The Lallantop

शेर घुस गया... अंपायर से भिड़ने वाले धोनी ने बाद में इस पर क्या कहा?

महेंद्र सिंह धोनी. एक बार ऐसा गुस्साए कि मैदान तक जाकर अंपायर से भिड़ गए. उनका ये गुस्सा देख साथी प्लेयर्स को कैसा लगा, इस पर अब इन्हीं के एक पूर्व साथी ने बात की है.

post-main-image
अंपायर से भिड़ने मैदान तक चले गए थे एमएस धोनी (AFP)

महेंद्र सिंह धोनी का नाम आते ही शांत व्यवहार की चर्चा हो जाती है. इनको तो लोग बुलाते ही कैप्टन कूल हैं. लेकिन कैप्टन कूल भी कई बार गुस्सा जाते हैं. और इनके गुस्से की सबसे प्रसिद्ध तस्वीरों का ज़िक्र करें तो याद आता है 2019 का IPL. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ़ मैच के दौरान ये अंपायर से भिड़ने बीच मैदान पहुंच गए थे.

इस घटना की आज भी चर्चा होती है. इस मैच में धोनी आउट हो चुके थे. चेन्नई वाले जयपुर में 152 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे थे. राजस्थान के बेन स्टोक्स ने चेन्नई के मिचल सैंटनर को एक स्लोअर फ़ुल-टॉल डाली. लगा कि गेंद की हाइट ज्यादा है.

यह भी पढ़ें: चोट से लौट ऋषभ पंत ने मारी सेंचुरी तो ICC ने दे दिया बड़ा ईनाम!

और अंपायर्स ने भी इसे नो-बॉल करार दिया. नो बॉल वाला बजर भी बजा. लेकिन फिर अंपायर्स ने अपना फैसला बदल दिया. और इससे गुस्साए धोनी गुस्से में ग्राउंड तक घुस गए. अंपायर्स के साथ बहस की. बाद में इसके लिए धोनी पर फ़ाइन भी लगा. अब इस घटना पर फिर बात हो रही है.

CSK के लिए खेल चुके मीडियम पेसर मोहित शर्मा ने इस पर बात की है. यूट्यूब चैनल टू स्लॉगर्स पर इस घटना का ज़िक्र करते हुए मोहित बोले,

'हम लोग डगआउट में थे. हम चिल्ला रहे थे- मत जाओ, मत जाओ, मत जाओ. लेकिन उन्होंने पीछे मुड़कर देखा भी नहीं. वो गए तो लगा कि भाई शेर घुस गया है. वह तुरंत ही आउट हुए थे और पहले से गुस्से में थे. वह उस वक्त ग्राउंड में होना चाहते थे, क्योंकि आमतौर पर वह चीजें दूसरों के भरोसे नहीं छोड़ते.

वह आए, बैठे और एकाएक, ये हो गया. वह बोले- क्या इसने नो-बॉल दी थी? हमने कहा-  हां, दिया तो था. इसके बाद तो वो नहीं रुके. जब वह लौटे तो मुझसे लैपटॉप लाने के लिए कहा. फिर वीडियो एनालिस्ट ने उन्हें वो वीडियो दिखाया. और फिर वह बोले- ये तो नो बॉल थी ही.'

बता दें कि बाद में धोनी ने स्वीकार किया था कि उनसे ग़लती हुई. उन्हें मैदान पर नहीं जाना चाहिए था. इस गेम में 58 रन बना, प्लेयर ऑफ़ द मैच बने धोनी को बाद में IPL कोड ऑफ़ कंडक्ट के आर्टिकल 2.20 के लेवल टू के तहत दोषी पाया गया था. धोनी ने अपना अपराध स्वीकारा भी. बाद में उन्हें इसका पछतावा भी हुआ था.

CSK के लिए खेले रॉबिन उथप्पा ने एक बातचीत में बताया था कि धोनी को इस हरकत पर बहुत पछतावा था. धोनी का मानना था कि उन्हें ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए थे. इस हरकत के लिए धोनी पर मैच फ़ीस के 50 परसेंट का फ़ाइन लगा था.

वीडियो: बीच मैच में इतने गुस्साए महेंद्र सिंह धोनी, श्रीसंत के लिए रिटर्न टिकट बुक करा दी!