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'धोनी भाई ने कहा ऑपरेशन करा लो... ', मोहम्मद शमी ने किस दर्द में वर्ल्डकप खेला था, अब बताया

वर्ल्डकप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी कहानी बताई है. इसमें उन्होंने अपने बचपन से लेकर नेशनल टीम में खेलने तक के सफर के बारे में बात की.

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मोहम्मद शमी ने ICC क्रिकेट वर्ल्डकप में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. (फोटो क्रेडिट - X)

ICC वर्ल्डकप 2023 में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी(Mohammad Shami) ने सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए. इसी के साथ उन्होंने वर्ल्डकप टूर्नामेंट में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. उन्होंने केवल 17 इनिंग्स में ये रिकॉर्ड बनाया. हालांकि, इस वर्ल्डकप में वे शुरुआत के 4 मैच नहीं खेल सके थे. हार्दिक पांड्या के बाहर होने के बाद वे टीम में शामिल हुए.

हाल ही में उन्होंने दिया. इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के बारे में बात की. उन्होंने बचपन से लेकर नेशनल टीम में खेलने तक के सफर के बारे में बताया. शमी ने ये भी बताया कि 2015 वर्ल्डकप में कैसे घुटने में चोट के साथ उन्होंने टूर्नामेंट खेला. उन्होंने कहा,

"हम उस समय करीब साढ़े चार महीने तक ऑस्ट्रेलिया में थे. हमने वनडे, टेस्ट और टी-20 मैचों की सीरीज खेली थी. इस दौरान पहले ही टेस्ट मैच में मेरे घुटने में सूजन आ गई थी. बाद में ये बढ़ती गई. इसके चलते दूसरा टेस्ट मैच नहीं खेल पाया था."

'कोई और होता तो नहीं खेलता'

शमी ने आगे बताया,

"जब तक वर्ल्डकप आया मेरे घुटने की हालत बहुत खराब हो गई थी. सच पूछेंगे तो कोई और होता तो नहीं खेलता. लेकिन मैं उतना दर्द झेल सकता हूं. मैं वो बर्दाश्त कर पाया. डॉक्टर और माही भाई ने एक ही सवाल किया था, 'या तो जाकर ऑपरेशन करा लो या वर्ल्डकप खेलने के बाद ऑपरेशन कराओ?' डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन तो कराना ही होगा."

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शमी इसी इंटरव्यू में आगे बोले,

"उन्होंने कहा कि अगर वर्ल्डकप खेला तो दर्द तो बहुत ज्यादा होगा. लेकिन आप वर्ल्डकप खेल सकते हो और अभी टीम को आपकी जरूरत है. मैंने एक ही बात पूछी कि ये घुटना बीच में तो साथ नहीं छोड़ देगा? अगर टूट भी जाए तो बीच वर्ल्डकप में ऐसा नहीं होना चाहिए, वर्ल्डकप खत्म हो जाए फिर जो हो. इस पर उन्होंने कहा कि बीच में साथ नहीं छोड़ेगा, ये हमारी गारंटी है. मैंने कहा कि दर्द की कोई चिंता नहीं फिर."

हर मैच के बाद अस्पताल जाते थे शमी

शमी ने बताया कि उन्हें इतना ज्यादा दर्द होता था कि हर मैच के बाद वे अस्पताल जाते थे. उन्होंने कहा,

"मैं मैच खेलता था. मैच के बाद टीम होटल जाती थी. मैं अस्पताल जाता था. हर मैच के बाद इंजेक्शन लगवाता था. किसी को नहीं पता था कि मैं कितना दर्द झेल रहा हूं. पूरे वर्ल्डकप में ठीक रहा लेकिन सेमी-फाइनल में 5 ओवर डालने के बाद मेरे पैर में कुछ भी फील होना बंद हो गया. पैर नंब हो गया था. मैं बाहर गया, फिर से इंजेक्शन लिया और वापस आकर गेंदबाजी की. लेकिन हम मैच हार गए. उतना अफसोस पैर का नहीं था, जितना मैच हारने का था."

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मोहम्मद शमी ने कहा,

"जब आप देश के लिए खेलते हो तो सारी दुनिया भूल जाते हो. सिर्फ मैच पर ध्यान होता है. जब सीने पर भारत का बैज लगा होता है, टोपी पर भारत होता है, वो अलग ही फीलिंग होती है."

शमी प्यूमा इंडिया के ब्रांड एंबेसडर हैं. उन्होंने वर्ल्डकप 2023 में तीन बार पांच विकेट लिए. उनका सबसे बेहतरीन प्रदर्शन 57 रन देकर 7 विकेट लेना रहा. इसके चलते वे वर्ल्डकप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने. वही, 2015 के वर्ल्डकप में उन्होंने 17 विकेट लिए थे. इस टूर्नामेंट में वे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में चौथे नंबर पर रहे थे.

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वीडियो: फाइनल में इस दर्द के साथ खेल रहे थे मोहम्मद शामी