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मुझे पता है कि... विराट कोहली ने फिर से गावस्कर को सुना दिया?

Virat Kohli ने एक बार फिर से भयंकर बातें बोली हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने दोबारा से मैदान के बाहर बैठे विशेषज्ञों और कॉमेंटेटर्स को ललकारा है. और जैसा कि होना ही था, कोहली की इन बातों को सीधे गावस्कर से जोड़ दिया गया.

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बैट के साथ विराट मुंह से भी खूब धमाके कर रहे हैं (PTI)

'मुझे बाहर के शोर पर रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है. मुझे पता है कि मैं ग्राउंड पर क्या कर सकता हूं.'

इन शब्दों के साथ शुरू हुई बातचीत में विराट कोहली ने अपने बारे में उठ रहे कई सवालों के जवाब दिए. और उनके ऐसा करते ही लोगों ने इसे बैटिंग ग्रेट सुनील गावस्कर से जोड़ दिया. दरअसल सनी सर ने 17 मई, शुक्रवार को फिर से विराट कोहली पर कॉमेंट किया था. दरअसल जब मुंबई बनाम लखनऊ मैच बारिश के चलते रुका, तो सनी सर स्टार स्पोर्ट्स के शो में बोले,

'जब विराट कोहली ने अपना करियर शुरू किया था, यह एक स्टॉप-स्टार्ट करियर था. फ़ैक्ट ये है कि एमएस धोनी ने उन्हें थोड़ा एक्स्ट्रा मोमेंटम दिया और यही कारण है कि हम आज इस कोहली को देख पा रहे हैं.'

और इसके अगले ही दिन विराट ने जियो सिनेमा से बात की. वह बोले,

'मुझे बाहर के शोर पर रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है. मुझे पता है कि मैं ग्राउंड पर क्या कर सकता हूं. मुझे किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि मैं किस तरह का प्लेयर हूं या मेरी क्षमता क्या है. मैंने कभी किसी से नहीं पूछा कि मैच कैसे जीतते हैं. मैंने ये खुद से, ग्राउंड में सीखा है.

टीम को लगातार मैच जिताना बाइ-चांस नहीं होता. किसी परिस्थिति को मैदान के अंदर महूसस करना और उसे बाहर से देखना और एनालाइज़ करना दो एकदम अलग चीजें हैं. मुझे कभी महसूस नहीं हुआ कि मुझे जाकर किसी से बोलना चाहिए कि मेरे बारे में ऐसी बातें कहो. मुझे पता है कि मैं वहां क्या कर सकता हूं.'

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कोहली यहीं नहीं रुके. वह आगे बोले,

'मुझे किसी का अप्रूवल नहीं चाहिए कि मैंने अच्छा खेला. मुझे इन चीजों की जरूरत नहीं है. मैंने बहुत पहले ये चीज अपने पिता से सीख ली थी. मैं दूसरे तरीकों से बहुत जल्द अपने राज्य के लिए खेल सकता था, लेकिन मेरे पिता ने कहा कि अगर तुम क्षमतावान हो, तो पहुंच ही जाओगे. मेरे पास बस परफ़ॉर्मेंस है.'

धोनी का ज़िक्र करते हुए कोहली ने आगे कहा,

‘लोग यही बातें माही भाई के बारे में भी कहते थे. वो गेम को 20वें या 50वें ओर तक क्यों ले जा रहे हैं. लेकिन उन्होंने भारत के लिए कितने मैच फ़िनिश किए हैं. शायद वह इकलौते व्यक्ति हैं जिन्हें पता है कि वह क्या कर रहे हैं. और वह वहां से गेम फ़िनिश कर रहे हैं.

मेरे लिए, यह मसल मेमोरी है. उन्हें पता है कि अगर वह गेम को आखिरी ओवर तक ले जाते हैं, तो मैच जिता देंगे. मेरा माइंडसेट अलग था. मैं सोचता था कि गेम को 49वें या 19वें ओवर में खत्म कर दें. वह गेम को लास्ट ओवर तक ले जाना चाहते थे, जहां विपक्षी टीम डर के मारे कांपती थी.’

बता दें कि कोहली एक बार पहले भी क्रिकेट विशेषज्ञों और कॉमेंटेटर्स को सुना चुके हैं. और उस दफ़ा भी सुनील गावस्कर आकर उनसे भिड़ गए थे. उस बार गावस्कर ने विराट के साथ स्टार स्पोर्ट्स को भी सुनाया था.

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