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अर्जुन ने भुवनेश्वर का विकेट लिया, लोग बोले- "बेटे ने बाप का बदला लिया"

भुवनेश्वर ने ऐसा क्या किया था?

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भुवनेश्वर को आउट कर अर्जुन ने लिया IPL का पहला विकेट (Screengrab/PTI)

तारीख 12 जनवरी 2009. हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच खेला जा रहा था. मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच. मुंबई बैटिंग करने उतरी तो 19 साल के भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने उसके टॉप आर्डर को झकझोर दिया. 55 रन तक मुंबई के चार खिलाड़ी पवेलियन लौट गए. और चौथे विकेट के तौर पर आउट हुए सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar). बिना खाता खोले. ये पहला मौका था, जब किसी बॉलर ने रणजी ट्राफी मैच में सचिन को जीरो पर आउट कर दिया.

हम आपको अभी ये सब क्यों बता रहे हैं? दरअसल, कल यानी  18 मप्रैल 2023 को हैदराबाद के इसी राजीव गांधी मैदान पर मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच IPL मैच खेला गया. सचिन तेंडुलकर के बेटे अर्जुन तेंडुलकर (Arjun Tendulkar) ने मैच का आखिरी ओवर डाला और उन्होंने भुवनेश्वर कुमार को आउट कर दिया. ये अर्जुन तेंडुलकर के IPL करियर का पहला विकेट रहा और कहा जा रहा है कि इस तरह से अर्जुन ने भुवनेश्वर कुमार से अपने पिता के विकेट का बदला ले लिया.

ऐसा पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने भी कहा है. क्रिकटुडे में छपी खबर के मुताबिक इरफान ने कहा,

‘भुवनेश्वर ने रणजी ट्रॉफी के मैच में सचिन को डक पर आउट किया था और अर्जुन ने आज उनका विकेट लिया, जो कि सीनियर पेसर से बदला लेने जैसा है.’

अर्जुन तेंडुलकर की बात करें तो उन्होंने इस मैच में 2.5 ओवर की बॉलिंग की और 18 रन देकर एक विकेट हासिल किया. खास बात ये रही कि वो जब मैच का आखिरी ओवर डालने आए तो हैदराबाद को जीत के लिए 20 रन की जरूरत थी. लेकिन इस ओवर में उन्होंने बेहतरीन बॉलिंग करते हुए महज 5 रन खर्च किए.

वहीं अर्जुन तेंडुलकर द्वारा पहला विकेट लेते ही लोगों ने ट्विटर पर मजेदार रिएक्शन दिए. एक यूजर ने लिखा,

'सचिन को रणजी में शून्य पर आउट करने वाले भुवी पहले गेंदबाज हैं. जबकि अर्जुन तेंडुलकर ने अपना पहला विकेट भुवनेश्वर कुमार का लिया. जीवन का एक चक्र पूरा हुआ'

वहीं एक और यूजर ने लिखा,

'बाप का बदला बेटा ही लेता है'

मैच में क्या हुआ?

मैच की बात करें तो सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया. मुंबई इंडियंस को एक बार फिर ओपनर्स रोहित शर्मा और ईशान किशन ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई. दोनों ने मिलकर 4.4 ओवर में 41 रन जोड़े. रोहित फिर अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए और 28 रन बनाकर नटराजन की गेंद पर आउट हो गए. इसके बाद किशन ने ग्रीन के साथ मिलकर रन रेट को अच्छा बनाए रखा. किशन 38 रन बनाकर येनसन की गेंद पर आउट हुए. इसके बाद ग्रीन ने एक छोर संभाले रखा. उन्होंने पहले तिलक वर्मा और फिर टिम डेविड के साथ छोटी लेकिन तेज पार्टनरशिप कर टीम के स्कोर को 192 रन तक पहुंचा दिया. ग्रीन 64 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं तिलक वर्मा ने 37 और टिम डेविड 17 ने रन की पारी खेली. 

जवाब में हैदराबाद की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 25 के स्कोर पर दो विकेट आउट हो गए. इसके बाद मार्करम और मयंक अग्रवाल ने पारी को संभाला लेकिन दोनों ने काफी स्लो बैटिंग की. मार्करम 17 गेंद पर 22 रन बनाकर आउट हुए. बीच में हेनरिक क्लासेन ने तेजी से बैटिंग की और पीयूष चावला के एक ओवर में ही 20 रन कूट मैच को रोमांचक बना दिया. लेकिन इसी ओवर में छक्का मारने की कोशिश में वो टिम डेविड के हाथों में कैच दे बैठे.

डेविड ने इस मैच में चार कैच लपके. साथ ही उन्होंने एक खिलाड़ी को रन आउट भी किया. क्लासेन के आउट होते ही मयंक प्रेशर में आ गए और अपना भी विकेट गंवा बैठे. और यहीं से मैच हैदराबाद की पकड़ से काफी दूर चला गया. मुंबई की इस सीज़न ये पांच मैच में तीसरी जीत है. वो प्वाइंट्स टेबल में छह अंक के साथ छठवें स्थान पर है. वहीं हैदराबाद के चार अंक है और वो प्वाइंट्स टेबल में नौवें नंबर पर है.

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