दलीप ट्रॉफ़ी शुरू हो चुकी है. इंडिया, ए, बी, सी और डी टीम्स यहां खेल रही हैं. पहले राउंड के मैचेज़ में इंडिया बी और सी को जीत मिली. इन मैचेज़ में यंग इंडियन क्रिकेटर्स का कमाल देखने को मिला. लेकिन क्या आप जानते हैं, एक वक्त में यहां विदेशी प्लेयर्स भी खेलते थे. दलीप ट्रॉफ़ी खेले दिग्गजों में इंग्लिश ऑल-राउंडर केविन पीटरसन भी शामिल हैं.
पीटरसन की ये तस्वीर देखी क्या... जब दलीप ट्रॉफ़ी खेलने पहुंच गए अंग्रेज
दलीप ट्रॉफ़ी चल रही है. पहले दो मैच खेले भी जा चुके हैं. और इन सबके बीच केविन पीटरसन ने एक पुरानी तस्वीर शेयर की है. उन्होंने इसके जरिए उस वक्त को याद किया है, जब उन्हें इंडिया से प्यार हो गया था.
उन्होंने साल 2004 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग लिया था. पीटरसन ने दलीप ट्रॉफ़ी की अपनी एक फ़ोटो शेयर करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा,
'भारत 2004. दलीप ट्रॉफ़ी में खेलते हुए. पहली बार था जब मुझे भारत, या कहें भारतीय बोलर्स से प्यार हुआ.'
पीटरसन ने 5 सितंबर को X पर भी ऐसी ही एक पोस्ट की थी. उन्होंने दलीप ट्रॉफ़ी खेलने की अपनी एक ख़बर को क़ोट करते हुए X पर लिखा था,
'जब भारत के लिए मेरे प्यार की शुरुआत हुई.'
अब इन पोस्ट्स के बाद आपको वो क़िस्सा भी सुना ही देते हैं. जो खुद पीटरसन भी शेयर कर चुके हैं. 2003-04 में BCCI ने इस टूर्नामेंट में एक विदेशी टीम शामिल करने का फैसला किया था. पीटरसन ने उस वक्त तक इंग्लैंड डेब्यू नहीं किया था. वह नॉटिंगम के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते थे.
केपी इंग्लैंड ए के साथ इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए भारत आए थे. और उनका बल्ला भारत की जमीन पर खूब चला. पीटरसन उस साल दलीप ट्रॉफ़ी के हाईएस्ट स्कोरर रहे. उन्होंने 86 से ज्यादा की ऐवरेज़ के साथ 345 रन बनाए. चार पारियों में केपी ने दो शतक और एक अर्ध-शतक लगाया.
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पहले ही गेम में केपी ने दोनों पारियों में सेंचुरी मारी. गुरुग्राम में हुए इस मैच में इंग्लैंड ए के सामने साउथ ज़ोन की टीम थी. जिसमें श्रीसंत और सुनील जोशी जैसे बोलर्स थे. केपी ने पहली पारी में 104 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में 115 रन जोड़े.
अमृतसर में हुए दूसरे गेम में भी केपी ने बढ़िया बैटिंग की. इस मैच में उनके सामने ईस्ट ज़ोन की टीम थी. जिसमें महेंद्र सिंह धोनी भी खेल रहे थे. केपी ने इस मैच की पहली पारी में 32 और दूसरी में 94 रन बनाए थे. इंग्लैंड वाले यहां दोनों मैच हारे. और अंत में नॉर्थ ज़ोन ने मोहाली में हुए फ़ाइनल में ईस्ट ज़ोन को हराकर खिताब अपने नाम किया था. नॉर्थ ने पहली पारी में 330 रन बनाए. इसमें गौतम गंभीर की सेंचुरी शामिल रही. ईस्ट ज़ोन के लिए पहली पारी में किरण पोवार ने शतक जड़ा. इन्होंने 322 का टोटल बनाया.
दूसरी पारी में नॉर्थ ने पूरे 400 रन बनाए. इसमें युवराज सिंह की 148 और आकाश चोपड़ा की 95 रन की पारी शामिल रही. 409 रन के टार्गेट का पीछा करने उतरी ईस्ट ज़ोन की टीम 349 रन ही बना पाई. ओपन करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने 60 रन की पारी खेली. जबकि किरण पोवार ने 97 और रोहन गावस्कर ने 49 रन बनाए. इंग्लैंड ए के अलावा भी कई विदेशी टीम्स दलीप ट्रॉफ़ी में खेली थीं. लेकिन साल 2008 के बाद यहां विदेशी टीम्स को शामिल ना करने का फैसला किया गया. इसी बरस से IPL भी शुरू हो चुका था. और इसके चलते विदेशी प्लेयर्स का यहां खेलना आम सी बात हो गई थी.
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