मिचेल स्टार्क. फोटो: PTI
ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्टार और एलेन बॉर्डर मेडलिस्ट मिचेल स्टार्क ने एक बड़ा खुलासा किया है. एशेज़ में टीम की जीत के हीरो रहे स्टार्क ने कहा है कि क्रिकेट खेलते हुए उनके करियर में एक वक्त ऐसा आ गया था कि वो खेल को छोड़ देना चाहते थे. ये वक्त उनके करियर में तब आया जब वो भारत के खिलाफ़ 2020-21 सीरीज़ में बुरी तरह से फेल हो रहे थे. वहीं उसी वक्त उन्होंने अपने पिता को भी खो दिया था. foxsports.com.au. को दिए इंटरव्यू में स्टार्क ने कहा,
''पिछला साल मेरे लिए मैदान पर और मैदान के बाहर भी बेहद मुश्किलों भरा रहा. मैं शायद वैसा क्रिकेट नहीं खेल रहा था जो मैं खेलना चाहता था. और एक समय तो ऐसा भी आया कि जब मैं बिलकुल भी क्रिकेट नहीं खेलना चाहता था.''
वो वक्त स्टार्क के लिए बेहद मुश्किलों से भरा था. उस वक्त भारत के खिलाफ़ सीरीज़ में उन्होंने 40.72 की औसत से महज़ 11 विकेट चटकाए. उसके अलावा T20 विश्वकप में भी उनका प्रदर्शन नहीं चल सका. उन्होंने एक मुकाबले में चार ओवर के स्पेल में 60 रन भी लुटा दिए थे. एशेज़ से पहले भी मिचेल स्टार्स की खूब आलोचना हुई. लिजेंड्री स्पिनर शेन वॉर्न समेत कई क्रिकेटर्स ने स्टार्क के होने पर सवाल उठाए. लेकिन स्टार्क ने इसके बाद बेमिसाल वापसी की. उन्होंने एशेज़ के पांच टेस्ट मैच में टीम को 4-0 से जिताया और 25.37 की औसत से 19 विकेट अपने नाम किए. स्टार्क ने शेन वॉर्न से मिली आलोचना पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा,
''मैंने सोचा, ये क्या है? शायद किसी(वॉर्न) ने कहा था कि ये गेंद सीधी लेग स्टम्प पर एक हाफ वॉली थी.''
उन्होंने आगे अपने साथियों और अपनी परिवार का शुक्रिया अदा किया. जिन्होंने इस मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया. स्टार्क ने कहा,
''मैं अपने सपोर्ट नेटवर्क और खास तौर पर अपनी वाइफ एलिसा हीली का आभारी हूं. इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट खेलने और मुझे सपोर्ट देने के लिए उसको पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता. मेरी वाइफ इंटरनेशनल लेवल पर खेलती है और मेरे कुछ करीबी साथी भी इंटरनेशनल क्रिकेत खेलते हैं. इसलिए मुझे एक बेहद ही अच्छा साउंडिंग बोर्ड मिला है.''
इन सबके अलावा स्टार्क ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के फीज़ियो स्टार्क ने डेविड बीकले का भी धन्यवाद किया. जिनकी मेहनत से मिचेल स्टार्क पांच मैच की टेस्ट सीरीज़ खेलने में कामयाब रहे. बीते 12 महीनों में स्टार्क ने सभी फॉर्मेट में मिलाकर कुल 43 विकेट अपने नाम किए. उन्होंने टीम के अपने साथी मिचेल मार्श को महज़ एक वोट से पीछे छोड़ा. जबसे इस अवॉर्ड की शुरुआत हुई है. तब से स्टार्क सिर्फ पांचवें ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हैं जिसे ये अवॉर्ड मिला है. उनसे पहले पेट कमिंस, मिचेल जॉनसन, ब्रेट ली और ग्लेन मैक्ग्रा ये अवॉर्ड ले चुके हैं. इसके साथ ही स्टार्क को इस बार के ODI प्लेयर ऑफ दी ईयर के अवार्ड से भी नवाज़ा गया है. उन्होंने इस खास पल पर ये भी कहा कि उनके लिए ये मायने रखता है कि उनका परिवार और दोस्त उनके बारे में क्या सोचते हैं.