लिए क्लब उन्हें लगभग 40 मिलियन यूरो (लगभग 363 करोड़ रुपये) की सालाना सैलरी दे रहा है.

कालिदू कुलिबली

लिस्ट में पांचवां और अंतिम नाम है नेपोली और चेल्सी जैसे फुटबॉल क्लब से खेल चुके डिफेंडर कालिदू कुलिबली का. जिन्हें अल हिलाल ने इंग्लिश फुटबॉल क्लब चेल्सी से साइन किया. कुलिबली ने अल हिलाल के साथ साल 2026 तक का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. जिसके लिए क्लब उन्हें 30 मिलियन पाउंड (लगभग 249 करोड़ रुपये) सालाना सैलरी के तौर पर देता है.

अब जिस तरह से यूरोप के बड़े-बड़े नाम सऊदी अरब का रुख कर रहे हैं, ऐसे में आने वाले कुछ सालों में इस देश की फुटबॉल लीग काफी मजेदार होने वाली है. अल नस्र के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के कुछ समय बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने आने वाले समय में इसे दुनिया की टॉप-5 फुटबॉल लीग में एक बताया था. जो काफी हद तक संभव होता दिख रहा है.

वीडियो: मेसी के साथ खेलने वाले एमबाप्पे, रोनाल्डो के लिए किसी से भी भिड़ सकते हैं!